Dr Manju Saini 757 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Manju Saini 16 Jan 2024 · 1 min read मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 2 1 210 Share Dr Manju Saini 8 Jan 2024 · 1 min read जरूरत के हिसाब से ही जरूरत के हिसाब से ही चलते हैं ताल्लुख वक्त की चाल में बदल जाते हैं बने रिश्ते जो जरूरत होता हैं वही अक्सर वही जरूरी नही होता डॉ मंजु सैनी... Hindi 2 298 Share Dr Manju Saini 27 Dec 2023 · 1 min read ☄️ चयन प्रकिर्या ☄️ ☄️ चयन प्रकिर्या ☄️ मेरा प्रेम मात्र सदैव तुम्हारे लिए त्याग स्वरूप ही रहा पर तुम्हारा प्रेम स्त्री देह चयन मात्र ही रहा परित्याग रूप में अनन्त काल तक बिन... Quote Writer 2 1 234 Share Dr Manju Saini 20 Dec 2023 · 1 min read शीर्षक:मेरा प्रेम मेरा प्रेम सदैव तुम्हारे लिए असीम सा व प्रगाढ़ ही रहेगा अब इसे तुम सम्भाल नही पाए शायद पैसो के गुरुर में या कहूँ कि समय व्यतीत का खिलौना समझ... Hindi 1 162 Share Dr Manju Saini 10 Dec 2023 · 1 min read मिलना तो होगा नही अब ताउम्र मिलना तो होगा नही अब ताउम्र पर मेरे शब्द शब्द में मिलती रहूंगी मैं हर रोज लिखूंगी तुझे ही और तेरी बेवफ़ाई को शब्दोद्गार में डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 1 244 Share Dr Manju Saini 5 Dec 2023 · 1 min read 💤 ये दोहरा सा किरदार 💤 💤 ये दोहरा सा किरदार 💤 लज्जा भी नारी, लज्जित भी नारी। शुद्ध भी नारी, अशुद्ध भी नारी। अभिमान भी नारी, तिरस्कार भी नारी। दुर्गा भी नारी, दुर्गति भी नारी।... Quote Writer 1 268 Share Dr Manju Saini 26 Nov 2023 · 1 min read *** यादों का क्रंदन *** *** यादों का क्रंदन *** यादों की नदी बहती है बीती यादों का प्रवाह भयावह रूप लिए तोड़ती किनारों को यादों की लहरें यादों की क्रंदन करती ध्वनि भी मन... Quote Writer 1 202 Share Dr Manju Saini 26 Nov 2023 · 1 min read ☄️💤 यादें 💤☄️ ☄️💤 यादें 💤☄️ यादें ऐसी हैं मानों रात ने स्वयं को रोशनी से अलग करने के लिए अंधेरे के आवरण को ओढ़नी बना ली हो और अपने को उसकी आड़... Quote Writer 1 242 Share Dr Manju Saini 20 Nov 2023 · 1 min read वाह रे मेरे समाज वाह रे मेरे समाज औरत बिके तो कहलाये तवायफ..! और मर्द बिके तो कहलाये दूल्हा..!! और दोनों के खरीदार भी आप और हम डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 2 338 Share Dr Manju Saini 19 Nov 2023 · 1 min read ¡¡¡●टीस●¡¡¡ ¡¡¡●टीस●¡¡¡ दम तोड़ते रिश्ते,हमेशा के लिए नासूर बन जाते हैं,और अंतिम क्षण तक असहनीय पीड़ा दे,छोड़ जाते हैं अपने पीछे एक घाव के टीसने की कराहट सी..! डॉ मंजु सैनी... Quote Writer 1 318 Share Dr Manju Saini 16 Nov 2023 · 1 min read मेरी पहली चाहत था तू मेरी पहली चाहत था तू पर तूने समझा ही नही आया अपनी जरूरत को तू साथ मेरे टिक पाया नही डॉ मंजु सैनी गाजियाबाद Quote Writer 1 225 Share Dr Manju Saini 16 Nov 2023 · 1 min read आता एक बार फिर से तो आता एक बार फिर से तो कहती दर्द अपने पर उसने समझा ही नही मुझको और निकल लिया अपनी राह डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 1 266 Share Dr Manju Saini 16 Nov 2023 · 1 min read ऐसा नही था कि हम प्यारे नही थे ऐसा नही था कि हम प्यारे नही थे उसके...! बस फर्क यही था कि