नेताम आर सी 114 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नेताम आर सी 27 May 2024 · 1 min read हारता वो है हारता वो है, जो शिकायत बार बार करता है। और जीतता वो है, जो कोशिश हर बार करता है। हारता वो है . . . . . . फैसला तुमको... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share नेताम आर सी 25 May 2024 · 1 min read कली से खिल कर जब गुलाब हुआ कली से खिलकर जब गुलाब हुआ, नाचीज से बढ़ कर जब नायाब हुआ। जुगनू सा, जलता बुझता था आसमान में, तेरी रहमत हो गई ऐ मेरे कुदरत, मैं तो जुगनू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 14 Share नेताम आर सी 24 May 2024 · 1 min read मजदूरों के मसीहा मजदूरों के मसीहा मसीहा मसीहा, मन मंदिर में बसइया बसइया बसइया। तोला लाल सलाम नियोगी जी। तोला लाल सलाम हे। मजदूरों के मसीहा . . . . . . हक... Poetry Writing Challenge-3 1 20 Share नेताम आर सी 23 May 2024 · 1 min read राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक, हो गये तो अनर्थ हो जाएगा। हम अपने सुरक्षा के लिए, कहीं हथियार, रख लिये तो अनर्थ हो जाएगा। राजनैतिक फायदे के लिए .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share नेताम आर सी 22 May 2024 · 1 min read तुम इतने आजाद हो गये हो तुम इतने आजाद हो गये हो, कि दूसरों को गुलाम समझ लेते हो। इंसानियत को मारकर , पार्श्विक की महफिल सजा लेते हो। तुम इतने आजाद . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 1 min read ये दुनिया बाजार है ये दुनिया बाजार है, यहां सब बिकता है। अंदर झांक कर तो देखो, पारखी नजरों से, यहां सब दिखता है। ये दुनिया बाजार है . . . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 18 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 2 min read आंदोलन की जरूरत क्यों है जब सरकार, अच्छे दिन का सपना दिखा रही है। तो फिर आंदोलन की जरूरत क्यों है? आंदोलन की जरूरत इसलिए है, क्योंकि सरकार जनता की आड़ में, पूंजीपतियों की अच्छे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 18 Share नेताम आर सी 20 May 2024 · 1 min read मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है मुझे तो, मेरी फितरत पे नाज है, कि दुश्मन भी मुझे दुआ दे देते हैं। मैं तो किस्मत पे भी भरोसा नहीं करता, क्योंकि दोस्त भी मुझे दगा दे देते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 19 Share नेताम आर सी 19 May 2024 · 1 min read अंजानी सी गलियां अंजानी सी गलियां मुझे, न जाने क्यों, जानी पहचानी सी लगने लगी है। एक साया परियों के जैसी, आंखों में मेरे, झिलमिलाने लगी है। क्या इसी को मुहब्बत कहते हैं?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 18 Share नेताम आर सी 18 May 2024 · 1 min read ऐ .. ऐ .. ऐ कविता ऐ .. ऐ .. ऐ कविता, मुझे कवि बना के ही छोड़ोगी। वीर हास्य व्यंग श्रृंगार, करूणा के दिशा में ही मोड़ोगी। ऐ .. ऐ .. ऐ कविता . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 21 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read मेरे फितरत में ही नहीं है मेरे फितरत में ही नहीं है, मैं किसी का भी इस्तेमाल करूं। बचा लुंगा मैं उसे, चाहे क्यूं न मैं मरूं। मेरे फितरत में ही नहीं है . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 21 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read संघर्ष और निर्माण जो कभी संघर्ष से परिचित नहीं होता.. इतिहास गवाह है। वह कभी चर्चित ही नहीं होता। जो कभी संघर्ष से परिचित . . . . . . कौन जानेगा तुम्हें... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 17 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read ऐसा एक भारत बनाएं आओ ऐसा एक भारत बनाएं, हम मजदूर क्रांति की मशाल जलाएं। आओ ऐसा एक . . . . . . शोषण अत्याचार का, न नामो निशां होगा। मजदूर किसानों का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 23 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read श्रद्धांजलि हिमालय सा, ऊंचा था उसका हौसला। चुटकियों में कर लेता था, जटिल से जटिल, समस्याओं का फैसला। समुद्र की, लहरों से भी, वो तेज था। चट्टानों की भांति, अडिग और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 24 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read तेरे मेरे बीच में, तेरे, मेरे बीच में, ये दूरियां तेरी आंखों ने बढ़ा दिया है। ये फासले कम भी हो सकते थे, लेकिन तेरी बेरुखी बातों ने, दिलों के फासले और बढ़ा दिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 