अभिनव अदम्य 392 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अभिनव अदम्य 6 Jan 2022 · 1 min read प्रेरणा स्त्रोत छन्द श्वेत वस्त्र सा चरित्र , रखना पवित्र मित्र लगे जो मिटे न दाग , राम नाम जपने से। करके सुकर्म लक्ष्य , प्राप्त करना सदैव भाग्य के अधीन आस ,... Hindi · घनाक्षरी 1 1 270 Share अभिनव अदम्य 4 Jan 2022 · 1 min read पुण्य करले जरा प्रभु शरण के लिए सोच ले कुछ मनुज निज मरण के लिए। पुण्य कर ले जरा प्रभु शरण के लिए। दुष्ट रावण भी मरते समय जप गया, राम का नाम अपने तरण के लिए।... Hindi · मुक्तक 207 Share अभिनव अदम्य 4 Jan 2022 · 1 min read तुम मानस की चौपाई हो मैं मई जून की तेज तपिश, तुम बासन्ती पुरवाई हो मैं हूँ गीता सा महाग्रंथ, तुम "मानस" की चौपाई हो मैं लोहे जैसा हूँ कठोर, तुम कोमल कंचन के समान,... Hindi · मुक्तक 452 Share अभिनव अदम्य 30 Dec 2021 · 1 min read नववर्ष तुम कहते हो ! नया साल ? पर नए साल सी बात नही है। प्राकृति सौन्दर्य सुवासित से, ये धरा सुसज्जित नही हुई। न कुसुम कहीं पर खिले और, ये... Hindi · कविता 1 403 Share अभिनव अदम्य 22 Dec 2021 · 1 min read स्वार्थ मुक्तक स्वार्थ ही देखते तुम रहे उम्र भर। आत्म सुख ढूढ़ते तुम रहे उम्र भर। कर्म के युद्ध में जब पराजित हुए, भाग्य को कोषते तुम रहे उम्र भर। अभिनव मिश्र... Hindi · मुक्तक 314 Share अभिनव अदम्य 19 Dec 2021 · 1 min read मीरा भजन सुन मुझे नही स्वीकार, राणा तेरी महल अटारी। लाख कर लो अत्याचार, हमारे हैं गिरधारी। हाथों में लेकर इकतारा, हरि भजनों में नाचूँ गाऊँ। मेरे तो हैं गिरधर नागर, गाकर... Hindi · गीत 2 1 226 Share अभिनव अदम्य 12 Dec 2021 · 1 min read बेरोजगारी #गीत है नही आसान, घर दायित्व, निज सिर पर उठाना। सच कहूँ! मुश्किल बहुत दो, वक्त की रोटी चलाना। खर्च हम करते रहे अब, तक पिता की खूब दौलत ।... Hindi · गीत 1 596 Share अभिनव अदम्य 3 Nov 2021 · 1 min read शुभ दीपावली जगमगाता शहर है खुशी हर गली। प्यार में वो हमारे हुई बावली। कह रही पंडिताइन चले आइये बीत जाए न यूँ ही ये दीपावली। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 1 265 Share अभिनव अदम्य 24 Oct 2021 · 1 min read जितनी बार पढ़ा है तुमको #गीत एक प्रणय के संबोधन में हमने कितने नाम दिए। जितनी बार पढ़ा है तुमको उतने ही अनुवाद किये। डूबा रहता हूँ यादों में दृग से निर्झर नीर बहे। कलम... Hindi · गीत 198 Share अभिनव अदम्य 17 Oct 2021 · 1 min read आस की किरण थी तिमिर से घिरी जिन्दगी यह मेरी आस की ज्योति अब जगमगाने लगी। नेह के गांव की हर गली ठाँव की याद उसकी मुझे और आने लगी। लौट घर आइये,... Hindi · गीत 321 Share अभिनव अदम्य 19 Sep 2021 · 1 min read परदेश आगमन हमे लखन सा वनवासी बन, घर से दूर बहुत जाना है- तुम्हे उर्मिला बनकर मेरी अवधपुरी में रहना होगा। मेरे जाने का वह पल भी कितना हृदयविदारक होगा तेरे नयनों... Hindi · गीत 205 Share अभिनव अदम्य 26 Aug 2021 · 1 min read फैशन करना वो क्या जाने फैशन करना वो क्या जानें, जिनपर घर की जिम्मेदारी। क्या जाने हम नेक अनाड़ी। महँगा फोन अपाचे गाड़ी। नही गया होटल में खाने पिज़्ज़ा बर्गर बीयर ताड़ी। हम सिम्पल लड़के... Hindi · गीत 