अभिनव मिश्र अदम्य Tag: कविता 129 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अभिनव मिश्र अदम्य 28 Jan 2021 · 1 min read पथिका छन्द, प्रथम प्रयास पथिका छन्द, प्रथम प्रयास दर्द पग-पग पर मिले हैं। आज किसी से मुझे शिकायत, और उनसे ही गिले हैं। दिल में मेरे जख्म भरें पर, बाहर से मुस्काता हूँ। अपनी... Hindi · कविता 290 Share अभिनव मिश्र अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read भालचंद्र छन्द भालचंद्र छन्द 121 212 121 212 121 21 पढ़ा लिखा सुता सदैव विश्व में बने सुजान। निशंक देश में रहे सुकर्म से बने महान। प्रसिद्धि देश मे बने मिले महान... Hindi · कविता 2 482 Share अभिनव मिश्र अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read पद- मेरो मन जपै हरि को नाम ब्रजभाषा पद 16,11 की यति मेरो मन जपै हरि को नाम। मोकौ लगन लगी गिरधर से, जपत सदा घनश्याम।।1।। मानुस तनु पा नर बरभागी, कर मानुस शुभ काम। यासों नाम... Hindi · कविता 2 2 528 Share अभिनव मिश्र अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read वाचिक जतरगा छन्द वाचिक जतरगा छन्द 121 22 121 22 चलें शिशिर अब यहां हवायें। गिरे गगन हिम ढकीं दिशायें। न सूर्य किरणें निकल रहीं है। नहीं फिजायें बदल रहीं हैं। कि आस... Hindi · कविता 2 2 606 Share अभिनव मिश्र अदम्य 21 Jan 2021 · 1 min read दिंडी छन्द दिंडी छन्द सममात्रिक छन्द 19 मात्रएं 9,10 की यति अंत 22 प्रेम से वाणी, सभी कहो भैया। नित्य कर पूजा, पार लगे नैया। श्रेष्ठ कर्मों से, सदा पुण्य पाते। आज... Hindi · कविता 328 Share अभिनव मिश्र अदम्य 20 Jan 2021 · 1 min read दिंडी छन्द दिंडी छन्द सममात्रिक छन्द 19 मात्रएं 9,10 की यति अंत 22 दीजिये समग्र, शुद्ध भाव मैया। कीजिये समृद्ध, छन्द काव्य मैया। नित्य लिखता मैं, रहूँ छन्द प्यारा। भाव भरकर जो,... Hindi · कविता 3 2 295 Share अभिनव मिश्र अदम्य 16 Jan 2021 · 1 min read नरहरी छन्द नरहरी छन्द मात्रिक छन्द 14, 5 जी यति विधान अनिवार्य और पदांत 1112 नगण गा से मात पिता सम्मान सदा, सब करो। प्रेमभाव व्यवहार यहाँ, तुम करो। नही कोई है... Hindi · कविता 380 Share अभिनव मिश्र अदम्य 14 Jan 2021 · 1 min read पुरारि छन्द पुरारि छन्द सममात्रिक 18 मात्राएँ 7,11 पर यति कहता श्याम, सुनो राधा प्यारी। सूरत लगे, मुझे तेरी न्यारी। बिन तेरे न, और कोई भाये। हरपल मुझे, याद तेरी आये। अदम्य Hindi · कविता 1 451 Share अभिनव मिश्र अदम्य 13 Jan 2021 · 1 min read निश्चल छन्द निश्चल छन्द मात्रिक छन्द 16,7 की यति 23 मात्राएँ द्वार तुम्हारे भक्त खड़ा माँ, लेकर आस। कष्ट सभी अब दूर करो माँ, भरो प्रकाश। दीप जलाकर करता तेरा, मैं गुणगान।... Hindi · कविता 1 350 Share अभिनव मिश्र अदम्य 11 Jan 2021 · 1 min read सगुण छन्द सगुण छन्द मात्रिक छन्द 19 मात्राएँ 122 122 122 