Mohan Bamniya Tag: मुक्तक 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read मिल जाता यू ही गर मिल जाता सब कुछ ही तो कोई खुदा को खुदा कहता नही है पंछी की गर बिती उम्र पिंजरे मे खुला छोडो जिंदा वो रहता नही है... Hindi · मुक्तक 257 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read नाराज आज उनसे सिर्फ इतना ही कहेंगे हमारी किसी बात से नाराज ना होना गिने-चुने है मेरे अपने इस जहान मे Plz देखो तू मुझसे जुदा ना होना ।। लो गर... Hindi · मुक्तक 1 392 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read स्माइल आज मै हूँ अनजान शहर मे हर कोई अनजान है मेरे लिए देख रहा हूँ हर चेहरे की तरफ कोई तो होगा जो स्माइल देदे Hindi · मुक्तक 252 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read कमजोरीयां मात-पिता माफ करते गलतियाँ ओर हम करते रहते नादानियां शुक्र है आंसू रंगीन होते नही सब ही देखते सबकी ही कमजोरीयां Hindi · मुक्तक 244 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read खूबसूरती खूबसूरती का कभी कोई चेहरा नही होता जो मिले करके बदलाव वो हसीं नही होता फरेब से भरी हुई है ये सारी दुनिया ए दोस्त प्यार करने वाला हर कोई... Hindi · मुक्तक 399 Share Mohan Bamniya 20 Dec 2018 · 1 min read कुछ खता कुछ खता हमसे भी होती ही रही जान वो सब ओर अनजानी रही पतंग भुले छोड दी तूफान मे भुल कर हमे मस्त वो उडती रही मिले उनको इक जमाना... Hindi · मुक्तक 199 Share Mohan Bamniya 18 Dec 2018 · 1 min read लुटी जिंदगानी प्यार की राहो मे लुटी जिंदगानी है बहुत इश्क पर लिखी गई मिली कहानी है बहुत जिंदगी को आज मैंने धुआं धुआं उठते देखा मिल गया मिट्टी मै आपकी मेहरबानी... Hindi · मुक्तक 436 Share Mohan Bamniya 18 Dec 2018 · 1 min read किस्मत कभी खाली हाथ नही बैठा तेरे भरोसे ऐ किस्मत जो चाहा वो मैंने सब पाया मेहनत से ऐ किस्मत मुसीबत कितनी भी आई नही कोई दोष लगाया हौसला मैंने हर... Hindi · मुक्तक 249 Share Mohan Bamniya 14 Dec 2018 · 1 min read अरदास कुछ करे पर पहले तो अरदास होना चाहिए कामयाबी के लिए विश्वास होना चाहिए Hindi · मुक्तक 518 Share Mohan Bamniya 13 Dec 2018 · 1 min read किसी के ख्वाब मे किसी के ख्वाब मे मेरा भी घर हो किसी के होठो पर मेरा भी जिकर हो मै शबर कर लुगा इतने मे ही बस किसी गर्ल कालेज मे मेरी लहर... Hindi · मुक्तक 263 Share Mohan Bamniya 13 Dec 2018 · 1 min read अपनी जगह सिख का वो ही है हिंदू का वही सबका है एक कोई चर्च मे कोई मस्जिद मे है ढूंढी अपनी जगह जिसे अपना मान बैठे वो नही अपना रहा है... Hindi · मुक्तक 1 189 Share Mohan Bamniya 13 Dec 2018 · 1 min read दिले साहिल प्यार से तू यू ही बचेगा क्या हमसे मिलन कभी भी होगा क्या दिल की जान के करेगा क्या बात सच भी तू सुन लेगा क्या दिले साहिल जो ये... Hindi · मुक्तक 242 Share Mohan Bamniya 13 Dec 2018 · 1 min read होश न खुद का डुब गए हम इश्क मे इस तरह होश न खुद का भुल जाना खुद को हमे आज सब अच्छा लगा जिंदगी मे आज देखो मोड आया है कैसा महफिलो मे... Hindi · मुक्तक 219 Share Mohan Bamniya 12 Dec 2018 · 1 min read जताना दोस्तो ऐतबारे न सब जताना दोस्तो दिले घावों ना दिखाना दोस्तो क्यू करो हां खुद पर इतना गुरुर क्या है तेरा हमे बताना दोस्तो है गमो घिरा ये सारा ही जहां... Hindi · मुक्तक 210 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read फूल तुम बगिया का वो फुल हो प्रिय जिसे लोग मंदिर मे रखते है मै बबूल का वो काटा हूँ जिससे लोग पैर का काटा निकाल फैंक देते है Hindi · मुक्तक 467 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read कदम रखा आज फिर जैसे ही मैंने कदम रखा तेरे शहर मे यादो का वो सिलसिला फिर से शुरू हो गया Hindi · मुक्तक 194 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read जीना जीना मै नही चाहता पर कैसी बेबसी है जालिम उम्र ये दिन प्रति दिन बढ रही है Hindi · मुक्तक 233 Share Mohan Bamniya 6 Dec 2018 · 1 min read मौत को भी हम जिदंगी को जीते ही इस हिसाब से है कि मौत को भी कोई बहाना ना मिले Hindi · मुक्तक 202 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read तेरे शहर आज फिर जैसे ही मैंने कदम रखा तेरे शहर मे यादो का वो सिलसिला फिर से शुरू हो गया Hindi · मुक्तक 1 414 Share Mohan Bamniya 5 Dec 2018 · 1 min read अच्छा लगा तेरी गलियों से गुजरना अच्छा लगा है । तुझसे मिलकर जीवन बदला अच्छा लगा है । तुझ मे कुछ तो खास है ए मेरे रहबर ये बेजान दिल भी धड़का... Hindi · मुक्तक 490 Share