अभिनव मिश्र अदम्य Tag: मुक्तक 78 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अभिनव मिश्र अदम्य 5 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक तुम नहीं तो मुझे बस्तियाँ खल रहीं। प्रेम की वे सभी चिट्ठीयाँ खल रहीं। जबसे गयी हो मुझे यार तुम छोड़कर, दूरियाँ सिसकियाँ हिचकियाँ खल रहीं। -अभिनव अदम्य Hindi · मुक्तक 182 Share अभिनव मिश्र अदम्य 7 Dec 2022 · 1 min read परदेश कि जिम्मेदारियां आती, तो मस्ती छूट जाती है। किसी की प्राण प्रिय प्रेयसि सिसकती छूट जाती है। चले जाते कमाने को सभी परदेश में लेकिन, कहीं ममतामयी अनमोल हस्ती छूट... Hindi · मुक्तक 279 Share अभिनव मिश्र अदम्य 6 Nov 2022 · 1 min read बेटियाँ संकटों से गुजर कर गयीं बेटियाँ। चाँद तक का सफर कर गयीं बेटियाँ। कल्पना चावला औ' लता सी यहाँ, नाम अपना अमर कर गयीं बेटियाँ। अभिनव अदम्य Hindi · मुक्तक 3 2 286 Share अभिनव मिश्र अदम्य 11 Oct 2022 · 1 min read आँख हमारी रो देती है बीज ग़मों के बो देती है। धड़कन धीरज खो देती है। याद तुम्हारी जब जब आती आँख हमारी रो देती है। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 2 399 Share अभिनव मिश्र अदम्य 24 Sep 2022 · 1 min read हिन्दी दिवस 14 सितम्बर विषय - हिन्दी विधा- मुक्तक यही हिन्दी हमे पुस्तक यहाँ पढ़ना सिखाती है। सभी का मान औ' सम्मान ये करना सिखाती है। पिता की सीख है हिन्दी गुरु से ज्ञान... Hindi · मुक्तक 2 241 Share अभिनव मिश्र अदम्य 31 Aug 2022 · 1 min read मतलबी मानव मतलबी मानव दिखावट में करे परमार्थ जग में। छल कपट मन में भरा है देखता निज स्वार्थ जग में। कर रहा है आचरण का आकलन श्री राम से, पर हो... Hindi · मुक्तक 255 Share अभिनव मिश्र अदम्य 25 Aug 2022 · 1 min read बृजभूमि धरा के वक्ष,भारतवर्ष में बृजभूमि अतिपावन। बहुत सौभाग्य है उनका जो आते धाम वृन्दावन। यहाँ की कुंज गलियाँ मोह लेती मन उपासक का, इसी बृजभूमि में जन्मे हमारे देवकी नंदन।... Hindi · मुक्तक 360 Share अभिनव मिश्र अदम्य 23 Jun 2022 · 1 min read मुक्तक चल पड़े हैं कदम अब रुकेंगे नहीं। चाटुकारों के आगे झुकेंगे नहीं। लाख अड़चन पड़े, मंजिलों तक मग़र, वेदना से भरे स्वर उठेंगे नहीं। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 232 Share अभिनव मिश्र अदम्य 20 Jun 2022 · 1 min read अग्निपथ देशभक्ति के बनने जो अनुरागी निकले। अग्निवीर के ये कैसे प्रतिभागी निकले। कुछ जयचन्दों के ही बस बहकावे पर ये, नयी नस्ल के नौजवान बन बागी निकले। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 231 Share अभिनव मिश्र अदम्य 17 May 2022 · 1 min read वैवाहिक वर्षगांठ मुक्तक सादगी आपकी यूँ उभरती रहे। मेरे मन के महल में उतरती रहे। ज्यों गुजारे खुशी से बरष तीन है, उम्र यूँ ही हमेशा गुजरती रहे। प्रेम पावन हृदय में समायी... Hindi · मुक्तक 1 1 542 Share अभिनव मिश्र अदम्य 23 Mar 2022 · 1 min read एक छोटा सा साधक हूँ सरस्वती का सदा उपासक, हिंदी का आराधक हूँ। देवनागरी, शिल्प, भाव, का मैं छोटा सा साधक हूँ। अक्षर-अक्षर शब्द बनाकर, बुनता हूँ ताना बाना, जन-जन को साहित्य सुनाने,वाला एक प्रचारक... Hindi · मुक्तक 1 271 Share अभिनव मिश्र अदम्य 4 Jan 2022 · 1 min read पुण्य करले जरा प्रभु शरण के लिए सोच ले कुछ मनुज निज मरण के लिए। पुण्य कर ले जरा प्रभु शरण के लिए। दुष्ट रावण भी मरते समय जप गया, राम का नाम अपने तरण के लिए।... Hindi · मुक्तक 339 Share अभिनव मिश्र अदम्य 4 Jan 2022 · 1 min read तुम मानस की चौपाई हो मैं मई जून की तेज तपिश, तुम बासन्ती पुरवाई हो मैं हूँ गीता सा महाग्रंथ, तुम "मानस" की चौपाई हो मैं लोहे जैसा हूँ कठोर, तुम कोमल कंचन के समान,... Hindi · मुक्तक 569 Share अभिनव मिश्र अदम्य 22 Dec 2021 · 1 min read स्वार्थ मुक्तक स्वार्थ ही देखते तुम रहे उम्र भर। आत्म सुख ढूढ़ते तुम रहे उम्र भर। कर्म के युद्ध में जब पराजित हुए, भाग्य को कोषते तुम रहे उम्र भर। अभिनव मिश्र... Hindi · मुक्तक 455 Share अभिनव मिश्र अदम्य 3 Nov 2021 · 1 min read शुभ दीपावली जगमगाता शहर है खुशी हर गली। प्यार में वो हमारे हुई बावली। कह रही पंडिताइन चले आइये बीत जाए न यूँ ही ये दीपावली। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 1 374 Share अभिनव मिश्र अदम्य 19 Aug 2021 · 1 min read स्टेटस सीन करती हो किसी के साथ में रहकर, हमें ग़मगीन करती हो। हमारे प्रेम को दिल मे, बसाकर क्लीन करती हो। अगर नफ़रत है इतनी तो,हमे फिर ब्लॉककर दो तुम भला क्यों व्हाट्सप... Hindi · मुक्तक 1 447 Share अभिनव मिश्र अदम्य 19 Aug 2021 · 1 min read इग्नोर करती है किसी के साथ में रहकर, हमें ग़मगीन करती हो। हमारे प्रेम को दिल मे, बसाकर क्लीन करती हो। अगर नफ़रत है इतनी तो,हमे फिर ब्लॉककर दो तुम भला क्यों व्हाट्सप... Hindi · मुक्तक 430 Share अभिनव मिश्र अदम्य 15 Aug 2021 · 1 min read 15 अगस्त जन्म मैंने लिया इस वतन के लिए वीर सैनिक खड़े हैं अमन के लिए जान कुर्बान कर दूँ जरूरत पड़े बस तिरंगा मिले तन कफ़न के लिए अदम्य Hindi · मुक्तक 2 325 Share अभिनव मिश्र अदम्य 11 Aug 2021 · 1 min read जवानी में गलत कोई जवानी में गलत कोई, न तुझसे काम हो जाए। कलंकित गांव गलियों में, न तेरा नाम हो जाए। संभलकर तुम कदम रखना, जवानी में जरा प्यारे तेरी ख़ातिर न कुनबा... Hindi · मुक्तक 2 420 Share अभिनव मिश्र अदम्य 2 Aug 2021 · 1 min read काटकर फोन पगली इश्क़ में वो सभी दर्द सहने लगी। हिचकियों में मुझे याद करने लगी। फोन पर हाल उसका लिया आज तो काटकर फोन पगली सिसकने लगी। