अभिनव मिश्र अदम्य 395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अभिनव मिश्र अदम्य 26 Jul 2022 · 1 min read भक्ति गीत उसके पास तुम्हे हर प्रश्नों, का उत्तर मिल जायेगा। करले भजन प्रभू का बन्दे, हर संकट टल जायेगा। वो चाहें तो निर्धन को पल में धनवान बना दे। मूरख अज्ञानी... Hindi · भजन 473 Share अभिनव मिश्र अदम्य 27 Jun 2022 · 1 min read पानी से व्याकुल पानी से व्याकुल हुआ, सकल सृष्टि संसार। सूख रहे खलिहान सब, संकट विषम अपार। संकट विषम अपार, बचाएँ जीवन कैसे। नही बचेंगे प्राण, रहा जो मौसम ऐसे। कह कविराय अदम्य,... Hindi · कुण्डलिया 290 Share अभिनव मिश्र अदम्य 27 Jun 2022 · 1 min read जरा सी बात पर रूठा बहुत है जरा सी बात पर रूठा बहुत है। किसी को इश्क़ ने लूटा बहुत है। यकीं उसपर भला कैसे करूँ मैं, जिसे सब जानते, झूठा बहुत है। गले जिसने मुहब्बत को... Hindi · गजल 287 Share अभिनव मिश्र अदम्य 23 Jun 2022 · 1 min read मुक्तक चल पड़े हैं कदम अब रुकेंगे नहीं। चाटुकारों के आगे झुकेंगे नहीं। लाख अड़चन पड़े, मंजिलों तक मग़र, वेदना से भरे स्वर उठेंगे नहीं। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 232 Share अभिनव मिश्र अदम्य 20 Jun 2022 · 1 min read अग्निपथ देशभक्ति के बनने जो अनुरागी निकले। अग्निवीर के ये कैसे प्रतिभागी निकले। कुछ जयचन्दों के ही बस बहकावे पर ये, नयी नस्ल के नौजवान बन बागी निकले। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 231 Share अभिनव मिश्र अदम्य 10 Jun 2022 · 1 min read अधूरा मिलन लाल जोड़े को पहनकर जा रही हो तुम गली से है मुबारकबाद मेरी जिन्दगी खुशहाल रखना। कर रहीं थी प्रेम पर तुम प्राण भी अपने समर्पण फिर भला क्यों जा... Hindi · गीत 320 Share अभिनव मिश्र अदम्य 10 Jun 2022 · 1 min read संदेश शीर्षक- संदेश विधा- गीत तिथि- 05/06/2022 गीत ओ चतुर कागा! हमारे गाँव जाना। पुत्र का संदेश उस माँ को सुनाना। मातु से कहना कि उसका सुत कुशल है। याद वो... Hindi · गीत 2 1 247 Share अभिनव मिश्र अदम्य 6 Jun 2022 · 1 min read पहली मुहब्बत शीर्षक- पहली मुहब्बत विधा- गीत तिथि- 01/05/2022 हृदय पत्रिका पर प्रणय की कहानी। नही भूल पाया वो यादें पुरानी। हमारी हक़ीक़त थी वो। पहली मुहब्बत थी वो। नयन से नयन... Hindi · गीत 347 Share अभिनव मिश्र अदम्य 6 Jun 2022 · 1 min read संदेश ओ चतुर कागा! हमारे गाँव जाना। पुत्र का संदेश उस माँ को सुनाना। मातु से कहना कि उसका सुत कुशल है। याद वो करता उन्हें हर एक पल है। छोड़... Hindi · गीत 1 250 Share अभिनव मिश्र अदम्य 17 May 2022 · 1 min read वैवाहिक वर्षगांठ मुक्तक सादगी आपकी यूँ उभरती रहे। मेरे मन के महल में उतरती रहे। ज्यों गुजारे खुशी से बरष तीन है, उम्र यूँ ही हमेशा गुजरती रहे। प्रेम