22 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read बोलो राम राम बोलो राम राम सिया राम, लखन जी, राम राम सिया राम। राम कहेंगे सिया राम कहेंगे, भजेगें सुबहो शाम। बोलो राम राम सिया . . . . . . हाथ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 16 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read हम तुम्हारे हुए हम तुम्हारे हुए, तुम हमारे हुए। हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हो गये, तुम हमारे हमारे हमारे हो गये। हम तुम्हारे हुए . . . . . . बीच दरिया में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 13 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read मैंने एक चांद को देखा मैने एक चांद को देखा, जो अंधेरा ही अंधेरा था। जिसकी न सुबह होती थी, बस अंधेरा ही अंधेरा था मैंने एक चांद . . . . . . आंख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 18 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read जनता का पैसा खा रहा मंहगाई जनता का पैसा खा रहा महंगाई, जागो रे बहना जागो रे भाई । मजदूर किसान जागो रे, युवा नौजवान जागो रे। देश के गद्दार बन रहें हैं कसाई जनता का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 21 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read संवेदनाएं जिंदा रखो इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। संवेदनाएं . . . . . . किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 20 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read आहवान चलो रे साथी, धरके लाठी चलेंगे सीना तान के। न्याय और अधिकार के लिए लड़ेंगे, दुश्मन को पहचान के। चलो रे साथी . . . . . . न कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 28 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read सेवा जोहार सेवा जोहार *प्रकृति का दर्शन और मित्रों का मार्गदर्शन...* *दोनों ही जीवन को प्रकाशित कर देते हैं...* *खूबसूरती तो हमेशा दिल और व्यवहार में होती है...* *लोग बेवजह उसे शक्ल... Quote Writer 23 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read संवेदना “संवेदना” ******** मैं सोच में हूं, क्या संवेदना बचीं है। हमें अपने से ज्यादा, गैरों के सम्मान की फिक्र होती थी। आज दूर्भावना इतनी है, कि मैं सोच में हूं,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 27 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read होली आने वाली है होली आने वाली है, चलो इस बार, हर दिलों से, अमानवीय भेदभाव को ही जला दें। नफरत की दीवार, जो खड़ी की जा रही है, चलो इस बार, हम सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 27 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read पुलिस की चाल ऐसा तो है चाल पुलिस का, ऐसा तो है चाल। ऐसा तो है. . . . . . चोर को कहते हैं चोरी करो, और लोगों को कहते हैं जागते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 27 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read एक मशाल तो जलाओ यारों एक मशाल तो जलाओ यारों, सदियों से यहां अंधेरा है। अंधविश्वासों के मकड़जाल ने, पूरे समाज को ही घेरा है। एक मशाल तो . . . . . . मनगढ़ंत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 28 Share नेताम आर सी 5 May 2024 · 1 min read इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो। संवेदना जब मर जाती है, तो असंवेदनशील हो जाती है। इसीलिए तो कहता हूं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 25 Share नेताम आर सी 3 May 2024 · 1 min read संवेदना "संवेदना" ******** मैं सोच में हूं, क्या संवेदना बचीं है। हमें अपने से ज्यादा, गैरों के सम्मान की फिक्र होती थी। आज दूर्भावना इतनी है, कि मैं सोच में हूं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 39 Share नेताम आर सी 3 May 2024 · 1 min read जीवन में, जीवन में, लक्ष्य को पाने के लिए, बहुत कुछ करना पड़ता है। कभी ऑंधी तूफानों का सामना, तो कभी, हालातों से लड़ना पडता हैं!* Quote Writer 30 Share नेताम आर सी 28 Apr 2024 · 1 min read "वक्त"के भी अजीब किस्से हैं "वक्त"के भी अजीब किस्से हैं किसी का कटता नहीं और किसी के पास होता नहीं। वक्त दिखाई नहीं देता है पर बहुत कुछ दिखा देता है। अपना पन तो हर... Quote Writer 40 Share नेताम आर सी 27 Apr 2024 · 1 min read ज़िंदगी में अपना पराया ज़िंदगी में अपना पराया कोई नहीँ होता, सिर्फ मन की स्थिति है....! भरोसा है, तो पराया अपना है, यदि भरोसा नहीं तो अपने भी पराये हो जाते हैं...!! !