डॉ. अनिल 'अज्ञात' Tag: गीत 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. अनिल 'अज्ञात' 3 Jun 2022 · 1 min read आंधियां चल रही हैं जहर की आंधियां चल रही हैं जहर की, अब तो कातिल हवा हैं शहर की। जब समंदर ही खारा हो पूरा, गलतियां फिर नहीं हैं लहर की। Hindi · गीत 1 170 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 22 Aug 2021 · 1 min read रक्षाबन्धन भाई बहनों का प्रेम यहाँ, उपवन में सुन्दर चन्दन है, ऐसे पवित्र रिश्तों को मेरा, अन्तर्मन से अभिनंदन है। बहनों के दुःख को हरने का, भाई जब कसम उठाता है,... Hindi · गीत 2 305 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read माँ चरणों में तेरे सर रखकर, जी करता है मैं सो जाऊं। गोद में तेरे रहने को, मैं फिर से बालक हो जाऊं। ऐ प्रभु! मुझे शक्ति देना, मैं माँ का... Hindi · गीत 1 583 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read क्या हुआ है मुझे, अब से पहले सनम, हम तो खुश थे बहुत, जब से महफ़िल में आए, परेशान है । दिल था खाली, पर खुशियों का दरबार था, अब तो खुशियों की दस्तक़... Hindi · गीत 1 206 Share