नेताम आर सी 137 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नेताम आर सी 19 Apr 2025 · 1 min read गुण और गुनाह, गुण और गुनाह, दोनों की कीमत होती है। फर्क इतना है कि, गुण की कीमत मिलती है। और गुनाह की कीमत, चुकानी पड़ती है।। जोहार Quote Writer 1 36 Share नेताम आर सी 19 Apr 2025 · 1 min read गुण और गुनाह, गुण और गुनाह, दोनों की कीमत होती है। परन्तु फर्क इतना है कि, गुण की किमत मिलती है, और गुनाह की कीमत चुकानी पड़ती है।। जोहार Quote Writer 35 Share नेताम आर सी 23 Mar 2025 · 1 min read होली बड़ी निराली है होली बड़ी निराली है मदहोशी की प्याली है। धार्मिक परम्परा है सच्चाई है या ख्याली है। होली बड़ी . . . . . . घेरे पड़े हैं चारों तरफ से,... Hindi · कविता 1 55 Share नेताम आर सी 14 Mar 2025 · 1 min read आया होली का त्योहार आया होली का त्योहार, उड़े रंग और गुलाल। दिल से दिल मिला लें अब तू, रहे न मन में मलाल। आया होली का. . . . . . चलो रंग... Hindi · कविता 1 40 Share नेताम आर सी 13 Mar 2025 · 1 min read शब्द की चाबी शब्द की चाबी दिलों के दरवाजे खोल देती है, जब मीठी सी आवाज, कानों में घोल देती है। दिल की तरह जुबां भी साफ रखें, अपनों को अपनों के पास... Quote Writer 1 54 Share नेताम आर सी 13 Mar 2025 · 1 min read कमांड चाहिए तो कमांडो बनो नेतृत्व के सवाल पर शहीद का० शंकर गुहा नियोगी जी के विचार:-* किसान मजदूर के सही नेतृत्व को निम्नलिखित आचरण विधि पर अमल करना चाहिए : 1. *नम्रता* से बोलो।... Hindi · लेख 1 35 Share नेताम आर सी 9 Mar 2025 · 2 min read जिसे मौत भी डरा न सकी नियोगी जी को अपनी हत्या की साजिश की जानकारी होने के बावजूद निश्चिंत नियोगी जी दिल्ली यात्रा से लौटकर अपने अंतिम सप्ताह में अपने परिवार समेत दल्ली राजहरा छोड़कर भिलाई... Hindi · लेख 1 51 Share नेताम आर सी 8 Mar 2025 · 1 min read श्रद्धांजलि हिमालय कस ऊंचा रीहिस हे, जेकर हौसला। पल में कर लेत रिहिस हे, हर समस्याओ के फैसला। समुद्र के लहर ले घलो तेज रिहिस, चट्टान के जईसे अडिग अऊव अभेद... Chhattisgarhi · Poem 1 46 Share नेताम आर सी 7 Mar 2025 · 3 min read शहीद वीर नारायण सिंह शहीद वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ के महान स्वतंत्रता सेनानी और आदिवासी जन नायक थे, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ अपनी मातृभूमि और गरीब किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए... Hindi · लेख 1 58 Share नेताम आर सी 31 Jan 2025 · 1 min read लोगों को फिर से अपने जीवन में लोगों को फिर से अपने जीवन में प्रवेश देने से पहले यह सदैव याद रखें कि *सांप अपनी केंचुली,* *कितनी ही बार क्यों न बदल लें...* *उसका वास्तविक रूप* *एक... Quote Writer 1 58 Share नेताम आर सी 11 Nov 2024 · 1 min read अंधेरे से लड़ो मत, अंधेरे से लड़ो मत, थक जाओगे। ज्ञान का दिया जला दो, अंधेरा छंट जायेगा।। *जोहार* Quote Writer 1 135 Share नेताम आर सी 10 Nov 2024 · 1 min read *जीवन में, *जीवन में* "विचार" और "व्यवहार" दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण है।* *कभी कभी* "विचार", से "व्यवहार" बदल जाता है..!! *तो कभी कभी* "व्यवहार", से "विचार" ही बदल जाता है...!! *Johar* Quote Writer 2 190 Share नेताम आर सी 11 Sep 2024 · 1 min read *झूठा ही सही...* *झूठा ही सही...* *मुस्कुराते रहना चाहिए ,* *उदास देखकर अपने क्या..??* *गैर भी मजे लेते हैं ..* जोहार Quote Writer 174 Share नेताम आर सी 8 Sep 2024 · 1 min read देश चलता नहीं, देश चलता नहीं, मचलता है, मुद्दा हल नहीं होता सिर्फ उछलता है, जंग मैदान पर नहीं, मीडिया पर जारी है आज तेरी तो कल मेरी बारी है जोहार Quote Writer 288 Share नेताम आर सी 31 Aug 2024 · 1 min read जब आवश्यकता होती है, जब आवश्यकता होती है, तो जुबान, सबकी मीठी हो जाती है !! जोहार Quote Writer 161 Share नेताम आर सी 30 Aug 2024 · 1 min read एक तरफ मां के नाम पर, एक तरफ मां के नाम पर, पेड़ लगाया जाता है। और उसे काटने के लिए, पूरा प्रशासन लगाया जाता है।। कैसे जंगल बचाएं ? Quote Writer 279 Share नेताम आर सी 2 Aug 2024 · 1 min read जब कोई, जब कोई, आपकी कीमत न समझे, तो उदास मत होना... बस ये जान लेना, कि कबाड़ी को कभी, हीरे की परख नहीं होती ! जोहार साथियों Quote Writer 158 Share नेताम आर सी 1 Jul 2024 · 1 min read सब्र या धैर्य, सब्र या धैर्य, एक ऐसी सवारी है। जो अपने सवार को, कभी गिरने नहीं देती। न तो किसी के कदमों में, और न ही किसी की नजरों में। !