Bindesh kumar jha Tag: Quote Writer 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Bindesh kumar jha 27 Aug 2024 · 1 min read जो नभ को कण समझता है, जो नभ को कण समझता है, ग्रीष्म में जो ठिठुरते है, एक चोट में राह बदलता, भूमि पर बिखरता है। अगले कदम से डरता है, वही मरता है। बिंदेश कुमार... Quote Writer 1 61 Share Bindesh kumar jha 27 Aug 2024 · 1 min read अनंत नभ के नीचे, अनंत नभ के नीचे, अपनी गति से चलता है, निरंतर असफल प्रयास से जो नहीं ठहरता है। जो अश्रु नहीं, लहु पीता है, वही जीता है। Quote Writer 1 76 Share Bindesh kumar jha 21 Aug 2024 · 1 min read मैं अक्सर देखता हूं कि लोग बड़े-बड़े मंच में इस प्रकार के बय मैं अक्सर देखता हूं कि लोग बड़े-बड़े मंच में इस प्रकार के बयान देते हैं हिंदी को विस्तार करिए हिंदी का प्रचार करिए यह वही लोग हैं जो अपने बच्चों... Quote Writer 1 66 Share Bindesh kumar jha 28 Jul 2024 · 1 min read चमकता तो मैं भी चाँद की तरह, चमकता तो मैं भी चाँद की तरह, बस काले बादलों ने घेर लिया। मुझे इंतज़ार उन हवाओं का है, जो मुझे उड़ने को पंख लगा दें। बिंदेश कुमार झा Quote Writer 1 69 Share Bindesh kumar jha 27 Jul 2024 · 1 min read खुद को खुद से मिलाना है, खुद को खुद से मिलाना है, चलो एक गीत सुनाता हूँ, जिसमें धुन की धार न हो, सफर यदि लंबा भी हो, शून्य से विस्तार न हो। क्या मतलब यदि... Quote Writer 140 Share Bindesh kumar jha 25 Jul 2024 · 1 min read Now awake not to sleep Now awake not to sleep Let me sleep Where the sky ends, Let us awake Where the earth bends. To grow, to shine, The happiest flower to keep. Let all... Quote Writer 2 112 Share Bindesh kumar jha 25 Jul 2024 · 1 min read I want to have a sixth autumn I want to have a sixth autumn The whole year stood under the sun To give me a fruitful year, Without taking a fragrance of care, By giving a shade... Quote Writer 1 75 Share Bindesh kumar jha 24 Jul 2024 · 1 min read My Bird My Bird A new bird came to the nest Was not singing, Was at rest. A motionless dance Of this new guest. I was disappointed, A new bird appointed That... Quote Writer 1 72 Share Bindesh kumar jha 24 Jul 2024 · 1 min read Storm Storm The storm comes from the east, Along with iron, gravel, and dust, Rain that caused rust. wind broke home into fragments, Forced me to live under a tent. I... Quote Writer 1 96 Share Bindesh kumar jha 21 Jul 2024 · 1 min read वह कुछ नहीं जानती वह कुछ नहीं जानती वह पन्नों से जहाज बनाना जानती है, लिखी हुई जहाज बनने की प्रक्रिया नहीं। उसकी आँखों में दशकों का प्रेम है, लेकिन आधुनिक युग की नजरिया... Quote Writer 91 Share Bindesh kumar jha 19 Jul 2024 · 1 min read ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव, ले आए तुम प्रेम प्रस्ताव, क्या इसमें है बाँधने का स्वभाव? क्या आज़ादी की चिंगारी है? या तुम्हारी भीतर रहने की लाचारी? यह बात यहीं साफ कर दो, या फिर... Quote Writer 78 Share Bindesh kumar jha 18 Jul 2024 · 1 min read तुम में और मुझ में कौन है बेहतर? तुम में और मुझ में कौन है बेहतर? तुम में और मुझ में कौन है बेहतर ऊँची पर्वतों की चोटी यह धरती का लघु कण, राजकुमार का शयन कक्ष या... Quote Writer 79 Share Bindesh kumar jha 18 Jul 2024 · 1 min read गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को गर्व हो रहा होगा उसे पर्वत को जिसकी प्रिय बेटी हो तुम, जो भेज दिए तुम्हें एक संघर्ष पर यमुना की सहेली हो तुम। -बिंदेश कुमार झा Quote Writer 71 Share Bindesh kumar jha 18 Jul 2024 · 1 min read तुम अपने माता से, तुम अपने माता से, क्षण भर द नहीं चाहिए ऐसा प्रेम, जो मुझको मुझसे दूर कर दे, बस छोटे से आसमान के नीचे, रहने को मजबूर कर दे। बिंदेश कुमार... Quote Writer 86 Share Bindesh kumar jha 18 Jul 2024 · 1 min read आसमान से अब मत पूछो, आसमान से अब मत पूछो, धरती की क्या-क्या पीड़ा है, उसे पर्वत तो नहीं, दिखता है दिखता है तिनके से छोटा हीरा। बिंदेश कुमार झा Quote Writer 81 Share