1 1 342 Share अभिनव अदम्य 25 Aug 2021 · 1 min read विरह भजन- कृष्ण का मथुरा प्रस्थान न जाओ छोड़कर मोहन,ये राधा रह न पाएगी। बहेंगे अश्रु आंखों से, अधर मुस्कान जाएगी। हुई क्या भूल मुझसे जो, दिया है ग़म हमे गहरा। हमारा छोड़कर गोकुल, कन्हैया क्यों... Hindi · गीत 1 3 1k Share अभिनव अदम्य 19 Aug 2021 · 1 min read मुकम्मल इश्क़ यहाँ झूठे दीवानों का मुक़म्मल इश्क़ होता है सुना अक्सर शराफ़त यहाँ दिल टूट जाता है अदम्य Hindi · शेर 234 Share अभिनव अदम्य 19 Aug 2021 · 1 min read स्टेटस सीन करती हो किसी के साथ में रहकर, हमें ग़मगीन करती हो। हमारे प्रेम को दिल मे, बसाकर क्लीन करती हो। अगर नफ़रत है इतनी तो,हमे फिर ब्लॉककर दो तुम भला क्यों व्हाट्सप... Hindi · मुक्तक 1 336 Share अभिनव अदम्य 19 Aug 2021 · 1 min read इग्नोर करती है किसी के साथ में रहकर, हमें ग़मगीन करती हो। हमारे प्रेम को दिल मे, बसाकर क्लीन करती हो। अगर नफ़रत है इतनी तो,हमे फिर ब्लॉककर दो तुम भला क्यों व्हाट्सप... Hindi · मुक्तक 325 Share अभिनव अदम्य 16 Aug 2021 · 1 min read शेर भले दो वक्त की रोटी मुझे मुश्किल से मिलती है मगर दिल में तमन्ना है तुम्हें पेरिस घुमाने की। Hindi · शेर 219 Share अभिनव अदम्य 15 Aug 2021 · 1 min read 15 अगस्त जन्म मैंने लिया इस वतन के लिए वीर सैनिक खड़े हैं अमन के लिए जान कुर्बान कर दूँ जरूरत पड़े बस तिरंगा मिले तन कफ़न के लिए अदम्य Hindi · मुक्तक 2 211 Share अभिनव अदम्य 15 Aug 2021 · 1 min read कर रहे शायरी ग़ज़ल 2122 2122 2122 212 हम जमाना भूल बैठे दिल लगाने के लिए माँग हम सिंदूर से उसकी सजाने के लिए रूठना नखरे दिखाना ये तभी अच्छा लगे पास जब हमदर्द... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share अभिनव अदम्य 12 Aug 2021 · 1 min read बचपन अभी बचपन तुम्हारा है, अभी तुम शौक से रहलो सुना अक्सर जवानी में, ये घर भी छूट जाता है अदम्य Hindi · शेर 2 507 Share अभिनव अदम्य 11 Aug 2021 · 1 min read जवानी में गलत कोई जवानी में गलत कोई, न तुझसे काम हो जाए। कलंकित गांव गलियों में, न तेरा नाम हो जाए। संभलकर तुम कदम रखना, जवानी में जरा प्यारे तेरी ख़ातिर न कुनबा... Hindi · मुक्तक 2 286 Share अभिनव अदम्य 11 Aug 2021 · 1 min read गाऊँ कैसे प्रेम तराने गाऊँ कैसे प्रेम तराने ! टूट गया जब दिल का दर्पण दर्द भरा गुजरा है हर क्षण याद कभी उसकी आती तो, पड़ते अश्रु बहाने गाऊँ कैसे प्रेम तराने! पीड़ाओं... Hindi · गीत 1 217 Share अभिनव अदम्य 2 Aug 2021 · 1 min read काटकर फोन पगली इश्क़ में वो सभी दर्द सहने लगी। हिचकियों में मुझे याद करने लगी। फोन पर हाल उसका लिया आज तो काटकर फोन पगली सिसकने लगी। अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 248 Share अभिनव अदम्य 28 Jul 2021 · 1 min read मुक्तक आपकी लेखनी को नमन मित्र है और सुंदर सरल आपका चित्र है लिख रहे प्रेम तुम प्रेम में डूबकर आपके शब्द से उड़ रहा इत्र है अभिनव मिश्र अदम्य Hindi · मुक्तक 1 360 Share अभिनव अदम्य 27 Jul 2021 · 1 min read माँ मुक्तक मैं जब रोया हूँ तब उसने मधुर लोरी सुनाई है हमारे मुस्कराने पर वो भी मुस्कराई है कभी बीमार हो जाऊँ तड़पकर मां यही कहती हमारे लाल