Nanki Patre 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nanki Patre 4 Jun 2023 · 1 min read नजर नहीं आता रास्ता नजर नहीं आता रास्ता धुंध ही धुंध है पूर्ण अंधेरा। चलते जाना शिखर तक, सहारा नहीं विश्वास तक। Quote Writer 4 218 Share Nanki Patre 8 Jun 2023 · 1 min read मेरे पिता मेरा भगवान मेरे पिता मेरा भगवान थे, पूरी करते सारा अरमान थे। दु :ध रोटी कमाते मख्खन , जरूरतों का करते भुगतान । पिता मेरा मांगा हुआ वरदान थे, मेरे पिता मेरा... Poetry Writing Challenge · कविता 4 385 Share Nanki Patre 8 Jun 2023 · 1 min read प्यार नशा है प्यार वो नशा है जो नहीं शराब में, देखता हूं वो सपना जो नहीं मेरे ख्वाब में। तेरे मीठे लफ्ज़ो का आह भरता हूं मैं, नहीं कोई और मीठे रस... Poetry Writing Challenge · कविता 3 1 137 Share Nanki Patre 9 Jun 2023 · 1 min read यादों के छांव यादों के छांव में, पहुंच गए एक शाम । गलियां वही थी, बदल गया था नाम। चल रही थी पुरवाई लेकर धून मधुर मधुर , झूम रहे थे तरु नशे... Poetry Writing Challenge · कविता 3 141 Share Nanki Patre 9 Jun 2023 · 1 min read उसने रुह को चूम लिया मैं फूल सा कोमल धूप पड़ते ही मुरझा गई थी, समझ गए मेरे जज्बात उसने रुह को चूम लिया। भावना में बहती हुई सरिता धार सी मैं विचलित, वो सागर... Poetry Writing Challenge · कविता · मुक्तक 3 1 86 Share Nanki Patre 8 Jun 2023 · 1 min read कैसे गीत गाएं मल्हार सावन आया शोर मचाया जलद ने जल बिछाया। नभ प्रदेश में अंधकार छाया। इन्द्र इंद्रजाल खेल रहा अपार, कैसे गाएं गीत मल्हार। दामिनी खुद दामन छोड़ आई , मीन कणाद... Poetry Writing Challenge · कविता 3 362 Share Nanki Patre 5 Jun 2023 · 1 min read जब वक़्त के साथ चलना सीखो, जब वक़्त के साथ चलना सीखो, अपने क्या बेगाने भी साथ देते है। समय पर मिलने वाले को सभी आदर करते हैं Quote Writer 3 462 Share Nanki Patre 5 Jun 2023 · 1 min read अध खिला कली तरुणाई की गीत सुनाती है। अध खिला कली तरुणाई की गीत सुनाती है। उमंगों का बरसात हो और मोरों की सहनाई हो। क्या बात है प्रकृति भी शान से मुस्कुराती है। द्रुम-दल मदपान कर ढोल... Quote Writer 2 519 Share Nanki Patre 9 Jun 2023 · 1 min read आशा की किरण आ गई वही निस्तब्ध निशा , मन है शांत-विशांत एकांत । झुंझला कर विश्वास डोल रहा, आशा की किरण बोल रहा। ह्रदय को रख तसल्ली धैर्य से , कट जायेगा... Poetry Writing Challenge · कविता 2 243 Share Nanki Patre 9 Jun 2023 · 1 min read नये ख्याल पुराने रिवाज़ नये ख्याल पुराने रिवाज़ मिलकर पहनेंगे ताज। संस्कृति का मुख्यालय होगा , नया ख़्याल का आलय होगा। न हो किसी का भी अनदेखा , एक नयी लकीर एक लक्ष्मण रेखा।... Poetry Writing Challenge 2 324 Share Nanki Patre 8 Jun 2023 · 1 min read ▫️ मेरी मोहब्बत ▫️ तुम पूछते हो , मैं नहीं रहूंगा तो तुम कैसे करोगे निस्तार। तो सुनो तुम , मेरी मोहब्ब्त का हो तुम लिखित हस्ताक्षर हो। तुम से शुरू तुम से अंत,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 137 Share Nanki Patre 8 Jun 2023 · 1 min read पेड़ लागाओ जीवन बचाओ पेड़ लगाओ जीवन बचाओ। पर्यावरण को सुरक्षित रखो। बिमारियों को दूर भगाओ। पेड़ लगाओ,जीवन बचाओ। वृक्ष काटे जा रहे है रोज, साँसे कम होते जा रहे रोज। प्रकृति विपत्ति में... Poetry Writing Challenge · कविता 2 169 Share Nanki Patre 5 Jun 2023 · 1 min read पेड़ लागाओ जीवन बचाओ पेड़ लगाओ जीवन बचाओ। पर्यावरण को सुरक्षित रखो। बिमारियों को दूर भगाओ। पेड़ लगाओ,जीवन बचाओ। वृक्ष काटे जा रहे है रोज, साँसे कम होते जा रहे रोज। प्रकृति विपत्ति में... Hindi 2 1 132 Share Nanki Patre 