निकेश कुमार ठाकुर 80 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid निकेश कुमार ठाकुर 6 Mar 2025 · 1 min read दर्पण घूमाकर देखो नजरों को नजारा कितना अच्छा है, नदी में नाव है फिर भी किनारा कितना अच्छा है। वो दर्पण जिसमें खिलती थी हमारी प्यारी सी यादें हमारा टूटकर बिखरा,... Hindi · मुक्तक 2 1 121 Share निकेश कुमार ठाकुर 26 Jun 2024 · 1 min read सांसें थमती जा रही अब मेरी सांसें, अपनी सांसों से कुछ उधार दो। देह से आत्मा तक संवार दो, दिल कह रहा है मुझे प्यार दो। दिल कह रहा है मुझे... Hindi · मुक्तक 4 321 Share निकेश कुमार ठाकुर 22 Jun 2024 · 1 min read मोहब्बत निगाहों से निगाहें मिलाने को जी चाहता है, तेरी मोहब्बत में डूब जाने को जी चाहता है। रहें कुछ पल तेरे दिल को आशियां बनाकर, इश्क़ में हद से गुजर... Hindi 2 248 Share निकेश कुमार ठाकुर 28 Jan 2024 · 1 min read मौन तुम्हारे मौन को पाकर, हृदय भयभीत होता है। भला ऐसा कहीं जग में, कोई मनमीत होता है। जहां पर प्रीत बसती है, बेरूखी भी वहीं होती। कभी दिल हारता है... Hindi · मुक्तक 3 1 464 Share निकेश कुमार ठाकुर 14 Sep 2022 · 1 min read खास लम्हें तुझे जब देखता हूँ तो दिल को एहसास होता है, तू मेरे आस-पास है शायद,यही आभास होता है। निगाहें इश्क तुमपर से,हटाये भी नहीं हटती, तेरे दीदार का वो लम्हा... Hindi 7 3 528 Share निकेश कुमार ठाकुर 15 Jun 2022 · 1 min read नफ़्स होके दूर तुमसे मेरा ये दिल जलता रहा, तेरी याद में मेरी नफ़्स भी तड़पती रही। तेरी दोस्ती से ही आबाद थी दुनिया मेरी, जाने क्यों तुम अपने वादों से... Hindi 4 2 634 Share निकेश कुमार ठाकुर 25 May 2022 · 1 min read कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें। कशमकश भरी इस जिन्दगी से दूर, चलो कुछ पल के लिए हम निकलें, कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें। पलभर की है ये जिंदगानी, पलभर की ये जवानी है। फिर... Hindi · कविता 6 6 1k Share निकेश कुमार ठाकुर 15 May 2022 · 1 min read मिट्टी की कीमत मिट्टी की कीमत क्या होती है मातृभूमि ये, माँ का बेटा ही पहचाने। वतन फरोशी करने वाले, मिट्टी की कीमत न जाने।। गद्दारी रग-रग में जिनके, चाटुकारिता और मक्कारी है।... Hindi · कविता 9 14 911 Share निकेश कुमार ठाकुर 27 Apr 2022 · 1 min read घर घर एक प्यार का मंदिर है, माता-पिता इसमें भगवान। रखना सदा प्रसन्न इन्हें तुम, चरणों में इनके चारों धाम।। 