Aamir Singarya 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Aamir Singarya 29 Apr 2022 · 4 min read किसी अनजान इंसान पर भरोसा ना करे ☀️'किसी अंजान पर भरोसा न करें'☀️ एक बार एक शिकारी जंगल में शिकार करने के लिए गया। बहुत प्रयास करने के बाद उसने जाल में एक बाज पकड़ लिया। शिकारी... Hindi · कहानी 296 Share Aamir Singarya 3 Apr 2022 · 1 min read मेवाती दोहे हालत अपणी मेवात का, जासू बदले नाए जो चौर हटे तो डांकू बैठे , लूट लूट के खाए। हालत अपणी मेवात का, जासू बदले नाए जो चौर हटे तो डांकू... Hindi · दोहा 1k Share Aamir Singarya 1 Apr 2022 · 1 min read Motivation जब आप पंख खोलेंगे तभी तो आपको पता चलेगा कि आप कितनी ऊंचाई तक उड़ सकते हैं। Hindi · शेर 140 Share Aamir Singarya 29 Mar 2022 · 5 min read भारत के सबसे बड़े मुस्लिम समाज सुधारक भारत के सबसे बड़े मुस्लिम समाज सुधारक दिल्ली जो एक शहर है, जिसे सदियों से हिन्दुस्तान का दिल होने पर गर्व हासिल है। उसी दिल्ली में एक धार्मिक परिवार में... Hindi · लेख 1k Share Aamir Singarya 27 Mar 2022 · 1 min read दहेज यू देहज मिटे मेवात सू , है मियरो भी अरमान । कुछ हैं याका फायदा , कुछ हैं याका नुकसान । यू बिन देहज को चलण चले , तो ऐसो... Hindi · दोहा 164 Share Aamir Singarya 26 Mar 2022 · 1 min read जब सभी लपेटे जा रहे हैं तो नंबर तुम्हारा भी आणा था। by Aamir Singarya मेवाती दोहे कुछ तो इनकी गलती है , कुछ माँ बापन की ढील । उमर अभी पढ़ना की है , और इनकी बनरी रील । जैसे तैसे बाप कमा के , पटक... Hindi · दोहा 182 Share Aamir Singarya 26 Mar 2022 · 1 min read हालत हिंदुस्तान की by Aamir Singarya हालत हिन्दुस्तान की संविधान के सभी नियम, अब कट्टरता की भेंट चढ़े। संसद में बैठे हैं नेता , कट्टरपंथी बड़े बड़े। नेताजी ने बलि चढ़ा दी, कृषक के अरमान की।... Hindi · लेख 140 Share Aamir Singarya 26 Mar 2022 · 1 min read मंदिर मस्जिद रोते हैं ✍️ by Aamir Singarya _मंदिर मस्जिद रोते है*_ जब मजहब को लेकर, हिन्दू मुस्लिम दंगे होते हैं। कहीं सिसकर बड़ी घुटन से, मंदिर मस्जिद रोते हैं। कौन धर्म कहता है मंदिर, मस्जिद को तुड़वाना... Hindi · लेख 2 2 251 Share Aamir Singarya 25 Mar 2022 · 1 min read हिंदू मुस्लिम एकता हिंदू-मुस्लिम एकता 2 / अज्ञात रचनाकार अज्ञात रचनाकार » रचनाकाल: सन 1931 तुम राम कहो, वो रहीम कहें, दोनों की ग़रज़ अल्लाह से है। तुम दीन कहो, वो धर्म कहें,... Hindi · कविता 353 Share