Naushaba Suriya Tag: Poem 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Naushaba Suriya 13 May 2024 · 1 min read आश्रित....... ........... आश्रित....... कुछ चीजों पर अपना वश नही होता दिल पर हर बार काबू नही होता मुखवटे हर बार चढाये नही जाते आंसू हर बार छिपाए नही जाते गम का... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 4 1 96 Share Naushaba Suriya 20 Dec 2023 · 1 min read ख्याल........ ......... ख्याल........ दिल में खयालों का तूफान है, लेकिन यही तो मेरा मकान है। चीज़े कुछ संभालती है, तो कुछ हाथ से फिसल जाती है जिंदगी का यह मोड़ कभी... Poem 2 188 Share Naushaba Suriya 19 Dec 2023 · 1 min read दोस्ती के नाम..... .......दोस्ती के नाम..... संग फिजा के दोस्ती की महक भेजना सर पर हमेशा मुश्किल में हाथ रखना डूबते सूरज के हाथ थोड़ी रोशनी भेजना, संग चांद के थोड़ी चांदनी भेजना...... Poem 215 Share Naushaba Suriya 17 Dec 2023 · 1 min read भीगी पलकें... ...भीगी पलकें... पलके भीग जाती है, बाबुल की याद में, तन्हाई बड़ी सताती है, अब मायके के इंतजार में।। यह कैसे रीत तूने खुदा है बनाई, बचपन का आंगन छोड़,... Poem 1 294 Share Naushaba Suriya 6 Dec 2023 · 1 min read मुस्कुराहट ........मुस्कुराहट........ हजार गमों की महफिल में, तू मुस्कुराहट को न्योता दिया कर।। नम हुई आंखे तेरी, दिल को सताती है, मुकुराहट तो दिल का सुकून कहलाती है।। ऐ दोस्त ,... Assamese · Poem 1 191 Share Naushaba Suriya 1 Dec 2023 · 1 min read ....नया मोड़ ........नया मोड़...... आंखों में बसी है नमी खुदा क्यों हो रही हु मैं खुदसे जुदा चाहती हूं कोई दिल से लगाए हो रही हूं खुद मे ही जैसे गुमसुदा अजीब... Hindi · Poem 1 233 Share Naushaba Suriya 29 Nov 2023 · 1 min read ... बीते लम्हे ........ बीते लम्हे....... खोली जब आज कुछ पुरानी चिट्ठियां जिनमे महफिल बीते लम्हों को सजाई थी मानो वक्त की इजाजत थी लम्हों ने की हमारी हिफाजत थी उगता हुआ सूरज,... Poem 1 349 Share Naushaba Suriya 29 Nov 2023 · 1 min read गुफ्तगू .......गुफ्तगू...... बात तो करनी है तुझसे पर,शुरू करूं कहां से ! लफ्जों को ढूंढ रही हूं क्या कहूं यही सोच रही हूं ज़िंदगी के नये रंग बताऊं या लड़खड़ाते जमी... Poem 1 137 Share Naushaba Suriya 21 Nov 2023 · 1 min read खुशनसीब ....... खुशनसीब ...... आज समझता हूं खुशनसीब खुद को काटों की दवा भेज दी खुदाने मुझको जख्मों की दवा लाया है दोस्त मेरा चमन की हवा लाया है दोस्त मेरा... Hindi · Poem · कविता 1 186 Share Naushaba Suriya 8 Sep 2023 · 1 min read 2020 ....2️⃣0️⃣2️⃣0️⃣..... ऐ 2020- तूने हमे बहोत है सताया, दुनिया मे कोरोना फैलाया, हर खुशियों और त्योहारों पर सिर्फ, फासलों का सिलसिला तूने बनाया। ऐ 2020 हे शिकायते तुझसे ढेर सारी,... Poem 1 83 Share Naushaba Suriya 23 Aug 2023 · 1 min read मैं एक खिलौना हूं... ..... मैं एक खिलौना हूं... चाभी से चलने वाला एक खिलौना हूं किसी की खुशियों की खातिर घूमनेवाला खिलौना हूं मैं एक खिलौना हूं...... मैं ,इंसानों सा जीनेवाला नही मेरा... Poem 1 195 Share Naushaba Suriya 23 Aug 2023 · 1 min read .. मैं जानती हूं... ....... मैं जानती हूं...... मैं जानती हूं की मैं कौन हूं क्या हूं पता है मुझे ,मेरी वास्तविकता..... मैं ,कोई तस्वीर या श्रृंगार का सामान नही ना ही ,यादों को... Poem 1 332 Share