जरूरत होती उसकी..! मुझे क्या अच्छा लगता बस इससे थी दूरी उसकी..! डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 1 392 Share Dr Manju Saini 16 Nov 2023 · 1 min read शीर्षक:सिर्फ़ निकलने के लिए सिर्फ़ निकलने के लिए.....! वो झूठी कसमें, वादे, साथ का फरेब वो तोहफे,वो बाहर घूमने के जाल कितना कुछ खेल करते हैं लोग, सिर्फ अपना वक्त गुजारने के लिए.....! हमेशा... Hindi 1 85 Share Dr Manju Saini 3 Nov 2023 · 1 min read मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते जैसे ही हवा मिलती हैं अपनी टीस दे जाते हैं रह रह दर्द उठता कभी न भरने वाले दर्द उभरते लोग मिलते... Quote Writer 2 366 Share Dr Manju Saini 3 Nov 2023 · 1 min read शीर्षक:जज़्बात ए ख़्याल जज़्बात ए ख़्याल भाग्योदय शायद मेरे लिए भी बाहें फैलाता तो मुझमे जीने की जिजीविषा पनपती नजर आती पर न जाने क्यों किस्मत हर बार आड़े आ जाती हैं और... Hindi 1 158 Share Dr Manju Saini 24 Oct 2023 · 1 min read हर वर्ष जला रहे हम रावण हर वर्ष जला रहे हम रावण पर कहाँ खत्म कर पाए हम रावण दिनदुने बढते जा रहे हैं रावण कहाँ छोड़ता कन्याओ को रावण नही सुरक्षित आँखे तरेरता रावण नही... Quote Writer 2 367 Share Dr Manju Saini 9 Oct 2023 · 1 min read ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए... ख़ास तो बहुत थे हम भी उसके लिए... परंतु सिर्फ उसकी फुर्सत के हिसाब से! डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 188 Share Dr Manju Saini 2 Oct 2023 · 1 min read पापा की तो बस यही परिभाषा हैं पापा की तो बस यही परिभाषा हैं मरते दम तक साथ की आशा हैं" हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष से अमावश्या तक अपने पितरों... Quote Writer 1 280 Share Dr Manju Saini 1 Oct 2023 · 1 min read ऐसा क्यों होता है..? ऐसा क्यों होता है..? कि लोग मनचाहा प्यार नहीं निभा पाते मगर अनचाही शादी को निभा लेते हैं डॉ मंजु सैनी Quote Writer 2 470 Share Dr Manju Saini 30 Sep 2023 · 1 min read शीर्षक:कौन कहता हैं कि..? शीर्षक: कौन कहता है कि...? कौन कहता हैं कि दिल में अलमारी सी नही होती मैं तो कहती हूँ कि होती तो हैं एक बड़ी सी अलमारी उसी में ही... Hindi · कविता 1 142 Share Dr Manju Saini 30 Sep 2023 · 1 min read कभी यदि मिलना हुआ फिर से कभी यदि मिलना हुआ फिर से तो आँख मिला पाओगे क्या..? तुमने जो किया...क्यों किया..? ये बता पाओगे क्या ..? डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 299 Share Dr Manju Saini 30 Sep 2023 · 1 min read गलत चुनाव से गलत चुनाव से जिंदगी बर्बाद होती हैं डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 266 Share Dr Manju Saini 30 Sep 2023 · 1 min read खुद से ज्यादा अहमियत खुद से ज्यादा अहमियत शायद दे दी मैंने..! इसलिए बिन बोले ही चले गए..!! डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 338 Share Dr Manju Saini 30 Sep 2023 · 1 min read जब कोई रिश्ता निभाती हूँ तो जब कोई रिश्ता निभाती हूँ तो दिल से निभाती हूँ अपनी जरूरत के हिसाब से नही आता मुझे फायदा उठाना डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 474 Share Dr Manju Saini 27 Sep 2023 · 1 min read 📍बस यूँ ही📍 📍बस यूँ ही📍 