नन्दलाल सुथार "राही" Tag: गीतिका 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नन्दलाल सुथार "राही" 15 May 2023 · 1 min read चिड़िया रानी एक नन्हीं सी प्यारी सी चिड़िया रानी उड़कर वो आकर बोली सयानी तू देखे मुझे इस तरह से मैं प्यारी बहुत हूँ इसी वजह से फिर मैंने बोला ओ प्यारी... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 1 285 Share नन्दलाल सुथार "राही" 15 May 2023 · 1 min read धूल है अंधेरा हर राह पर फूलों में भी शूल है, हो गया है आज भारत जैसे बिखरी धूल है। भुखमरी और है लाचारी बहनों पे है विपदा भारी नेता जिसको... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 1 344 Share नन्दलाल सुथार "राही" 14 May 2023 · 1 min read सफ़ेदे का पत्ता सफेदे का एक पत्ता आ गिरा सो रहा था मैं जहाँ ऊपर मेरे तब खो गया मैं इस जगत से उस अलौकिक जगत में जहाँ अक्सर खोते है कोई साधक।... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 1 345 Share नन्दलाल सुथार "राही" 14 May 2023 · 1 min read इक दिन तो जाना है जन्म जो लिया तुम्हें इक दिन तो जाना है कोई ना तेरा नहीं कोई ठिकाना है इस जगत की रोशनी में, तू क्यों खोया रहता है बहती है गंगा, तुम्हें... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · मुक्तक 1 339 Share नन्दलाल सुथार "राही" 14 May 2023 · 1 min read ताप "ताप" सर्दी की धूप जैसे बुझी-बुझी सी होती है मानो मिट गया हो अहंकार उसका जो गर्मी में झुलसाती थी तड़पाती थी सताती थी करती थी गर्व अपने ताप पर... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 1 256 Share नन्दलाल सुथार "राही" 14 May 2023 · 1 min read शहीद की पत्नी *शहीद की पत्नी* (शहीद का पार्थिव शरीर घर में आने पर उसकी पत्नी का रुदन गीत) तुम आओगे घर आँगन में मैंने द्वार सजा के रखा था तुम आ भी... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · मुक्तक 1 319 Share नन्दलाल सुथार "राही" 31 Oct 2022 · 1 min read जिस शहर में ... जिस शहर में.... जिस शहर में तू ना आये वो शहर वीरान है चल रही है तेरी धड़कन तब तक मुझमें जान है। जिस शहर में.... मेरी दुनियाँ तुझमें बसती... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 169 Share