121 लिखोगे सभी छन्द सुंदर महान। सभी शारदे का करो नित्य ध्यान। सदा ही पटल पर मिले सौम्य ज्ञान। सिखोगे यहाँ... Hindi · कविता 1 1 613 Share अभिनव मिश्र अदम्य 9 Jan 2021 · 1 min read तमाल छन्द *तमाल छन्द* 19 मात्रएं पदांत 21 से मात पिता का सदा बढ़ाओ मान। रखो सदा तुम उनका भैया ध्यान। करके सेवा आप लीजिये ज्ञान। दुआ तुम्हें दे बनो सदा धनवान।... Hindi · कविता 282 Share अभिनव मिश्र अदम्य 8 Jan 2021 · 1 min read सुमेरु छन्द 1222 122, 2 122 रहूँ सहित्य सेवक, मैं तुम्हारा। तुम्हीं ने आज मुझको, है सँवारा। रहो गुरुवर सदा तुम, नित्य मेरे। करूँ वन्दन सदा कर, जोड़ तेरे। अदम्य Hindi · कविता 338 Share अभिनव मिश्र अदम्य 8 Jan 2021 · 1 min read सुमेरु छन्द *सुमेरु छन्द पर मेरा प्रयास* सुमेरु छन्द 1222 122, 2 122 हमें परदेश में घर, याद आता। नही भोजन हमे है, आज भाता। लगे भोजन मुझे माँ, का निराला। सदा... Hindi · कविता 2 2 529 Share अभिनव मिश्र अदम्य 6 Jan 2021 · 1 min read सारस छन्द सारस छन्द मात्रिक छन्द 12,12, यति 2112 2112 , 2112 2112 शब्द हुए मौन सभी, लेखन क्या आज करूँ। खूब करूँ चिंतन फिर, सोंचत क्या भाव भरूँ। बारह मात्रा पर... Hindi · कविता 2 831 Share अभिनव मिश्र अदम्य 4 Jan 2021 · 1 min read शारदे वंदना *सादर समीक्षार्थ* पंचचामर छन्द 121 212 12, 121 212 12 सुमातु ज्ञान दीजिये, दयालु देवि शारदे! मिटाय अंधकार को, प्रकाश को उबार दे!! जला सुदीप ज्ञान का, सुकंठ हँसवाहिनी! स्वभाव... Hindi · कविता 1 4 355 Share अभिनव मिश्र अदम्य 2 Jan 2021 · 1 min read पंचचामर छन्द पंचचामर छन्द 121 212 12, 121 212 12 ?????????? सुमातु ज्ञान दीजिये, दयालु देवि शारदे। मिटाय अंधकार को, सुवासिनी उबार दे। जला सुदीप ज्ञान का, सुकंठ हँसवासिनी। स्वभाव में मधुर्यता,... Hindi · कविता 2 3 1k Share अभिनव मिश्र अदम्य 1 Jan 2021 · 1 min read नूतन वर्ष मुबारक वर्ष नूतन हो अधर मुस्कान खिल जाए। सभी दुख दूर हो सबके सदा खुशियां निकट आए। दिया जो रोग तुमने बीस सबको इस ज़माने में। करेंगे याद जीवन में... Hindi · कविता 1 2 332 Share अभिनव मिश्र अदम्य 31 Dec 2020 · 1 min read नववर्ष की शुभकामनाएं। भू रहे ये हरी मंजरी डाल हो। हर दिशा में सदा सिर्फ खुशहाल हो। प्रेम का भाव हो नफ़रतें सब मिटे आप सबको मुबारक नया साल हो। Hindi · कविता 2 2 487 Share अभिनव मिश्र अदम्य 30 Dec 2020 · 1 min read चवपईया छन्द चवपइया छन्द 10,8,12 मात्राओं पर यति है अर्ज हमारी, सुनो मुरारी, भव पार करो नैया। बस एक सहारा, नाथ तुम्हारा, तुम हो जगत खिवैया। सब कष्ट मिटा दो, रोग भगा... Hindi · कविता 1 357 Share अभिनव मिश्र अदम्य 28 Dec 2020 · 1 min read रास छन्द रास छन्द, प्रथम प्रयास मात्रिक छन्द 16,6 की यति साजन तेरे बिन मेरा ये, हाल हुआ। इक इक पल है लगता जैसे, साल हुआ। तेरी यादों