MM Khan Ghazi Language: Hindi 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid MM Khan Ghazi 1 Oct 2016 · 1 min read सदियों सज़ा मिली शादाब मौसमों की जो रंगीं फ़िज़ा मिली गुलशन में झूमती हुई बाद-ए-सबा मिली गुजरा हूँ मैं चमन से तो ऐसा लगा मुझे कलियों को मुस्कुराने की तुझसे अदा मिली इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 335 Share MM Khan Ghazi 26 Aug 2016 · 1 min read इक फूल को छूने के लिए हाथ बढ़ाया इक फूल को छूने के लिए हाथ बढ़ाया गुलशन में अनादिल नें बहुत शोर मचाया मुझको शबे-ए-फुरक़त में तेरी याद जो आयी मैंने तेरी तस्वीर को सीने से लगाया जाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 364 Share