जोहार साथियों! Quote Writer 426 Share नेताम आर सी 27 Jun 2024 · 1 min read लोगों के दिलों में, लोगों के दिलों में, हमारा जो स्थान है। वही असली धन है, जिससे हम धनवान हैं।। जोहार जोहार Quote Writer 194 Share नेताम आर सी 22 Jun 2024 · 1 min read * लक्ष्य सही होना चाहिए।* * लक्ष्य सही होना चाहिए।* * काम तो दीमक भी,* * दिन-रात करती है।* * पर वो निर्माण नही,* * विनाश करती है...!* * जोहार* Quote Writer 196 Share नेताम आर सी 20 Jun 2024 · 1 min read *जिंदगी* *जिंदगी* *एक किताब है,* *जिसे लोग पढ़ते हैं।* *पर कुछ लोग तो सिर्फ,* *जिंदगी के पन्ने उलटते हैं।* *जोहार* Quote Writer 192 Share नेताम आर सी 17 Jun 2024 · 1 min read जैसे हम, जैसे हम, आंखों के इतने करीब से, किताबें पढ़ नहीं पाते। वैसे ही हम, अपनों के इतने करीब से, भावनाओं को समझ नहीं पाते..... !!जोहार!! Quote Writer 188 Share नेताम आर सी 12 Jun 2024 · 1 min read अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है। अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है। अनपढ़ तो धार्मिक किताबें, पढ़ ही नहीं सकता। पढ़े लिखे की कंडीशनिंग, इस तरह की हों जाती है। के वो किताबो में लिखी हर... Quote Writer 176 Share नेताम आर सी 27 May 2024 · 1 min read हारता वो है हारता वो है, जो शिकायत बार बार करता है। और जीतता वो है, जो कोशिश हर बार करता है। हारता वो है . . . . . . फैसला तुमको... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 201 Share नेताम आर सी 25 May 2024 · 1 min read कली से खिल कर जब गुलाब हुआ कली से खिलकर जब गुलाब हुआ, नाचीज से बढ़ कर जब नायाब हुआ। जुगनू सा, जलता बुझता था आसमान में, तेरी रहमत हो गई ऐ मेरे कुदरत, मैं तो जुगनू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 168 Share नेताम आर सी 24 May 2024 · 1 min read मजदूरों के मसीहा मजदूरों के मसीहा मसीहा मसीहा, मन मंदिर में बसइया बसइया बसइया। तोला लाल सलाम नियोगी जी। तोला लाल सलाम हे। मजदूरों के मसीहा . . . . . . हक... Poetry Writing Challenge-3 1 223 Share नेताम आर सी 23 May 2024 · 1 min read राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक, हो गये तो अनर्थ हो जाएगा। हम अपने सुरक्षा के लिए, कहीं हथियार, रख लिये तो अनर्थ हो जाएगा। राजनैतिक फायदे के लिए .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 186 Share नेताम आर सी 22 May 2024 · 1 min read तुम इतने आजाद हो गये हो तुम इतने आजाद हो गये हो, कि दूसरों को गुलाम समझ लेते हो। इंसानियत को मारकर , पार्श्विक की महफिल सजा लेते हो। तुम इतने आजाद . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 167 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 1 min read ये दुनिया बाजार है ये दुनिया बाजार है, यहां सब बिकता है। अंदर झांक कर तो देखो, पारखी नजरों से, यहां सब दिखता है। ये दुनिया बाजार है . . . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 152 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 2 min read आंदोलन की जरूरत क्यों है जब सरकार, अच्छे दिन का सपना दिखा रही है। तो फिर आंदोलन की जरूरत क्यों है? आंदोलन की जरूरत इसलिए है, क्योंकि सरकार जनता की आड़ में, पूंजीपतियों की अच्छे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 160 Share नेताम आर सी 20 May 2024 · 1 min read मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है मुझे तो, मेरी फितरत पे नाज है, कि दुश्मन भी मुझे दुआ दे देते हैं। मैं तो किस्मत पे भी भरोसा नहीं करता, क्योंकि दोस्त भी मुझे दगा दे देते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 170 Share नेताम आर सी 19 May 2024 · 1 min read अंजानी सी गलियां अंजानी सी गलियां मुझे, न जाने क्यों, जानी पहचानी सी लगने लगी है। एक साया परियों के जैसी, आंखों में मेरे, झिलमिलाने लगी है। क्या इसी को मुहब्बत कहते हैं?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 193 Share नेताम आर सी 18 May 2024 · 1 min read ऐ .. ऐ .. ऐ कविता ऐ .. ऐ .. ऐ कविता, मुझे कवि बना के ही छोड़ोगी। वीर हास्य व्यंग श्रृंगार, करूणा के दिशा में ही मोड़ोगी। ऐ .. ऐ .. ऐ कविता . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 216 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read मेरे फितरत में ही नहीं है मेरे फितरत में ही नहीं है, मैं किसी का भी इस्तेमाल करूं। बचा लुंगा मैं उसे, चाहे क्यूं न मैं मरूं। मेरे फितरत में ही नहीं है . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 193 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read संघर्ष और निर्माण जो कभी संघर्ष से परिचित नहीं होता.. इतिहास गवाह है। वह कभी चर्चित ही नहीं होता। जो कभी संघर्ष से परिचित . . . . . . कौन जानेगा तुम्हें... