manjula chauhan Tag: दोहा 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read दिन गुनगुनाए जब, तो रात झिलमिलाए। दिन गुनगुनाए जब, तो रात झिलमिलाए। आहटे अब मन की, कौन ही बताए। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 54 Share manjula chauhan 16 Feb 2024 · 1 min read भोले प्रीत करे जब भोले की, मोह माया फिर न होए। वन पहाड़ विचरण करे, और रहे श्मशान मे खोए। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 118 Share manjula chauhan 16 Feb 2024 · 1 min read दोहे बड़े काम की है लेखनी, बड़े काम के है लेख। लिखे तो मन निर्मल करे, पढ़े तो आपहउ होए। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 57 Share manjula chauhan 16 Feb 2024 · 1 min read दोहे सकल काज की बाते, जग जाहिर न की जाए। जब तक न हो पूरी, तब तक रखो जग से छुपाए। Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 61 Share