Manu Vashistha Tag: मुक्तक 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manu Vashistha 2 Jun 2022 · 2 min read बरगद का पेड़ ✍️ #बरगद का पेड़ (बरगद होने का सुख) अब नहीं लुभाता, बचपन से लुभाता रहा है मुझे बरगद का पेड़। क्योंकि सभी तुलना करते थे बड़े भैया की, बरगद से!... Hindi · मुक्तक 1 1 1k Share Manu Vashistha 11 Mar 2021 · 1 min read क्षणिकाएं! ✍️ क्षणिकाएं मायका! खुशियों का जायका कौन समझ पाएगा बारिश! नैहर जाने की आस भर देती उल्लास मां का आंगन! बहन भाई संग, बीता बचपन उछाल के चावल! गई जो... Hindi · मुक्तक 2 462 Share