जोहार! Quote Writer 26 Share नेताम आर सी 27 Apr 2024 · 1 min read ज़िंदगी में अपना पराया ज़िंदगी में अपना पराया कोई नहीँ होता, सिर्फ मन की स्थिति है....! भरोसा है, तो पराया अपना है, यदि भरोसा नहीं तो अपने भी पराये हो जाते हैं...!! !जोहार! Quote Writer 22 Share नेताम आर सी 26 Feb 2024 · 1 min read मशाल एक मशाल तो जलाओ यारों, सदियों से यहां अंधेरा है। ऐसा लगता है जैसे अमावस्या की, काली रात का ही डेरा है। एक मशाल तो जलाओ . . . .... Hindi · कविता 122 Share नेताम आर सी 8 Feb 2024 · 1 min read *सच्चे गोंड और शुभचिंतक लोग...* *सच्चे गोंड और शुभचिंतक लोग...* *हमारे जीवन में...* *सितारों की तरह होते है...!!* *वो चमकते तो सदैव ही रहते है,* *परंतु...दिखायी तभी देते है,* *जब अंधकार छा जाता है *... Quote Writer 84 Share नेताम आर सी 20 Jan 2024 · 1 min read *अनमोल वचन* कौवा, कोयल की आवाज को दबा सकता है..... मगर खुद की आवाज मधुर नहीं बना सकता, ठीक उसी तरह निंदा करने वाला व्यक्ति सज्जन को बदनाम कर सकता है..... लेकिन... Hindi · कोटेशन 75 Share नेताम आर सी 17 Jan 2024 · 1 min read "वक्त" भी बड़े ही कमाल "वक्त" भी बड़े ही कमाल का होता है, सबसे इंतजार करवाता है, लेकिन स्वयं कभी किसी का भी, इंतजार कभी भी नहीं करता है!! !!जोहार!! Quote Writer 92 Share नेताम आर सी 17 Jan 2024 · 1 min read "वक्त" भी बड़े ही कमाल "वक्त" भी बड़े ही कमाल का होता है, सबसे इंतजार करवाता है, लेकिन स्वयं कभी किसी का भी, इंतजार कभी भी नहीं करता है!! !! जोहार !! Quote Writer 135 Share नेताम आर सी 28 Dec 2023 · 1 min read *भरोसा हो तो* *भरोसा हो तो* *चुप्पी भी समझ में आती है..* *अन्यथा* *शब्दों के भी गलत अर्थ निकलते हैं !* *जय सेवा* *जय जोहार* Quote Writer 159 Share नेताम आर सी 23 Dec 2023 · 1 min read अच्छा कार्य करने वाला अच्छा कार्य करने वाला कभी सम्मान का भूखा नहीं होता, उसका कार्य ही उसे सम्मान का पात्र बना देता है। Quote Writer 182 Share नेताम आर सी 27 Nov 2023 · 1 min read जिस समय से हमारा मन, जिस समय से हमारा मन, दूसरों के लिए, शुभ सोचना प्रारंभ कर देता है। शांति उसी समय से, हमारे जीवन में प्रविष्ट हो जाती है । सेवा जोहार Quote Writer 173 Share नेताम आर सी 16 Nov 2023 · 1 min read समाज को जगाने का काम करते रहो, समाज को जगाने का काम करते रहो, चाहे लोग तारीफ करे या बुराई। आधे से ज्यादा लोग सोते रहते हैं, सूरज फिर भी जगाने आ जाता है। प्रकृति जोहार Quote Writer 269 Share नेताम आर सी 14 Nov 2023 · 1 min read नजरिया आप कितने भी अच्छे हो... चाहे आप कितना भी अच्छा काम कर लो... पर एक बात हमेंशा याद रखना..... आपको जो गलत समझता है... वह मरते दम तक आपको गलत... Hindi · आईना एक सच 1 1 214 Share नेताम आर सी 11 Nov 2023 · 1 min read बंदूक की गोली से, बंदूक की गोली से, अधिक खतरनाक, शक्कर की मीठी गोलियां होती हैं। क्यों,, काॅमरेड Quote Writer 381 Share नेताम आर सी 4 Nov 2023 · 1 min read कामयाब लोग, कामयाब लोग, अपने फैसले से दुनियां बदलते देते हैं..! नाकामयाब लोग, दुनिया के डर से अपने फैसले बदल देते हैं...!! !!जोहार!! Quote Writer 168 Share नेताम आर सी 4 Nov 2023 · 1 min read कोई चाहे कितने भी, कोई चाहे कितने भी, दांव पेंच खेल ले। आखिरी में हुकुम का इक्का, कुदरत ही फेंकता है।। "प्रकृति जोहार" Quote Writer 251 Share नेताम आर सी 3 Nov 2023 · 1 min read आपको डुबाने के लिए दुनियां में, आपको डुबाने के लिए दुनियां में, ऐसे लोग भी बैठे होंगे, जिनको तैरना भी, आपने सिखाया होगा! !जोहार बुढ़ादेव! Quote Writer 134 Share नेताम आर सी 31 Oct 2023 · 1 min read एक खाली बर्तन, एक खाली बर्तन, सबसे तेज आवाज करता है। वैसे ही खाली बुद्धि वाले लोग, ज्यादा डींगे हांकते हैं। !जोहार! Quote Writer 247 Share नेताम आर सी 31 Oct 2023 · 1 min read सिर्फ दरवाजे पे शुभ लाभ, सिर्फ दरवाजे पे शुभ लाभ, लिखने से कुछ नहीं होगा? शुभ विचार रखिये, अपने लिए भी, और दूसरों के लिए भी, तभी लाभ होगा। !जय बुढ़ादेव! Quote Writer 191 Share नेताम आर सी 27 Oct 2023 · 1 min read झूठ भी कितना अजीब है, झूठ भी कितना अजीब है, खुद बोलो तो, अच्छा लगता है। और दूसरा बोले तो, गुस्सा आता है। ।।प्रकृति जोहार।। Quote Writer 1 304 Share नेताम आर सी 26 Oct 2023 · 1 min read कभी कभी अच्छा लिखना ही, कभी कभी अच्छा लिखना ही, शानदार नहीं होता। सच कहूं तो .... पढ़ने वाले भी समझदार, होने चाहिए।। Quote Writer 138 Share Page 1 Next