में आँखों से, नींद... Hindi · कविता 1 347 Share अभिनव मिश्र अदम्य 28 Dec 2020 · 1 min read रँगी छन्द रँगी छन्द प्रथम प्रयास 212 2 शारदे माँ ज्ञानदे माँ कष्ट सारे माँ हमारे तू मिटा दे दर्श माँ दे सत्य की माँ ज्योति दे माँ अदम्य Hindi · कविता 4 6 343 Share अभिनव मिश्र अदम्य 26 Dec 2020 · 1 min read मोटनक छन्द मोटनक छन्द 221 121 121 12 जो नाथ सदा सिर हाँथ रहे। तो दूर सभी दुख पाप रहे। ना भक्त कभी वह आह भरे। जो नित्य सदा गुणगान करें। अदम्य Hindi · कविता 301 Share अभिनव मिश्र अदम्य 24 Dec 2020 · 1 min read वैताल छन्द कामरूप वैताल छन्द 9,7,10 अंत 21 माँ द्वार आया, भक्त तेरे, पूर्ण कर दो आस। सब कष्ट मेरे, दूर करदे, चैन की दो स्वांस। नित ध्यान करके, आरती माँ, मैं... Hindi · कविता 1 2 351 Share अभिनव मिश्र अदम्य 22 Dec 2020 · 1 min read गोपी छन्द गोपी छन्द 15 मात्रिक आदि त्रिकल से अंत गुरु गुरु श्रेष्ठ श्याम ने बाँसुरी बजाई। दौड़ के राधा चली आई। आज दोनों रास रचाये। मोर भी संग में नचाये। Hindi · कविता 2 1 342 Share अभिनव मिश्र अदम्य 21 Dec 2020 · 1 min read मणिमाला छन्द मणिमाला छन्द, प्रथम प्रयास 221 122 221 122 है भक्त खड़ा माँ, ये द्वार तुम्हारे। हूँ आज दुखी माँ, ये दास पुकारे। हो पूर्ण सभी ही, माँ आस हमारी। हो... Hindi · कविता 2 410 Share अभिनव मिश्र अदम्य 16 Dec 2020 · 1 min read सिंधु छन्द सिंधु छन्द 1222 1222 1222 बजी जो बाँसुरी तो सृष्टि मुस्काई। कि राधा श्याम से मिलने चली आयी। अलौकिक जो बजाई बाँसुरी न्यारी। कि सुनने आगई वो राधिका प्यारी। अदम्य Hindi · कविता 2 2 644 Share अभिनव मिश्र अदम्य 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना इक वायरस दोहा ग़ज़ल कोरोना इक वायरस, परेशान संसार। पूरे जग में मच रहा, देखो हाहाकार। हाँथों को तुम जोड़कर, सबको करो प्रणाम कोरोना ने कर दिया, मानव को बीमार। निश्चित दूरी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 44 545 Share अभिनव मिश्र अदम्य 15 Dec 2020 · 1 min read भुजंगी छन्द भुजंगी छन्द 122 122 122 12 खड़ा द्वार पे माँ लिए भावना। लिए आरती मैं करूँ याचना। हरो कष्ट मेरे यही कामना। गिरूँ जो कहीं माँ तुम्हीं थामना। कुपंथी हुई... Hindi · कविता 360 Share अभिनव मिश्र अदम्य 12 Dec 2020 · 1 min read पांचजन्य छन्द पांचजन्य छन्द 222 221 122 भक्तों के माँ कष्ट निवारे जो आये माँ द्वार तुम्हारे मेरे सारे कष्ट हरो माँ नैया मेरी पार करो माँ अदम्य Hindi · कविता 1 363 Share अभिनव मिश्र अदम्य 11 Dec 2020 · 1 min read शालिनी छन्द शालिनी छन्द 222 2, 21 221 22 राधे कृष्णा, नाम जो भी जपेंगे प्राणी तेरे, काम सारे बनेंगे प्रातः संध्या, नित्य तू जो जपेगा कान्हा तेरा, ध्यान पूरा रखेगा ************************... Hindi · कविता 1 555 Share Previous Page 2 Next