Ram Krishan Rastogi Tag: ग़ज़ल 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ram Krishan Rastogi 28 Oct 2023 · 1 min read वादा करती हूं मै भी साथ रहने का इजाजत है अगर मुझे प्यार करने की, वादा करती हूं,मै भी साथ रहने की। जोड़ना है अगर दो दिलों को एक साथ, जरूरत है एक दूजे को साथ रहने की।... Hindi · ग़ज़ल 2 2 263 Share Ram Krishan Rastogi 6 Jun 2023 · 1 min read आओ तो सही,भले ही दिल तोड कर चले जाना आओ तो सही,भले ही दिल तोड़ कर चले जाना। बाहें फैलाऊंगी,भले ही उन्हें मोड़ कर चले जाना। मुद्दत्तो से प्यासी बैठी हूं,भले ही प्यास न बुझाना। वादे किए मुद्दतो से,भले... Hindi · ग़ज़ल 4 4 467 Share Ram Krishan Rastogi 20 Dec 2022 · 1 min read मेरे दिल के करीब आओगे कब तुम ? मेरे दिल के करीब,आओगे कब तुम ? आकर मुझे गले से लगाओ कब तुम ? चूड़ियां लाई हूं मैं अभी मीना बाज़ार से। आकर चूड़ियों को पहनाओगे कब तुम ?... Hindi · ग़ज़ल 2 3 275 Share Ram Krishan Rastogi 18 Oct 2022 · 1 min read अब न पछताओगी तुम हमसे मिलके 🌹गजल 🌹 अब न पछताओगी तुम हमसे मिल के, हमने भी होठ सी लिए है तुमसे मिल के।। अब न मिलेगे तुमसे अब कभी दुबारा, करीब न आयेगे अब तुम्हारे... Hindi · ग़ज़ल 5 9 262 Share Ram Krishan Rastogi 24 Sep 2022 · 1 min read प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे प्रेम की पींग बढ़ाओ जरा धीरे धीरे। इसका रंग चढ़ाओ जरा धीरे धीरे।। रूठ जाऊं अगर तुमसे जिंदगी में। आकर मुझे मनाओ जरा धीरे धीरे।। पढ़ाती रहती हो दिन रात... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 297 Share Ram Krishan Rastogi 1 Jul 2022 · 1 min read तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे। बिन बाती तेल के दीप जलाऊं मै कैसे।। तड़प तड़प कर मर जाऊंगी बिन मै तेरे। जब पास नही तुम मेरे दर्द... Hindi · ग़ज़ल 3 7 471 Share Ram Krishan Rastogi 29 Jun 2022 · 1 min read दिए जो गम तूने, उन्हे अब भुलाना पड़ेगा दिए जो गम तूने मुझे,उन्हे अब भुलाना पड़ेगा। नहीं तो मौत को गले भी अब लगाना पड़ेगा।। कर कर तेरा इंतजार,आंखो को सुला न सकी। अब इन नींद भरी आंखो... Hindi · ग़ज़ल 5 8 276 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jun 2022 · 1 min read आज बंदा अपने धंधे में अंधा हुआ है आज बंदा अपने धंधे में अंधा हुआ है। वक्त के कारण वह अब अंधा हुआ है।। मिलता नही न्याय जल्दी से न्यायलय में। न्याय भी आज फांसी का फंदा हुआ... Hindi · ग़ज़ल 5 10 242 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jun 2022 · 1 min read धुआं उठा है कही,लगी है आग तो कही धुआं उठा है कही,लगी है तो आग कही। बात उठी है तो,दामन में है तो दाग कहीं।। समझाया है मैंने उनको,पर वे तो मानते नहीं। मिलते है जरूर मुझसे,पर उनका... Hindi · ग़ज़ल 4 5 722 Share