Mahendra Narayan Tag: Quote Writer 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahendra Narayan 13 Feb 2024 · 1 min read पत्थर - पत्थर सींचते , पत्थर - पत्थर सींचते , उगते प्रेम -प्रसून। सौरभ का विश्वास बन, लगे हृदय का खून ॥ Quote Writer 1 118 Share Mahendra Narayan 28 Nov 2023 · 1 min read आदमी खरीदने लगा है आदमी को ऐसे कि- आदमी खरीदने लगा है आदमी को ऐसे कि- आदमियत की जैसे बाजार लगने लगी है प्रेम व्यवहार में मिलावट ऐसे हो रहा है प्यार और दोस्ती बेकार लगने लगी है... Quote Writer 1 212 Share Mahendra Narayan 11 Sep 2023 · 1 min read दरक जाती हैं दीवारें यकीं ग़र हो न रिश्तों में दरक जाती हैं दीवारें यकीं ग़र हो न रिश्तों में लगे ये उम्र कटती है ज़िन्दगी के ही किश्तों में सही रिश्ते निभाता है यहाँ पर जो हक़ीक़त में उसी... Quote Writer 2 257 Share Mahendra Narayan 30 Aug 2023 · 1 min read डोरी बाँधे प्रीति की, मन में भर विश्वास । डोरी बाँधे प्रीति की, मन में भर विश्वास । भाई से करती बहन ,जब रक्षा की आस ॥ जब रक्षा की आस ,करे बस स्नेही आशा । है राखी की... Quote Writer 192 Share Mahendra Narayan 25 Aug 2023 · 1 min read हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ । हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ । नन्हा पौधा पल्लवित, जैसे धरती साथ ॥ जैसे धरती साथ, ज्ञान के पथ पर चलता । पहला दिन है आज,... Quote Writer 1 176 Share Mahendra Narayan 29 Jul 2023 · 1 min read कोई भी नही भूख का मज़हब यहाँ होता है कोई भी नही भूख का मज़हब यहाँ होता है खाना ही इक भूखे का महज़ रब यहाँ होता है करले सियासत चाहे ये कितना भी ज़माना मजलूम कोई इंसा यहाँ... Quote Writer 1 201 Share Mahendra Narayan 23 Jul 2023 · 1 min read रक़्श करतें हैं ख़यालात मेरे जब भी कभी.. रक़्श करतें हैं ख़यालात मेरे जब भी कभी.. ज़िन्दगी मुझको ग़ज़ल की तरह से लिखती है.. Quote Writer 1 387 Share Mahendra Narayan 13 Jul 2023 · 1 min read बदली है मुफ़लिसी की तिज़ारत अभी यहाँ बदली है मुफ़लिसी की तिज़ारत अभी यहाँ कोई बेचता खरीदता है भूख भी यहाँ । -महेन्द्र नारायण Quote Writer 2 4 237 Share Mahendra Narayan 9 Jul 2023 · 1 min read ख़ुद को हमने निकाल रखा है ख़ुद को हमने निकाल रखा है बन्द नज़रों में डाल रखा है Quote Writer 1 251 Share Mahendra Narayan 6 Jul 2023 · 1 min read पावस में करती प्रकृति, पावस में करती प्रकृति, हरा भरा स्नान । दृग कराती शीतलता , दुख में सुख का भान ।। Quote Writer 197 Share Mahendra Narayan 2 Jul 2023 · 1 min read अरमानों की भीड़ में, अरमानों की भीड़ में, खोया है इंसान । सकूं सभी में ठूँढता, ख़ुद से हो अंजान ॥ Quote Writer 113 Share Mahendra Narayan 1 Jul 2023 · 1 min read कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप। कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप। स्वप्न -सृष्टि -संवेदना अद्भुत अगम अनूप । -महेन्द्र नारायण Quote Writer 2 1 168 Share Mahendra Narayan 27 Jun 2023 · 1 min read वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो वो आशिकी ही क्या जिसमें जुनूं न हो दौलत शोहरत मुहब्बत सब कुछ हो वो ज़िन्दगी ही क्या जिसमें सकूं न हो Quote Writer 5 4 139 Share Mahendra Narayan 19 Jun 2023 · 1 min read बादल आओ बादल आओ सूखे फटे होठों में नमी दे जाओ Quote Writer 195 Share Mahendra Narayan 19 Jun 2023 · 1 min read फूलों की है टोकरी, फूलों की है टोकरी, ढूँढें सभी गुलाब । रिश्तों में हर आदमी, चाहे बनें नवाब ॥ Quote Writer 3 413 Share Mahendra Narayan 18 Jun 2023 · 1 min read आदमी में भी राज़ गहरे नजर आतें हैं आदमी में भी राज़ गहरे नजर आतें हैं एक चेहरे में कई चेहरे नजर आतें हैं - महेन्द्र नारायण Quote Writer 199 Share Mahendra Narayan 17 Jun 2023 · 1 min read हरकतें जब हरकतें जब जवान होती हैं कोशिशें असमान होती हैं महेन्द्र नारायण Quote Writer 64 Share Mahendra Narayan 16 Jun 2023 · 1 min read हँसाती है किसी को और रूलाती है रोटियाँ, हँसाती है किसी को और रूलाती है रोटियाँ, करतब बड़े से बड़े से दिखाती है रोटियाँ। रहतीं हैं ज़िन्दगी के साथ रूह की तरह , जीना भी ज़िन्दगी को सिखाती... Quote Writer 181 Share Mahendra Narayan 14 Jun 2023 · 1 min read फूलों के बाजार में , फूलों के बाजार में , पत्थर का व्यापार । सबके ऐसे हो गया , रिश्तों का आधार ॥ महेन्द्र नारायण Quote Writer 201 Share Mahendra Narayan 9 Jun 2023 · 1 min read मजबूरी संगत करै, मजबूरी संगत करै, तन तबले के हाथ। मन में नाचे रोटियाँ, पेट भूख के साथ।। -महेन्द्र नारायण Quote Writer 169 Share Mahendra Narayan 8 Jun 2023 · 1 min read भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज । भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज । रक्षा यदि हम नहि किए,रक्षित नही समाज ॥ रक्षित नही समाज, रहेगा भूखा प्यासा । जल जीवन आधार ,नही हो जीवन... Quote Writer 396 Share Mahendra Narayan 5 Jun 2023 · 1 min read जीवन बरगद कीजिए जीवन बरगद कीजिए बने प्रकृति अनुकूल । छाया औ विस्तार से दे सबको सुख-फूल ॥ Quote Writer 1 139 Share Mahendra Narayan 5 Jun 2023 · 1 min read गुलदस्ता नहीं गुलदस्ता नहीं बाग बनाओ जीवन को चह- चह करती चिड़िया जिसमें प्रातःखिलती कलियाँ उसमें एक नया फिर राग बनाओ जीवन को सर्दी के संग गर्मी झेले सीने पर ओले भी... Quote Writer 1 303 Share Mahendra Narayan 4 Jun 2023 · 1 min read कहीं फूलों के किस्से हैं कहीं काँटों के किस्से हैं कहीं फूलों के किस्से हैं कहीं काँटों के किस्से हैं दिखाने वाले हर किरदार की आँखों के किस्से हैं Quote Writer 1 156 Share Mahendra Narayan 3 Jun 2023 · 1 min read कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी। कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी। राजा हो रंक सभी के आँख में पानी । रोते - रोते हँसतें हैं जो खुश रहतें हैं। वर्ना मर जातें जीवन भर... Quote Writer 1 246 Share Mahendra Narayan 1 Jun 2023 · 1 min read बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ पानी को उसके रूप में लाती हैं हवाएँ मौसम के साथ साथ बदलती हैं रूप को रफ्तार घटाती हैं बढ़ाती हैं हवाएँ होकर... Quote Writer 1 288 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग । मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग । जैसी जिसकी सोच है वैसा उसका ढंग ॥ वैसा उसका ढंग चाल भी चलता वैसा । नही रहेगा हंस बनेगा बगुला... Quote Writer 1 442 Share