निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' Tag: गीत 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' 13 Jun 2023 · 1 min read 🌺हे परम पिता हे परमेश्वर 🙏🏻 हे परम पिता, हे परमेश्वर; हे जगत नियंता, गुणागार। करुणा के सागर, दीनबंधु; जागो जगदीश्वर, जगदाधार।। जग में विषाक्तता छाई है; जो मानव ने फैलाई है। भय से कंपित है... Hindi · कविता · गीत 514 Share निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' 13 Jun 2023 · 1 min read 'महंगाई की मार' 'महंगाई की मार' बढ़ गई है महंगाई इतनी, जिसका न कोई पार है। चारों ओर एक ही चर्चा, महंगाई की मार है॥ दिन उगते ही काम पे लगते, दिन डूबे... Hindi · कविता · गीत 309 Share निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' 13 Jun 2023 · 1 min read ' नये कदम विश्वास के ' #नये कदम विश्वास के# ```````````````````````````````````` वर्षों पहले बिछड़ गए थे, हम पंछी आकाश के। अब हम फिर मिल साथ बढ़ाते, नये कदम विश्वास के॥ बिछड़े तो हमने यह सीखा, कैसे... Hindi · कविता · गीत 369 Share निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' 13 Jun 2023 · 1 min read मानवता और जातिगत भेद मानवता को छलनी करता, जाति पंथ का भेद है। मानव न मानव कहलाता, हमको इसका खेद है॥ पहले कर्मों को बांटा, फिर गया वर्ण में बांटा। कर्मों पर आधारित जन... Hindi · कविता · गीत 243 Share निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' 13 Jun 2023 · 1 min read हार में जीत है, रार में प्रीत है। हार में जीत है, रार में प्रीत है। हो कहीं भी मगर, मन में ही मीत है॥ याद आएगी तेरी, भला क्यों हमें। मेरे मन में बसे, जब तेरे गीत... Hindi · कविता · गीत 1 167 Share निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर' 11 Jun 2023 · 1 min read 'क्या कहता है दिल' कविता - 'क्या कहता है दिल' ~~~~~~~~~~~~~~~ कुछ करने-कहने से पहले, खुद से आकर मिल। सुनो समझलो अंतर्मन को, क्या कहता है दिल॥ हम जो भी कहते हैं किसी को,... Hindi · कविता · गीत 307 Share