minakshi mishra 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid minakshi mishra 14 Jan 2017 · 1 min read एक मामूली लड़की -बेटी हल्की हवा के झोंकों पर तृण मूल सा वो बिखर जाती, एक छोटी ख़ुशी से भी घन तिमिर में चपला सी वो चमक जाती, पानी की धरातल पर वो रेत... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 2 973 Share