5 Apr 2023 · 1 min read जब ऐसा लगे कि जब ऐसा लगे कि अब सब कुछ खत्म हो गया, तब आशा की किरण को बुझने न देना। विश्वास रखना ऐ दिन भी कट जायेंगे, और एक नये उर्जा के... Quote Writer 2 490 Share Nanki Patre 5 Apr 2023 · 1 min read विषय -परिवार विषय -परिवार ------------------------------------ प्रेम धागा में पिरोया मोतियों का हार है। प्यार और स्नेह का नाम परिवार है । रिश्ते नाते से जुड़ा एकता का सूत्रधार है, पति पत्नी और... Quote Writer 2 605 Share Nanki Patre 11 Jun 2023 · 1 min read धुंधली सी यादें उभर आई एक तस्वीर , कुछ एक धुंधली सी याद । हां वो रंगों से सजी थी, मुस्कान में थी कोई बात। जिंदगी की कहानी थी,वो बड़े प्यार से मैंने... Poetry Writing Challenge 2 140 Share Nanki Patre 11 Jun 2023 · 1 min read किसको है तुम्हारी परवाह स्वैच्छा, स्वाभिमान, स्वकर्तव्य , निहित है तुझ पर तेरा ही मंतव्य। कदम विश्वास का रख चलो पथ पर, किसको है परवाह किसके गंतव्य। उदित हो जाती है चिंताएं होते ही... Poetry Writing Challenge 2 220 Share Nanki Patre 20 Jun 2023 · 1 min read रदुतिया तईया जमाना म लाईका रहेन, बने रदुतिया मनावत रहेन। झोर झोर के पानी गिरय गली खोर म नरवा बहय। सरबट सरबट दौड लगान, माड़ी के आत ल चिखला सनान। कुद... 1 229 Share Nanki Patre 11 Jun 2023 · 1 min read बेटियां बेटियां होती है खुदा का दिया वरदान, क्यों समझते हो बेटियों को तुम मेहमान। बेटियां चिड़िया सी चहकती है, अगर , हँसी से महकाती है तुम्हारे आंगन को मगर। मानों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 222 Share Nanki Patre 19 Feb 2023 · 1 min read मां बच्चे जब मां को आलिंगन करता है। अंक में किलकारियां का स्नेह भरता है। फूल की तरह होठों पर जा खिलता है। तब दुनिया में खूबसूरत "मां" होती है। Hindi 1 59 Share Nanki Patre 8 Jun 2023 · 1 min read धरती का नसीब कागज पर दिल उतार देना, जज़्बातों को संवार देना। अपनी क़लम से उकेर कर, हंसी की स्याही से रंग भर। कुछ मधुर तुम स्वप्न लेते आना हाथों में हिना का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 140 Share Nanki Patre 4 Jun 2023 · 1 min read भाग्य का लिखा भाग्य ने जो लिखा वो हमने नहीं दिखा, हमने जो देखा वो भाग्य ने नहीं लिखा। जो अपना था वो पल में हुआ पराया, जो पराया था वो कब हो... Hindi 1 152 Share Nanki Patre 24 Mar 2023 · 1 min read चांद से सवाल चांद से सवाल आसमां से उतर आया चैत का चांद, ज़मीं पर लोगों में खुशहाली छाया। ख़ुशी में मैंने पूछ लिया एक सवाल , सवाल सुनकर चांद मुझे बहलाया। मैंने... Hindi · कविता 1 144 Share Nanki Patre 15 Mar 2023 · 1 min read आशा की किरण आशा की किरण आ गई वही निस्तब्ध निशा , मन है एकांत शांत-विशांत । झुंझला कर विश्वास डोल रहा, आशा की किरण बोल रहा। ह्रदय को रख तसल्ली धैर्य से... Quote Writer 1 420 Share Nanki Patre 14 Mar 2023 · 1 min read शायर जानता है शायर जानता है ************ हर शायर जानता है अपना किरदार , महफ़िल में आता है दफ़न कर अश्क। लोगों को हँसाता है तालियों के धून पर , भूल जाता है... Quote Writer 1 443 Share Nanki Patre 14 Mar 2023 · 1 min read अधीर मन खड़ा हुआ कक्ष, अधीर मन खड़ा हुआ कक्ष, दुपहरी में भानू बोला गवाक्ष । धीर धरो अथीर मन को तुम, खामोशी सहन करो न तुम। कब तक मन को तड़पायेगी , तन्हाईयांँ... Quote Writer 1 178 Share Nanki Patre 11 Jun 2023 · 1 min read हर शायर जानता है हर शायर जानता है अपना किरदार , महफ़िल में आता है दफ़न कर अश्क। लोगों को हँसाता है तालियों के धून पर , भूल जाता है वह भी है आम... Poetry Writing Challenge · कविता 252 Share