सुना तो था कि M.Shil का जोड़ होता हैं मजबूत पर नही जोड़ पाया वो भी मेरे चूर चूर हुए जज्बात डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 324 Share Dr Manju Saini 24 Sep 2023 · 1 min read मैं उन लोगो में से हूँ मैं उन लोगो में से हूँ जिन्हें आप चाह कर भी दोबारा अपनी जिंदगी में हासिल नही कर सकते डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 350 Share Dr Manju Saini 23 Sep 2023 · 1 min read कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में उसकी तरफ़ से अंत हो गया,मेरी तरफ़ से अनंत डॉ मंजु सैनी Quote Writer 2 567 Share Dr Manju Saini 22 Sep 2023 · 1 min read नजरअंदाज करने के नजरअंदाज करने के अंदाज़ तो मुझे भी आते थे मेरी वजह से तुम्हे दुःख न हो बस रह जाती थी यही सोचकर डॉ मंजु सैनी Quote Writer 1 336 Share Dr Manju Saini 20 Sep 2023 · 1 min read ‼ ** सालते जज़्बात ** ‼ ‼ ** सालते जज़्बात ** ‼ अब मन नही करता हैं उसका चेहरा देखने का क्योंकि नोंचे हैं उसने मुझमें मेरे जज्बात उसकी चालबाजी थी मेरी समझ से परे मैं... Quote Writer 1 303 Share Dr Manju Saini 20 Sep 2023 · 1 min read उसकी जरूरत तक मैं उसकी ज़रुरत बनी रहीं ! उसकी जरूरत तक मैं उसकी ज़रुरत बनी रहीं ! उसका वक्त बदला तो उसकी ज़रुरत बदल गई !! डॉ मंजु सैनी Quote Writer 2 375 Share Dr Manju Saini 14 Sep 2023 · 1 min read अगर हो हिंदी का देश में अगर हो हिंदी का देश में पहले यथोचितम प्रसार तब जाकर यह विश्व में पाएगी पूर्णतः सत्कार..! डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 1 469 Share Dr Manju Saini 23 Aug 2023 · 1 min read धरती माँ ने भेज दी धरती माँ ने भेज दी अग्रिम ही राखी संग चंद्रयान मामा चंदा खुश हुआ देख बहन का प्यार सोचा उसने बढ़ गया बहन घर मेरा मान लैंडर ले गया साथ... Quote Writer 1 508 Share Dr Manju Saini 17 Aug 2023 · 1 min read शीर्षक:ये ढलती सी शाम 🌔 ये ढलती सी शाम 🌔 ये ढलती सी शाम ओढ़कर तारो भरी चुनरिया लजाती सी अंधेरे के आगोश में चल पड़ी मानों कह रही हैं थकान की दास्तान ये... Hindi 2 185 Share Dr Manju Saini 13 Aug 2023 · 1 min read 🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳 🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳 भारत मां के वीर सपूत मैं, पल पल जय जयकार लिखूं। लिखूं तुम्हारे बलिदानों को , बस भारत माँ से प्यार लिखूं।। डॉ मंजु... Quote Writer 1 512 Share Dr Manju Saini 26 Jul 2023 · 1 min read एक तरफ तो तुम एक तरफ तो तुम कारगिल दिवस मनाओगे दूसरी तरफ कारगिल फतह करने वाले सैनिक की पत्नी को नंगा घुमाओगे डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 397 Share Dr Manju Saini 21 Jul 2023 · 1 min read शीर्षक:नीड़ चिरैया का 🐍नीड़ चिरैया का🐍 एक चिड़िया थी छोटी सी प्यारी सी जरूरत एक नीड की उसको आन पड़ी वह बहुत ऊंचा उड़ती लेने नीड़ सामान इधर उधर देखती करती घास संग्रहण... Hindi 1 150 Share Dr Manju Saini 20 Jul 2023 · 1 min read शीर्षक:आखिर कब तक आखिर कब तक स्त्री कदम कदम छली जाती रही है कल भी छली जाती थी बदस्तूर आज भी एक दिन जुए में हारी गई थी और नतीजतन फिर भरी सभा... Hindi 1 125 Share Dr Manju Saini 10 Jul 2023 · 1 min read शीर्षक:जय जय भोले बाबा