को जाने नजर... Hindi · मुक्तक 1 2 372 Share अभिनव अदम्य 27 Jul 2021 · 1 min read मेरा सावन सूखा सूखा विरह व्यथा की विकल रागिनी बजती अब अंतर्मन में कितनी आस लगा बैठे थे हम उससे इस सावन में बरस रहे हैं मेघा काले फिर भी मेरा मन मरुथल चलतीं... Hindi · गीत 1 533 Share अभिनव अदम्य 11 Jul 2021 · 1 min read घनक्षरी वन्दना धर ध्यान आपको पुकारता है दास देखो करजोड़ करता प्रणाम मातु शारदे। कीजिये विनाश रोग दोष का सदैव मातु अंधकार को मिटा प्रकाश को उबार दे। दास का हरो माँ... Hindi · घनाक्षरी 384 Share अभिनव अदम्य 6 Jul 2021 · 1 min read तब कहो सहगामिनी क्या मुश्किलों से जो कभी मन हार थककर बैठ जाए तब कहो सहगामिनी क्या साथ मेरा दे सकोगी ? हाँ मुझे स्वीकार निर्मल, नेह का बंधन तुम्हारा और तुम पर है... Hindi · गीत 449 Share अभिनव अदम्य 29 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी कर श्रंगार वह निकलती जो रात में तो देह की उजास देख चंद्रिका लजाती है। नागिन से केश कुंज होंठ पाँखुरी सुकंज अंग मकरंद गंध रस छलकाती है। हिरनी सी... Hindi · घनाक्षरी 387 Share अभिनव अदम्य 25 Jun 2021 · 1 min read मुक्तक झूठ किरदार से हम हुए बोर हैं वो नचाते कई इश्क़ के मोर हैं हम शराफत के' पथ पर चले हैं सदा इस लिए इश्क में आज कमज़ोर हैं Hindi · मुक्तक 270 Share अभिनव अदम्य 23 Jun 2021 · 1 min read शादी की सालगिरह नेह भरे अनुबंध खिले हैं, घड़ी सुखद शुभ आई है शादी सालगिरह पर भैया, बारम्बार बधाई है सुखी रहो तुम जीवन में हाथों में मिलकर हाथ रहे घड़ियां सुख की... Hindi · गीत 1 591 Share अभिनव अदम्य 21 Jun 2021 · 1 min read प्रेम गीत चंचल चितवन रूप देखकर, मैं अपना दिल हारा हूँ प्रेम पिपासा में भटके जो, वो आशिक आवारा हूँ मेरे मन के तार छेड़ता है गोरी तेरा यौवन तुझको छूने से... Hindi · गीत 1 555 Share अभिनव अदम्य 21 Jun 2021 · 1 min read योग दिवस पर दोहे वृद्ध तरुण तरुणी सभी, करें हमेशा योग। नियमित करने से इसे, दूर रहेंगे रोग।। रोग निकट आता नही, जो करता व्यायाम। योगासन से मिल रहे, सेहत के परिणाम।। अदम्य Hindi · दोहा 581 Share अभिनव अदम्य 20 Jun 2021 · 1 min read पितृ दिवस जनम देकर हमे दी है जगत पहचान पापा ने। उचित अनुचित का हमको है कराया भान पापा ने। हमारी शौक पूरी कर सदा खुशियाँ लुटाई हैं, हमारी मुश्किलों को है... Hindi · मुक्तक 449 Share अभिनव अदम्य 19 Jun 2021 · 1 min read सियासत वे खून चूसते हैं गरीबों का नित यहाँ बर्बाद मुल्क है ये सियासत के वास्ते। अभिनव Hindi · शेर 1 312 Share अभिनव अदम्य 19 Jun 2021 · 1 min read घनाक्षरी संदल सुगन्ध गन्ध छोड़ता है रूप रंग देख दिव्य अंग जगे मन में उमंग है। प्रेयसी के संग छिड़े प्रेम का प्रसंग तब अंग अंग में अनंग उठती तरंग है।... Hindi · घनाक्षरी 314 Share अभिनव अदम्य 19 Jun 2021 · 1 min read एक शेर पेश ए ख़िदमत उस गुलबदन कि याद में होते थे रतजगे रहते थे बेकरार मुहब्बत के वास्ते। अदम्य Hindi · कविता 248 Share अभिनव अदम्य 19 Jun 2021 · 1 min read ग़ज़ल - आया शहर कमाने था बरक़त के वास्ते ग़ज़ल ■आया शहर कमाने था बरक़त के वास्ते। 