🌻🌻🌻🌻🌻 रचना- मौलिक एवं स्वरचित निकेश कुमार ठाकुर गृह जिला- सुपौल... Hindi · मुक्तक 2 336 Share निकेश कुमार ठाकुर 26 Apr 2022 · 1 min read मासूम बहुत मासूम है ये दिल,बहुत नादान है ये, प्यार और इश्क की बातों से अंजान है ये। खबर है न पता कोई जमाने की उसूलों का, जमाने भर की व्यंग्यों... Hindi · मुक्तक 1 434 Share निकेश कुमार ठाकुर 23 Apr 2022 · 1 min read अल्फ़ाज दिल की बात अल्फ़ाज़ों में बता न सके, गुजारे हुए पलों को हम भी भुला न सके। बदल गए हालात और बढ़ती गई नफरतें, हजारों जख्म भी आंखों को भीगा... Hindi 1 644 Share निकेश कुमार ठाकुर 23 Apr 2022 · 1 min read लिहाज़ लबों की ख़ामोशी को कमजोरी न समझना, बस लिहाज़ करते हैं इसे मजबूरी न समझना। भले हों दोनों के विचारों में सदियों का अंतर, पर इसे इंसान से इंसान की... Hindi · मुक्तक 1 400 Share निकेश कुमार ठाकुर 22 Apr 2022 · 1 min read शबनम देखो शबनम की बूँदें प्यार बरसाती है, तप्त धरा भी हुई हरा मन को हर्षाती है। बागों में हरियाली,खिले पुष्प पौधों पर, मधुकर की पंक्ति भी देखो मीठा गाती है।।... Hindi · मुक्तक 1 421 Share निकेश कुमार ठाकुर 20 Apr 2022 · 1 min read हर्फ़ वो पहला हर्फ़ जो हमने बचपन में सीखे थे, न जाने कितनी दफ़ा लेखनी डगमगाई थी । अनगिनत त्रुटियों की सीढ़ियों पर चढ़कर, हममें हर्फ़ को समझने की क्षमता आई... Hindi · मुक्तक 1 291 Share निकेश कुमार ठाकुर 18 Apr 2022 · 1 min read मसला जो सोचो गंभीरता से ,तो बल मिलेगा, सकारात्मक सोच और सम्बल मिलेगा। आज नहीं मिला तो क्या, कल मिलेगा, पर हर मसला का तुमको हल मिलेगा।। 🌻🌻🌻🌻🌻 रचना- मौलिक एवं... Hindi · मुक्तक 1 277 Share निकेश कुमार ठाकुर 14 Apr 2022 · 1 min read सिलवट करते रहते हैं जिंदगी भर संघर्ष मगर, चेहरे पर कभी भी सिलवटें नहीं होती। कर्म और मेहनत करते रहते ,आह की कर्मवीर के जीवन में आहटें नहीं होती।। 🌻🌻🌻🌻🌻 रचना-... Hindi · मुक्तक 1 375 Share निकेश कुमार ठाकुर 11 Apr 2022 · 1 min read दाता तू ही सबका कर्म है लिखता,बिगड़े भाग्य बनाता है, तेरी कृपा दृष्टि हो जिसपे,वो भव सागर तर जाता है। तेरा सुमिरन करते निसदिन,जपते हैं जो तेरा नाम, सबके दाता हृदय... Hindi · मुक्तक 4 3 458 Share निकेश कुमार ठाकुर 6 Apr 2022 · 1 min read पाकीजा़ पाकीजा़ मुहब्बत है यूँ न बदनाम करो, राज की बात को तुम न सरेआम करो। वक्त के साथ ये यौवन भी ढल जाएगा, प्यार ही बचेगा बाकी सब बदल जाएगा।।... Hindi · मुक्तक 2 2 273 Share निकेश कुमार ठाकुर 4 Apr 2022 · 1 min read क़यामत तुम्हारे प्यार को क़यामत तक याद रखूंगा मैं, दिल ने जो रिश्ते जोड़े,उसे आबाद रखूंगा मैं। उम्र के ढल जाते ही ढल जायेंगी स्मृतियाँ मगर, उन लम्हों और ख्वाबों को... Hindi · मुक्तक 1 279 Share निकेश कुमार ठाकुर 2 Apr 2022 · 1 min read भरोसा टूट जाए कुछ भी पर भरोसा टूटने न देना, थामा जो हाथ मेरा वो कभी छूटने न देना। परिस्थितियों का मुकाबला मिलकर करेंगे, सजाये ख़्वाब जो आँखों ने उसे टूटने... Hindi · मुक्तक 1 299 Share निकेश कुमार ठाकुर 1 Apr 2022 · 1 min read भाग्य निज भाग्य पर कभी इतराना नहीं चाहिए, कर्मपथ से कभी भाग जाना नहीं चाहिए। दोनों के समन्वय से खिलता है जन-जीवन, दोनों को अपनाने से घबराना नहीं चाहिए।। 