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 384 Share अभिनव मिश्र अदम्य 28 Jul 2021 · 1 min read मुक्तक आपकी लेखनी को नमन मित्र है और सुंदर सरल आपका चित्र है लिख रहे प्रेम तुम प्रेम में डूबकर आपके शब्द से उड़ रहा इत्र है अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 473 Share अभिनव मिश्र अदम्य 27 Jul 2021 · 1 min read माँ मुक्तक मैं जब रोया हूँ तब उसने मधुर लोरी सुनाई है हमारे मुस्कराने पर वो भी मुस्कराई है कभी बीमार हो जाऊँ तड़पकर मां यही कहती हमारे लाल को जाने नजर... Hindi · मुक्तक 1 2 558 Share अभिनव मिश्र अदम्य 25 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक झूठ किरदार से हम हुए बोर हैं वो नचाते कई इश्क़ के मोर हैं हम शराफत के' पथ पर चले हैं सदा इस लिए इश्क में आज कमज़ोर हैं Hindi · मुक्तक 420 Share अभिनव मिश्र अदम्य 20 Jun 2021 · 1 min read पितृ दिवस जनम देकर हमे दी है जगत पहचान पापा ने। उचित अनुचित का हमको है कराया भान पापा ने। हमारी शौक पूरी कर सदा खुशियाँ लुटाई हैं, हमारी मुश्किलों को है... Hindi · मुक्तक 613 Share अभिनव मिश्र अदम्य 15 Jun 2021 · 1 min read अनजान बन गए अरमान प्यार के सब शमशान बन गए बदनाम इस कदर हुए पहचान बन गए उसने भी प्यार का कुछ रिश्ता निभाया जो कहते रहे हम जान वो अनजान बन गए Hindi · मुक्तक 2 551 Share अभिनव मिश्र अदम्य 15 Jun 2021 · 1 min read जवानी बेंच दी मैंने किसी के प्रेम की दिलकस, निशानी बेंच दी मैंने रहा एकाकी बनकर के, रवानी बेंच दी मैंने गया दो कौर के खातिर, ठिकाना छोड़कर अपना कमाने चंद पैसों को, जवानी... Hindi · मुक्तक 2 1 374 Share अभिनव मिश्र अदम्य 23 May 2021 · 1 min read मुक्तक उसकी नज़र में आज तो काबिल मैं बन गया। लहरों कि वो रवानी तो साहिल मैं बन गया। हट जाउँ रास्ते से मैं, इल्ज़ाम ये दिया कहती है आज मुझको... Hindi · मुक्तक 1 453 Share अभिनव मिश्र अदम्य 23 May 2021 · 1 min read मुक्तक 221 2121 1221 212 मेरी वफ़ा का आपने कैसा सिला दिया। सारे खतों को आपने पल में जला दिया। खामोश जिंदगी है तुमसे मैं क्या कहूँ अहसान है तुम्हारा कि... Hindi · मुक्तक 347 Share अभिनव मिश्र अदम्य 11 May 2021 · 1 min read हमारा हाल कुछ ऐसा मुक्तक हुआ है अब मुहब्बत का, बुरा जंजाल कुछ ऐसा सुने महबूब ना दिल की, समय गति चाल कुछ ऐसा मुहब्बत में गया यारों यहाँ सुख चैन सब मेरा मरीजों सा... Hindi · मुक्तक 1 355 Share अभिनव मिश्र अदम्य 11 May 2021 · 1 min read आज की लड़की मुक्तक समझकर दिल खिलौना ये, हमेशा तोड़ देती हैं सुखद पल छीनकर हमसे ग़मो से जोड़ देती हैं बड़ी मगरूर होती हैं घरों से आज की लड़की दिखा धनवान ग़र दूजा,... Hindi · मुक्तक 1 530 Share Page 1 Next