221 2121 1221 212 आया शहर कमाने था बरक़त के वास्ते। लेकिन भटक रहे बद किस्मत के वास्ते। कहके बुरा भला हमे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 227 Share अभिनव अदम्य 16 Jun 2021 · 1 min read शेर नही औकाद है मेरी तुम्हे लंदन घुमाने की यहाँ दो वक्त की रोटी बड़ी मुश्किल से चलती है अदम्य Hindi · शेर 213 Share अभिनव अदम्य 16 Jun 2021 · 1 min read शेर झूठ की तोहमतें न लगाओ सनम ग़र भुलाना ही' है तो भुला दीजिये अदम्य Hindi · शेर 285 Share अभिनव अदम्य 15 Jun 2021 · 1 min read अनजान बन गए अरमान प्यार के सब शमशान बन गए बदनाम इस कदर हुए पहचान बन गए उसने भी प्यार का कुछ रिश्ता निभाया जो कहते रहे हम जान वो अनजान बन गए Hindi · मुक्तक 2 268 Share अभिनव अदम्य 15 Jun 2021 · 1 min read जवानी बेंच दी मैंने किसी के प्रेम की दिलकस, निशानी बेंच दी मैंने रहा एकाकी बनकर के, रवानी बेंच दी मैंने गया दो कौर के खातिर, ठिकाना छोड़कर अपना कमाने चंद पैसों को, जवानी... Hindi · मुक्तक 2 1 235 Share अभिनव अदम्य 12 Jun 2021 · 1 min read भोजपुरी गीत प्रथम प्रयास सजनवा छोड़ गइल परदेश। करेजवा में लागल बा ठेस। प्यार का रोग दिल में लगाइल। ब्याह तोहरा से हमनी रचाइल। प्यार करके तोहसे सजनवा, जिंदगी अपनी दुख में बिताइल। भेजा... Hindi · गीत 2 266 Share अभिनव अदम्य 7 Jun 2021 · 1 min read जिंदगी के आज ऐसे मोड़ पर आकर खड़े हैं मनमनोरम छन्द 2122 2122 2122 2122 जिंदगी के आज ऐसे मोड़ पर आकर खड़े हैं देखकर हालात उर उद्गार मेरे रो पड़े हैं मन व्यथित है आज मेरा तन थका... Hindi · गीत 273 Share अभिनव अदम्य 5 Jun 2021 · 1 min read पर्यावरण दिवस तेज प्रदूषण बढ़ रहा, हवा हुई बदहाल। सिसक रहा पर्यावरण, देख मनुज की चाल।। वृक्षों का रोपण करो, लेकर यह संकल्प। अपने जीवन का प्रमुख, पर्यावरण विकल्प।। वृक्षों की रक्षा... Hindi · दोहा 1 1 371 Share अभिनव अदम्य 1 Jun 2021 · 1 min read गणेश वंदना *गणेश वन्दना* धुन- उड़जा काले कौआ तेरे मुँह विच खण्ड पावां आओ देव गजानन, करता मैं तेरा सुमिरन। रोली अक्षत पुष्प चढ़ाकर, करूँ नित्य पूजन। कांटे सब जीवन के चुन... Hindi · कविता 459 Share अभिनव अदम्य 28 May 2021 · 1 min read ग़ज़ल- मुद्दतों बाद हमे नींद सुहानी आयी ग़ज़ल काफ़िया- आनी रदीफ़- आयी 2122 1122 1122 22 आपको देख हमे याद पुरानी आयी। ठहरे दरिया में वही आज रवानी आयी। याद में तेरी गुजारी हैं अकेले रातें मुद्दतों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 243 Share अभिनव अदम्य 23 May 2021 · 1 min read मुक्तक उसकी नज़र में आज तो काबिल मैं बन गया। लहरों कि वो रवानी तो साहिल मैं बन गया। हट जाउँ रास्ते से मैं, इल्ज़ाम ये दिया कहती है आज मुझको... Hindi · मुक्तक 1 336 Share अभिनव अदम्य 23 May 2021 · 1 min read मुक्तक 221 2121 1221 212 मेरी वफ़ा का आपने कैसा सिला दिया। सारे खतों को आपने पल में जला दिया। खामोश जिंदगी है तुमसे मैं क्या कहूँ अहसान है तुम्हारा कि... Hindi · मुक्तक 249 Share अभिनव अदम्य 19 May 2021 · 1 min read विरह गीत विरह गीत कब तक राह निहारुं तेरी, अब आँखे पथराती हैं वर्षों बीत गए साजन क्यों, मेरी सुधि नहि आती है सूने सब श्रंगार हुए हैं तुम बिन ओ मेरे... Hindi · गीत 2 1 408 Share Previous Page 2 Next