nirmal gupta 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid nirmal gupta 2 Dec 2016 · 1 min read बचपन न कोई धोखा था, न कोई फरेब काश लौट आये वह बचपन. न कोई दुनियादारी थी, न कोई समझदारी काश लौट आये वह बचपन. दर्द गम की समझ से दूर,... Hindi · कविता 397 Share