मनोज कुमार सामरिया “मनु" Language: Hindi 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कुमार सामरिया “मनु" 2 Feb 2021 · 1 min read प्रेम पथिक वह प्रेम पथिक कहलाता है ... जो चुप चुप आँसू पी -पी कर , संताप विरह का सह जाता। अपने प्रियतम के तन मन की जो बिन लब खोले कह... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 46 582 Share मनोज कुमार सामरिया “मनु" 18 Jan 2019 · 1 min read अभागन अभागन अरी ...ओ कलमुँही ...फूटे मेरे करम ...क्या कर रही है ‘फरस' का सिमेंट उखाड़कर ही दम लेगी क्या ? जा तैयार हो जा । उसकी तंद्रा टूटी ।अनाथ आश्रम... Hindi · लघु कथा 1 2 611 Share मनोज कुमार सामरिया “मनु" 18 Jan 2019 · 1 min read फरियाद फकीर की .... उम्र यूँ रेत सी फिसलती रही लाख बंदिशों के बावजूद बिखरती रही। ना मुकाम पाया ,ना मुकाम का कोई निशां जिन्दगी तो मेरी राह में निकलती रही ..... अरमां थे... Hindi · कविता 523 Share मनोज कुमार सामरिया “मनु" 6 Nov 2018 · 1 min read माँ की जिन्दगी माँ की जिन्दगी .....मनु की कलम से माँ की जिन्दगी तो यूँ ही तमाम हो गई । सहन में दौड़ते -२ जिन्दगी की शाम हो गई । चाकी पीसते ,... Hindi · कविता 1 2 351 Share