Monika Arora Tag: ग़ज़ल 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read दिल तो पत्थर सा है मेरी जां का 1) मैं नहीं सबका है यही कहना इश्क़ सच्चा कभी नहीं मरता 2)ऐ हवा कुछ बता पता उसका वो कहीं तो तुझे मिला होगा 3)जोड़ता है दिलों के बंधन जो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 114 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read वो इश्क़ अपना छुपा रहा था 1) वो इश्क़ अपना छुपा रहा था मिला के नज़रें चुरा रहा था 2)धुआं ये सबको बता रहा था शहर कोई तो जला रहा था 3) वो गीत उल्फ़त के... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 108 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read याद मीरा को रही बस श्याम की 1)धड़कनों में ज़लज़ले भी ख़ूब थे उन दिनों के रतजगे भी ख़ूब थे 2)याद मीरा को रही बस श्याम की बालपन के फलसफ़े भी ख़ूब थे 3)पी गई विष को... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 134 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read मुझे मुहब्बत सिखाते जाते 1)मुझे मुहब्बत सिखाते जाते वफ़ा का रस्ता दिखाते जाते 2)सुनो ज़रा तुम क़रीब आओ ये कह के हमको जिलाते जाते 3)हैं रो के काटी तुम्हारे बिन जो मेरी वो रातें... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 122 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read तू ही मेरा रहनुमा है 1)तू ही मेरा रहनुमा है तू ही मंज़िल का पता है 2)इन फिज़ाओं ने भी चुपके से कहा तू ही मिरा है 3)मख़मली हाथों में तेरे नाम मेरा ही लिखा... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 96 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read आस्मां से ज़मीं तक मुहब्बत रहे 1)आस्मां से ज़मीं तक मुहोबत रहे ए ख़ुदा सब पे तेरी इनायत रहे 2)आपका हर सितम हंस के सह लेंगे हम कुछ तो हो दरमियाॅं चाहे नफ़रत रहे 3)आए तूफां... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 127 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read ख़ुश रहना है 1)मेरी बेताब धड़कन और मेरी हसरत समझने को तुम्हारी इक नज़र काफ़ी है मेरा हाल पढ़ने को 2)तुम्हारी एक आहट पर ही हम बेचैन रहते हैं और उस पर ज़ुल्म... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 122 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read इक ज़मीं हो 1)दिल के वीराने में दीपक आस का हम सब जलाएं दूर कर दें हर उदासी जुगनुओं से घर सजाएं 2)रूठ बैठे हम से जो पल आओ हम मिलकर मनाएं इन... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 1 98 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल 1)सनम तुमसे ये पर्दा क्यूं करें हम मुहोबत को यूं रुसवा क्यूं करें हम 2)शिक़ायत और ये शिक़वा क्यूं करें हम वो जाता है तो रोका क्यूं करें हम 3)ज़माने... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 94 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read तमन्ना है बस तुझको देखूॅं 1)हसीं ज़िन्दगानी रही है सदा गुनगुनाती रही है 2)तमन्ना है बस तुझको देखूं नज़र कबसे प्यासी रही है 3)कसक है जुदाई की दिल में तेरे बिन उदासी रही है 4)तुम्हारी... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 95 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना 1)मुबारक़ हो तुम्हें ये दिन सुहाना मुहब्बत का लबों पर हो तराना 2) रहे हर दम बहारों का ज़माना गुलों के साथ महके आशियाना 3)नज़र में दीद की हसरत छिपाकर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 96 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read जिसके हर खेल निराले हैं 1) इक नूर से दुनिया में हर सिम्त उजाले हैं ये शम्स-ओ-क़मर तारे सब उसके हवाले हैं 2)वो अक़्ल से बाहर है और इश्क़ के अन्दर है जानें उसे क्या... