Bindesh kumar jha Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Bindesh kumar jha 21 Jun 2024 · 1 min read तू देख, मेरा कृष्णा आ गया! तू देख, मेरा कृष्णा आ गया! दो हाथ भले ना हो मेरा पर कोटी हाथ वाला खड़ा है, तू उठा एक शास्त्र अपनी भुजा से मेरा साहस ही तुझसे बड़ा... Hindi · Bindesh Kumar Jha · Krishna · Lord Krishna · कविता 86 Share Bindesh kumar jha 20 Jun 2024 · 1 min read अहंकार अहंकार गगन के हृदय में अंकित सितारा अपनी यश-गाथा का विस्तार कर रहा, इतराकर सूरज से बैर किया है सूर्य की लालिमा मात्र से कहार रहा। अपनी सुंदर यौवन से... Hindi · अहंकार · कविता · जीवन · प्रकृति 130 Share Bindesh kumar jha 10 Jun 2024 · 1 min read एक प्रार्थना एक प्रार्थना तुम्हारी आशीष की छाया में अनंत प्रेम की धारा बहाए, बस प्रार्थना इतनी सी है प्रार्थना कामना ना बन जाए। तुम्हारे चरणों की धूल से सुशोभित मेरा मस्तक... Hindi · कविता · प्रार्थना · भक्ति 146 Share