मंजूषा मन Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid मंजूषा मन 15 May 2017 · 1 min read एक मुक्तक.. दिल को इसमें बड़ी ही राहत हो। रात दिन तेरी ही इबादत हो। सौ जनम भी अगर मिलें हमको, हर जनम में तुम्हारी चाहत हो। मंजूषा मन Hindi · मुक्तक 2 1 414 Share