Zia Fatma 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Zia Fatma 10 Jan 2021 · 1 min read विश्व हिन्दी दिवस हिंदी शान है हिंदी सम्मान बहुत से लोगों के दिल की जान हिन्दी हैं हम हिन्दुस्तान हमारा लबों की बाते किसी की जबान है हिंदी आज पूरे विश्व मे फैले... Hindi · कविता 2 1 329 Share Zia Fatma 27 Dec 2020 · 1 min read प्रकृति प्रकृति तू ऐसी लगती है कि मानो प्रकृति हमारे लिए ही बनी हो इस प्रकृति की इतनी अजीबो गरीब करामाते हैं हम चाह कर भी न जान पाते हैं प्रकृत... Hindi · कविता 3 4 370 Share Zia Fatma 24 Dec 2020 · 1 min read बेटी की भावना मैं बोझ नहीं हु मुझको आगे पढ़ने दो सपनों की उड़ान को भरने दो मैं भी बनकर दिखाऊंगी अफसर काम करके दिखाऊंगी वह सारे जो ना कर पाते हैं लड़के... Hindi · कविता · बाल कविता 3 8 405 Share Zia Fatma 20 Dec 2020 · 1 min read ठंड और कोरोना के अत्याचार ठंड से सब परेशान बा ए ठंडी मे रजाई और अलाव ही जान बा। सबेरे त बिस्तर से उठे के मन ना करे घर से बाहर जाये के सोचलहु पर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 22 451 Share Zia Fatma 20 Dec 2020 · 1 min read ठंड और कोरोना का अत्याचार ठंड से सब परेशान बा ए ठंडी मे रजाई और अलाव ही जान बा। सबेरे त बिस्तर से उठे के मन ना करे घर से बाहर जाये के सोचलहु पर... Hindi · कविता 3 2 527 Share Zia Fatma 17 Dec 2020 · 1 min read कोरोना कभी सोचा ना होगा ऐसे बदलेगी दुनिया अपने ही अपनो से बनाने लगेंगे दुरिया। कोरोना ने बदली दुनिया की रफ्तार बाहर वालो को भी याद आने लगी घर द्वार। अब... Hindi · कविता 1 2 319 Share Zia Fatma 11 Dec 2020 · 1 min read तितली तितली आयी तितली आयी रंग बिरंगी तितली आयी नीली पीली खुब चमकीली तितली आयी तितली आयी मन को मेरे खुब भाती जब भी आती जब भी आती तु तो मतवाली... Hindi · कविता 2 4 609 Share Zia Fatma 1 Dec 2020 · 1 min read ख्वाब बहुत है दिल में अरमान बहुत है ख्वाब बहुत है दिल में आस बहुत है ऐ जिन्दगी तुझको समझने कीअरमान बहुत है खामोशी सी छा जाती है तुझे ना समझने पर और तुझे जितना समझु उतना ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 479 Share Zia Fatma 28 Nov 2020 · 1 min read आखें आखों का क्या है साहब इसकी बहुत कहानी है। कोई कहता दिवानी कोई कहता मस्तानी है। कोई कहता तेरी आखो मे डुब गया जैसे उसमें समुन्दर की गहराई है। कोई... Hindi · कविता 1 2 581 Share Zia Fatma 28 Nov 2020 · 1 min read बचपन क्या होती है बचपन बचपन जाने के बाद चला.. कैसी होती कागज की कश्ती कश्ती की मस्ती बचपन जाने के बाद पता चला... कैसे होते वे बचपन के दोस्त रूठने... Hindi · कविता 1 2 581 Share