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 84 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read शिक़ायत नहीं है 1)शिक़ायत नहीं है मुझे अब सफ़र से मुसाफ़िर हूं डरती नहीं रह-गुज़र से 2)संवरने लगी हूं ख़यालों से उसके वो अंजान है मुझपे अपने असर से 3)सिसकती रही ज़िन्दगी रात... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 3 2 119 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया 1)ये बात इक फ़क़ीर भी कह कर चला गया दुनिया से ख़ाली हाथ सिकन्दर चला गया 2)पल भर में आशिक़ी का वो मंज़र चला गया होकर ख़फ़ा जो मुझसे सितमगर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 110 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read रस्म ए उल्फ़त में वफ़ाओं का सिला 1)रस्म-ए-उल्फ़त में वफ़ाओं का सिला देता है , रूठकर मुझको वो हर बार सज़ा देता है 2)अब तमन्ना ही नहीं दिल में मेरे जीने की मर भी जाऊँ तो भला... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 99 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read मैं रूठूं तो मनाना जानता है 1)मैं रूठूं तो मनाना जानता है वो मुझको मुझसे ज़्यादा जानता है 2)ज़रा सी ही तो है ये ज़िन्दगानी वो ख़ुश है जो के हॅंसना जानता है 3)मुहब्बत का है... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 86 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read ज़ख़्म-ए-दिल आज मुस्कुरा देंगे 1) ज़ख़्म-ए-दिल आज मुस्कुरा देंगे इस तरह उनको हम दुआ देंगे 2) जाने वाला भले सुने ना मगर आख़िरी साॅंस तक सदा देंगे 3)वो नज़र भर के देख लेंगे तो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 82 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read बोल दे जो बोलना है 1)बोल दे जो बोलना है और लगा इल्ज़ाम भी दर्दे ग़म देकर जुदाई का पिला दे जाम भी 2)इक नज़र गर देख लोगे हम तो मर ही जाएंगे थाम कर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 1 1 91 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read न मुझको दग़ा देना 1)वीरान अंधेरे हों तुम मुझको सदा देना हर हाल में आऊँगी आवाज़ लगा देना 2)बर्बाद मुहब्बत की हर शय को भुला देना तडपाएं अगर यादें कुछ अश्क़ बहा देना 3)मैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 2 92 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read मेरे दिल ओ जां में समाते जाते 1)मेरी बेचैन सी धड़कन को मनाते जाते हमनफ़स मेरे दिलों जां में समाते जाते 2)दास्तां हम भी अगर अपनी सुनाते जाते तुमको पाबंद मोहब्बत का बनाते जाते 3)ख़्वाब की तुमने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 116 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read तक़दीर का ही खेल 1)कहीं है सुख की शहनाई कहीं दुख घिर के आया है ये दुनिया है यहाॅं तक़दीर का ही खेल सारा है 2)यहाॅं के मंच पर किरदार अपने सब निभाते हैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 105 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read वो आरज़ू वो इशारे कहाॅं समझते हैं 1)वो आरज़ू वो इशारे कहाॅं समझते हैं वो पल जो रो के गुज़ारे कहाॅं समझते हैं 2)मैं इंतज़ार में जगती रही हूं रातों को ये आस्मां के सितारे कहाॅं समझते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 122 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read राज़ बता कर जाते ) जाते जाते कोई तस्कीन दिला कर जाते दिल के वीरान से गुलशन को खिला कर जाते 2)गुनगुनाए थे जो चाहत में मिरे साथ कभी गीत फिर से वही इक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 4 2 122 Share Monika Arora 27 May 2024 · 1 min read फिर से अपने चमन में ख़ुशी चाहिए 1)खो गई जो कहीं वो हॅंसी चाहिए फिर से अपने चमन में ख़ुशी चाहिए 2)फूल हर रॅंग के गुलसिताॅं में खिलें ख़ुश्बूएं सबकी फिर बाहमी चाहिए 3)दूर हों फ़ासले बैर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 113 Share