Mukesh Kumar Sonkar Tag: मां-बाप 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mukesh Kumar Sonkar 21 Feb 2024 · 1 min read बाबुल का आंगन "बाबुल का आंगन" बाबुल का वो आंगन जिसमें मैं पली बढ़ी, जहां मैं पैदा हुई अपने पांव पर जहां खड़ी हुई। याद हर पल आता है वो मायके का आंगन,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · बाबुल का आंगन · मां-बाप · माता पिता · मायका 1 192 Share Mukesh Kumar Sonkar 15 Feb 2024 · 1 min read मां बाप "मां बाप" उदास हमें देख सब पूछते हैं तुम्हें क्या गम है, सब कुछ होते हुए भी तुम्हारी आंखें क्यों नम है। दुनिया के सारे सुख पाकर भी खुश नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मां-बाप · माता पिता · मातृ पितृ पूजन दिवस · मातृ-पितृ भक्ति 1 212 Share Mukesh Kumar Sonkar 2 Oct 2023 · 2 min read श्राद्ध श्राद्ध "हेलो पण्डित जी प्रणाम!...... मैं श्यामलाल जी का बेटा प्रकाश बोल रहा हूं, आयुष्मान भव बेटा!..... कहो कैसे याद किया आज सुबह सुबह। जी पण्डित दरअसल बात ये है... Hindi · Humour · Story · मां-बाप · लघुकथा · श्राद्धकर्म 1 229 Share Mukesh Kumar Sonkar 16 Sep 2023 · 3 min read मायका मायका "सुनो जी मैं कहे देती हूं बहनों के प्यार में अंधे होकर अपनी कमाई को यूं पानी की तरह बहाने की कोई जरूरत नहीं है कुछ अपने बीवी बच्चों... Hindi · कहानी · तीज-त्यौहार · मां-बाप · मायका · लघुकथा 1 297 Share