पावन हृदय में समायी... Hindi · मुक्तक 1 1 542 Share अभिनव मिश्र अदम्य 6 May 2022 · 1 min read जो खुद गुलाब है उसे मैं क्या गुलाब दूँ क्या इश्क़ में तुमको बता तोहफ़ा जनाब दूँ। जो खुद ग़ुलाब है उसे मैं क्या गुलाब दूँ। तुम मुस्कराई ज्यों लगा चटकी कहीं कली। गोरा बदन निहारा ज्यों हो चाँदनी... Hindi · गीत 440 Share अभिनव मिश्र अदम्य 4 May 2022 · 1 min read वृद्धाश्रम छोड़ वृद्धाश्रम गए सुत आज उस भगवान को, दे दिया सर्वस्व जिसने बेझिझक सन्तान को। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · शेर 1 291 Share अभिनव मिश्र अदम्य 1 May 2022 · 1 min read पहली मुहब्बत थी वो हृदय पत्रिका पर प्रणय की कहानी। नही भूल पाया वो यादें पुरानी। हमारी हक़ीक़त थी वो। पहली मुहब्बत थी वो। नयन से नयन जब ये परिचित हुए थे। वो दिल... Hindi · गीत 2 670 Share अभिनव मिश्र अदम्य 22 Apr 2022 · 1 min read शिव स्तुति भष्म से रमी सुदेह रूप अति भयंकरा। कोटि-कोटि आपको नमस्तु देव शंकरा। शशि ललाट शोभितम गले भुजंग माल है। गंग शीश पे तरंग छेंड़ती विशाल है। ब्याघ्र चर्म पर विराजमान... Hindi · गीत 2 1 802 Share अभिनव मिश्र अदम्य 23 Mar 2022 · 1 min read एक छोटा सा साधक हूँ सरस्वती का सदा उपासक, हिंदी का आराधक हूँ। देवनागरी, शिल्प, भाव, का मैं छोटा सा साधक हूँ। अक्षर-अक्षर शब्द बनाकर, बुनता हूँ ताना बाना, जन-जन को साहित्य सुनाने,वाला एक प्रचारक... Hindi · मुक्तक 1 271 Share अभिनव मिश्र अदम्य 21 Mar 2022 · 1 min read मन शहर की रंगतों से हो गया है बोर मन शहर की रंगतों से हो गया है बोर। स्नेह,शिष्टाचार, गायब और बिगड़ा आचरण। हो रहा दूषित यहाँ का अत्यधिक वातावरण। शांति की अनुभूति कैसी! है चतुर्दिक शोर। है परायापन... Hindi · गीत 375 Share अभिनव मिश्र अदम्य 21 Mar 2022 · 12 min read विश्व काव्य दिवस पर कुमार पंकज की fb वाल से कॉपी केवल गंभीर पाठकों, जिज्ञासुओं, खोजियों और शोधार्थियों के लिए... विश्व काव्य-दिवस पर काव्य के समस्त प्राचीन आचार्यों और श्रेष्ठ कवियों को स्मरण करते... Hindi · संस्मरण 1 935 Share अभिनव मिश्र अदम्य 14 Mar 2022 · 1 min read कुछ लड़की बड़ी मासूम बनकर के, करेंगी प्यार कुछ लड़की। जमा लेती हैं तुमपर ही, बहुत अधिकार कुछ लड़की। न लैला और मजनू सी, मुहब्बत है कहीं जिंदा यहाँ तो जिस्म का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 536 Share अभिनव मिश्र अदम्य 7 Mar 2022 · 1 min read सवैया पैजनिया पग में छनके अस, चाल चले श्री कृष्ण कन्हैया। मोहक मोद भरे मन से दधि, माखन खाइ रहो यदुरैया। आंगन में बिखरो दधि देखि, भई अति क्रुद्ध यशोमति मैया।... Hindi · सवैया 552 Share अभिनव मिश्र अदम्य 26 Feb 2022 · 1 min read ठान लो तुम लक्ष्य कोई छोड़कर सारे बहाने। स्वप्न