शीर्षक:जय जय भोले बाबा जय जय भोले बाबा जय देवा जय देवा मेरे सृष्टि कल्याणी जय देवा जय देवा मेरे भोले भण्डारी जय परमेश्वर बाबा जय भोले भण्डारी जय तारक... Hindi 1 140 Share Dr Manju Saini 9 Jul 2023 · 1 min read शीर्षक:जय जय महाकाल शीर्षक:जय जय महाकाल ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय हर हर महादेव जय जय महादेव नीलकंठ महादेव जय बैजनाथ महादेव जय रामेश्वर महादेव जय अर्धनारीश्वर महादेव जय गिरिजाशंकर महादेव जय उमापति... Quote Writer 1 236 Share Dr Manju Saini 6 Jul 2023 · 1 min read शीर्षक:सावन आया पिया न आये 🌿सावन आया पिया न आये🌿 सावन आया पर पिया न आए कैसे मन को धीर बँधाये..! मन को कैसे हम समझाए अखियां मेरी राह निहारे रो रोकर बस थक थक... Hindi 3 1 178 Share Dr Manju Saini 20 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक:योग और संगीत शीर्षक:योग और संगीत सेहत के दो ही ठहरे मीत ,योग और संगीत संगीत विधा में शुद्धता,यही शास्त्रीय रीत स्वरों के माध्यम से मन को साधना मात्र यही उपाय संगीत 'योग'... Hindi 319 Share Dr Manju Saini 18 Jun 2023 · 1 min read पिता पिता हर किसी को पिता का प्यार मिलता हैं हर किसी को पिता रूप में उपहार मिलता हैं कोई इसको संजोए रहा उनके पास रहा हैं। तो कोई इसको दरबदर... Quote Writer 2 545 Share Dr Manju Saini 16 Jun 2023 · 1 min read तूफान आया और तूफान आया और उसके बाद बाद की शांति तबाही के निशान छोड़ती लिख गया एक इबादत डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 381 Share Dr Manju Saini 8 Jun 2023 · 1 min read मैं कुछ इस तरह मैं कुछ इस तरह खुद को समझा पाती हूँ जब भी तन्हा होती हूँ तो करीब तुझे ही पाती हूँ..!! डॉ मंजु सैनी गाज़ियाबाद Quote Writer 2 441 Share Dr Manju Saini 7 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक:दिशाहीन नही हूँ मैं २५- ऐ जिंदगी..! मैं दिशाहीन नही हूँ बस तुझे समझने को प्रयासरत हूँ कभी परिभाषित तो कभी शून्य पाती हूँ कभी खुद को खुद में समेट लेना चाहती हूँ कभी... Poetry Writing Challenge 3 201 Share Dr Manju Saini 7 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक:मुक्ति २४- मुक्ति कैसे मुक्त हो जाऊँ बोलो जब जब दर्द मिलता हैं दर्द की पीड़ा होती हैं मुझे भी.! मुक्ति मन शांत ही नही होता रह रह टीस उठती हैं... Poetry Writing Challenge 2 249 Share Dr Manju Saini 7 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक:दर्द स्त्री का २३- नहीं था पता उसे नही परख पाई थी उसकी छल भरी चाल को इच्छाओं का पिटारा जो खोल रख दिया था अपनत्व से अपना सिर्फ अपना मान कर चलती... Poetry Writing Challenge 2 178 Share Dr Manju Saini 7 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक:प्रश्न चिन्ह २२- न जाने क्यों.. जीवन के इस सफ़र में, बस यूँ ही चलते चलते न जाने क्यों एक ऐसा मोड़ आया है, जहां से एक नया राही हमसफ़र बनने की... Poetry Writing Challenge 2 386 Share Dr Manju Saini 7 Jun 2023 · 1 min read शीर्षक:आवाज लेखनी की २१- मेरी लेखनी प्रेम लिखती है औऱ कभी कभी विद्रोह करती है कभी कभी सुंदर से स्वप्न बुनती है कभी कभी जल सी द्रवित बहती है ढलती हैं कभी मेरे... Poetry Writing Challenge 1 265 Share Page 1 Next