🌻🌻🌻🌻🌻 रचना-... Hindi · मुक्तक 1 241 Share निकेश कुमार ठाकुर 31 Mar 2022 · 1 min read समंदर हजारों मील तक फैला हुआ बेबस समंदर है, बुझा दे प्यास मेरी वो ताकत नदी के अंदर है। समेटे अनगिनत यादें प्यार की धारा में बहकर, भुला के ये कि... Hindi · मुक्तक 2 2 356 Share निकेश कुमार ठाकुर 30 Mar 2022 · 1 min read परछाई तुम दिल की धड़कन में,तुम ही श्वासों में, तुम ही तुम हो मेरे दिन,और मेरी रातों में। तुम ही मेरी अभिलाषा,तू जीने की आस, परछाई बनकर सदा ,तुम रहना मेरे... Hindi · मुक्तक 2 496 Share निकेश कुमार ठाकुर 29 Mar 2022 · 1 min read घुटन नफरतों की चिंगारियाँ दिलों को जलाती हैं, हँसते-खेलते जीवन में ऐसे आग लगाती है। घुटन सी जिन्दगी हो जाती है कितनी बदतर? लोग खुश होते हैं यहां अपनों को ही... Hindi · मुक्तक 1 292 Share निकेश कुमार ठाकुर 28 Mar 2022 · 1 min read चैन दिल को चैन तुमसे है,करार तुमसे है, मेरे जीवन में हरपल बहार तुमसे है। लाखों हसीनाओं की भीड़ है फिर भी, मेरी जीवनसंगिनी!मुझे प्यार तुमसे है।। 🌻🌻🌻🌻🌻 रचना- मौलिक एवं... Hindi · मुक्तक 1 282 Share निकेश कुमार ठाकुर 28 Mar 2022 · 1 min read बेख़ुदी तुम्हारी याद मुझे पल-पल सताती रही, बेख़ुदी मेरी मुझको नींद से जगाती रही। सुनसान अटारी में मैं राह तेरा तकता रहा, सावन की झड़ी भी,तन को जलाती रही।। 🌻🌻🌻🌻🌻 रचना-... Hindi · मुक्तक 1 271 Share निकेश कुमार ठाकुर 25 Mar 2022 · 1 min read ख़याल तुमसे दिल लगाने का ख़याल अच्छा था, तुम्हें अपना बनाने का ख़याल अच्छा था, मुसाफ़िर सी जिंदगी भटक रही थी अपनी, उम्र भर साथ चलने का सवाल अच्छा था।। 🌻🌻🌻🌻🌻... Hindi · मुक्तक 1 282 Share निकेश कुमार ठाकुर 23 Mar 2022 · 1 min read शहादत तेरी शहादत को यह देश भूल नहीं पाएगा, तूने जो कर दिखाया भला कौन दिखाएगा। हँसते-हँसते लगा लिए गले मौत को तुमने, तू ही मातृभूमि का सच्चा सपूत कहलायेगा।। रचना-... Hindi · मुक्तक 1 552 Share निकेश कुमार ठाकुर 23 Mar 2022 · 1 min read मंजर ये दिलकश नजारे और मौसम सुहाना, लो फिर लौट आया वो गुजरा जमाना। जो मिले थे कभी हम नदी के किनारे, था मंज़र वो प्यारा,तुझपे दिल थे हारे।। रचना- मौलिक... Hindi · मुक्तक 1 341 Share निकेश कुमार ठाकुर 23 Mar 2022 · 1 min read फ़ासला ये कैसे फ़ासले हैं क्यूं हैं ये दूरियां, क्या है बता तेरी ऐसी मजबूरियां? यूं न सताओ,जरा पास तो आओ, फ़ासला रहे न हमदोनों के दरमियाँ।। रचना- मौलिक एवं स्वरचित... Hindi · मुक्तक 2 336 Share Page 1 Next