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लहराये तिरगां होके मस्त
mehroz anwari
याद है मुझे उसका गुनगुनाना( मातृ दिवस पे विशेष)
mehroz anwari
मेरे आँसुओ की नीवँ पे तुम अपना आशियाँ न बना पाओगे
mehroz anwari
खुशनसीब हूँ तिरंगा पहना है कफन
mehroz anwari
माँ से बाल सवाँ रे नही जाते
mehroz anwari
हम है खुदा की नेमत बेटियाॅ
mehroz anwari