को दे दो उड़ाने। ठान लो तुम लक्ष्य कोई, पथ नही दुष्कर लगेगा। कर्म पर रहना अडिग बस, व्यर्थ कुछ मत सोचना तुम कुछ विषमताएं पड़ेंगी,... Hindi · गीत 1 4 437 Share अभिनव मिश्र अदम्य 10 Feb 2022 · 1 min read राम राम हैं चारो दिशाएं, राम आठो याम हैं। राम पावन पुण्य हैं तो, राम चारो धाम हैं। राम चौपाई अगर तो, राम ही भावार्थ हैं। राम हैं घट-घट निवासी, राम... Hindi · गीत 1 1 539 Share अभिनव मिश्र अदम्य 9 Jan 2022 · 1 min read चुनाव 2022 सुधि संवत पांच लिए न कभी, जब जीति चुनाव गए बबुआ। फिर से जब आय चुनाव गयो , तब याद भए चचुआ बचुआ। करजोड़ कहें इसबार चुनाव जिताय हमैं तुमदो... Hindi · घनाक्षरी 1 1 651 Share अभिनव मिश्र अदम्य 6 Jan 2022 · 1 min read शेर जिसने तेरी जिद पर अपना सब अर्पित कर डाला उसे ज़रूरत पूरी करते वृद्धाश्रम में देखा। अदम्य Hindi · शेर 331 Share अभिनव मिश्र अदम्य 6 Jan 2022 · 1 min read प्रेरणा स्त्रोत छन्द श्वेत वस्त्र सा चरित्र , रखना पवित्र मित्र लगे जो मिटे न दाग , राम नाम जपने से। करके सुकर्म लक्ष्य , प्राप्त करना सदैव भाग्य के अधीन आस ,... Hindi · घनाक्षरी 1 1 450 Share अभिनव मिश्र अदम्य 4 Jan 2022 · 1 min read पुण्य करले जरा प्रभु शरण के लिए सोच ले कुछ मनुज निज मरण के लिए। पुण्य कर ले जरा प्रभु शरण के लिए। दुष्ट रावण भी मरते समय जप गया, राम का नाम अपने तरण के लिए।... Hindi · मुक्तक 339 Share अभिनव मिश्र अदम्य 4 Jan 2022 · 1 min read तुम मानस की चौपाई हो मैं मई जून की तेज तपिश, तुम बासन्ती पुरवाई हो मैं हूँ गीता सा महाग्रंथ, तुम "मानस" की चौपाई हो मैं लोहे जैसा हूँ कठोर, तुम कोमल कंचन के समान,... Hindi · मुक्तक 569 Share अभिनव मिश्र अदम्य 30 Dec 2021 · 1 min read नववर्ष तुम कहते हो ! नया साल ? पर नए साल सी बात नही है। प्राकृति सौन्दर्य सुवासित से, ये धरा सुसज्जित नही हुई। न कुसुम कहीं पर खिले और, ये... Hindi · कविता 1 569 Share अभिनव मिश्र अदम्य 22 Dec 2021 · 1 min read स्वार्थ मुक्तक स्वार्थ ही देखते तुम रहे उम्र भर। आत्म सुख ढूढ़ते तुम रहे उम्र भर। कर्म के युद्ध में जब पराजित हुए, भाग्य को कोषते तुम रहे उम्र भर। अभिनव मिश्र... Hindi · मुक्तक 455 Share अभिनव मिश्र अदम्य 19 Dec 2021 · 1 min read मीरा भजन सुन मुझे नही स्वीकार, राणा तेरी महल अटारी। लाख कर लो अत्याचार, हमारे हैं गिरधारी। हाथों में लेकर इकतारा, हरि भजनों में नाचूँ गाऊँ। मेरे तो हैं गिरधर नागर, गाकर... Hindi · गीत 2 1 454 Share अभिनव मिश्र अदम्य 12 Dec 2021 · 1 min read बेरोजगारी #गीत है नही आसान, घर दायित्व, निज सिर पर उठाना। सच कहूँ! मुश्किल बहुत दो, वक्त की रोटी चलाना। खर्च हम करते रहे अब, तक पिता की खूब दौलत ।... Hindi · गीत 1 736 Share Previous Page 2 Next