Neelmani Jha Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Neelmani Jha 8 Nov 2017 · 1 min read क्षितिज को ढूँढता... क्षितिज को ढूँढता पागल मैं कोई परिंदा हुँ , खुद की इस उड़ान पे अब खुद से ही शर्मिंदा हुँ , तुम्हें इस बात का कोई इल्म है या भी... Hindi · मुक्तक 1 300 Share