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 200 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read ऐसा एक भारत बनाएं आओ ऐसा एक भारत बनाएं, हम मजदूर क्रांति की मशाल जलाएं। आओ ऐसा एक . . . . . . शोषण अत्याचार का, न नामो निशां होगा। मजदूर किसानों का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 162 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read श्रद्धांजलि हिमालय सा, ऊंचा था उसका हौसला। चुटकियों में कर लेता था, जटिल से जटिल, समस्याओं का फैसला। समुद्र की, लहरों से भी, वो तेज था। चट्टानों की भांति, अडिग और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 137 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read तेरे मेरे बीच में, तेरे, मेरे बीच में, ये दूरियां तेरी आंखों ने बढ़ा दिया है। ये फासले कम भी हो सकते थे, लेकिन तेरी बेरुखी बातों ने, दिलों के फासले और बढ़ा दिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 249 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read बोलो राम राम बोलो राम राम सिया राम, लखन जी, राम राम सिया राम। राम कहेंगे सिया राम कहेंगे, भजेगें सुबहो शाम। बोलो राम राम सिया . . . . . . हाथ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 176 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read हम तुम्हारे हुए हम तुम्हारे हुए, तुम हमारे हुए। हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हो गये, तुम हमारे हमारे हमारे हो गये। हम तुम्हारे हुए . . . . . . बीच दरिया में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 142 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read मैंने एक चांद को देखा मैने एक चांद को देखा, जो अंधेरा ही अंधेरा था। जिसकी न सुबह होती थी, बस अंधेरा ही अंधेरा था मैंने एक चांद . . . . . . आंख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 270 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read जनता का पैसा खा रहा मंहगाई जनता का पैसा खा रहा महंगाई, जागो रे बहना जागो रे भाई । मजदूर किसान जागो रे, युवा नौजवान जागो रे। देश के गद्दार बन रहें हैं कसाई जनता का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 215 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read संवेदनाएं जिंदा रखो इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। संवेदनाएं . . . . . . किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 217 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read आहवान चलो रे साथी, धरके लाठी चलेंगे सीना तान के। न्याय और अधिकार के लिए लड़ेंगे, दुश्मन को पहचान के। चलो रे साथी . . . . . . न कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 185 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read सेवा जोहार सेवा जोहार *प्रकृति का दर्शन और मित्रों का मार्गदर्शन...* *दोनों ही जीवन को प्रकाशित कर देते हैं...* *खूबसूरती तो हमेशा दिल और व्यवहार में होती है...* *लोग बेवजह उसे शक्ल... Quote Writer 408 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read संवेदना “संवेदना” ******** मैं सोच में हूं, क्या संवेदना बचीं है। हमें अपने से ज्यादा, गैरों के सम्मान की फिक्र होती थी। आज दूर्भावना इतनी है, कि मैं सोच में हूं,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 187 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read होली आने वाली है होली आने वाली है, चलो इस बार, हर दिलों से, अमानवीय भेदभाव को ही जला दें। नफरत की दीवार, जो खड़ी की जा रही है, चलो इस बार, हम सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 150 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read पुलिस की चाल ऐसा तो है चाल पुलिस का, ऐसा तो है चाल। ऐसा तो है. . . . . . चोर को कहते हैं चोरी करो, और लोगों को कहते हैं जागते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 280 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read एक मशाल तो जलाओ यारों एक मशाल तो जलाओ यारों, सदियों से यहां अंधेरा है। अंधविश्वासों के मकड़जाल ने, पूरे समाज को ही घेरा है। एक मशाल तो . . . . . . मनगढ़ंत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 175 Share नेताम आर सी 5 May 2024 · 1 min read इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो। संवेदना जब मर जाती है, तो असंवेदनशील हो जाती है। इसीलिए तो कहता हूं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 189 Share Page 1 Next