Sudhir Mishra "Nishchhal" Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sudhir Mishra "Nishchhal" 7 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल-सुधीर मिश्र ग़ज़ल- ईमान की क़द्र या इलाही देख चुके हैं। इंसाफ़, फ़ैसले ,गवाही देख चुके हैं।। मंज़र हैं खौफ़नाक रूहें चीखती यहां, कितने ही घरों की तबाही देख चुके हैं।। आज़ाद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 365 Share