Meenakshi Masoom 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Meenakshi Masoom 7 Oct 2024 · 1 min read हमारे साथ खेलेंगे नहीं हारे वो गर हम से हमारे साथ खेलेंगे नहीं हारे वो गर हम से तभी तो ऐ सखी राज़ी ख़ुशी हम दाँव हारे हैं - मीनाक्षी मासूम Hamaare saath kheleinge nahin haare vo gar ham... Quote Writer 1 41 Share Meenakshi Masoom 21 Sep 2024 · 1 min read तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा सुकूत मैंने रखा लबों पे तो बे-तहाशा तू चुप रहेगा ये सब्र मेरा है टूटने को तू और मेरा... Quote Writer 1 62 Share Meenakshi Masoom 28 Aug 2024 · 1 min read वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है वो मेरी पाज़ेब की झंकार से बीमार है तो शिफ़ा ता-उम्र उसको अब मिलेगी ही नहीं - मीनाक्षी मासूम Vo meri paazeb kii jhankaar se beemaar hai To shifaa ta-umr... Quote Writer 1 42 Share Meenakshi Masoom 18 Aug 2024 · 1 min read मेरी आँखों से जो ये बहता जल है मेरी आँखों से जो ये बहता जल है ये सब तेरी ही वाणी का तो छल है मुझ में बहती एक नदी सी चंचल है क्या तुझ पत्थर दिल में... Quote Writer 1 71 Share Meenakshi Masoom 25 Jul 2024 · 1 min read तमाम रात वहम में ही जाग के गुज़ार दी तमाम रात वहम में ही जाग के गुज़ार दी मेरे तू साथ है नहीं मगर तू आस पास है - मीनाक्षी मासूम Tamaam raat vaham mein hee jaag ke guzaar... Quote Writer 2 67 Share Meenakshi Masoom 11 Jul 2024 · 1 min read यूँ तैश में जो फूल तोड़ के गया है दूर तू यूँ तैश में जो फूल तोड़ के गया है दूर तू तभी से मौसम-ए-बहार बाग़ में उदास है - मीनाक्षी मासूम yoon taish mein jo phool tod ke gaya hai... Quote Writer 2 62 Share Meenakshi Masoom 2 Jul 2024 · 1 min read “अधूरी नज़्म” हाँ वो तो शायर है , और सखी मैं मैं हूँ नज़्म उसी की एक अधूरी जो कई बरसों पहले लिखते-लिखते छूट गई उन हाथों से ही अधूरी जिन पत्थर... English 1 58 Share Meenakshi Masoom 30 Jun 2024 · 1 min read रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है रुका तू मुद्दतों के बाद मुस्कुरा के पास है मुझे लगा कि आज तीरगी में भी उजास है - मीनाक्षी मासूम ruka too muddaton ke baad muskura ke paas hai... Quote Writer 1 94 Share Meenakshi Masoom 28 Jun 2024 · 1 min read तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है तेरी आँखों की जो ख़ुमारी है करती मेरी नफ़स-शुमारी है - मीनाक्षी मासूम teri aankhon kii jo khumaari hai karti meri nafas-shumari hai - Meenakshi Masoom Quote Writer 1 66 Share Meenakshi Masoom 25 Jun 2024 · 1 min read रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके रहे सीने से लिपटा शॉल पहरेदार बन उनके उसी से आज झुमकों के उलझने के इरादे हैं - मीनाक्षी मासूम rahe seene se lipta shawl pahredaar ban unke usi se... Quote Writer 1 90 Share Meenakshi Masoom 24 Jun 2024 · 1 min read ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे ज़रा सा पास बैठो तो तुम्हें सब कुछ बताएँगे बताएँगे तुम्हें हर वज्ह अपनी बे-क़रारी की - मीनाक्षी मासूम zara sa paas baitho to tumhein sab kuchh bataaenge bataaenge tumhein... Quote Writer 2 108 Share Meenakshi Masoom 16 Jun 2024 · 1 min read उस साधु को फिर देखने मैं जो गई - मीनाक्षी मासूम उस साधु को फिर देखने मैं जो गई मैं भी उसी की साधना में खो गई देखे उसी के बंद स्थिर जब दो नयन संपूर्ण चंचलता हृदय की सो गई... English · Poem 1 104 Share Meenakshi Masoom 9 Jun 2024 · 1 min read हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल हरे हैं ज़ख़्म सारे सब्र थोड़ा और कर ले दिल हवा-ए-हिज्र ने कुछ ख़ुश्क पत्ते ही उतारे हैं मीनाक्षी मासूम hare hain zakhm saare sabr thoda aur kar le dil... Quote Writer 2 152 Share Meenakshi Masoom 31 May 2024 · 1 min read देख तुझको यूँ निगाहों का चुराना मेरा - मीनाक्षी मासूम देख तुझको यूँ निगाहों का चुराना मेरा - मीनाक्षी मासूम देख तुझको यूँ निगाहों का चुराना मेरा दिल पे तेरे जा लगेगा ये निशाना मेरा मेरे इज़हार पे ख़ामोश रहे... Quote Writer 2 167 Share Meenakshi Masoom 30 May 2024 · 1 min read अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के फिर तो हर इंसान ख़ुदा का ख़ुदा होता - मीनाक्षी मासूम agar khuda bante patthar ko taraash ke phir to har insaan khuda... Quote Writer 3 100 Share Meenakshi Masoom 29 May 2024 · 1 min read बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से - मीनाक्षी मासूम बेचैन थी लहरें समंदर की अभी तूफ़ान से हम देखते थे दूर साहिल पर खड़े हैरान से साँसे महकती... Quote Writer 1 126 Share Meenakshi Masoom 27 May 2024 · 1 min read तेरा जो दिल करे वैसा बनाना तेरा जो दिल करे वैसा बनाना किसी को मत मगर मुझसा बनाना लगी हैं ठोकरें जिन पत्थरों को उन्हें मंदिर का तुम हिस्सा बनाना महक जिसमें न हो अपनी ज़रा... Hindi · Poem 1 67 Share Meenakshi Masoom 27 May 2024 · 1 min read क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये क्यों हमारे दिल ने सारी उम्र मनमानी नहीं की - मीनाक्षी मासूम kyun hamein buniyaad hone kii galat-fahmi rahi ye kyun hamaare... Quote Writer 1 122 Share