Niki pushkar Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Niki pushkar 18 Jun 2020 · 1 min read बताओ आकाश सुना था, फलक सारे सितारों का घर है चाहे, कोई चटकीला हो या मद्दम सितारा चाहे, वह झुंड मे झिलमिल बहती आकाशगंगा हो या एकांकी ध्रुवतारा या चाहे, घुमक्कड़ सप्तऋषि-दल... Hindi · कविता 3 6 541 Share