manjula chauhan Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid manjula chauhan 1 May 2024 · 1 min read धरती ईश्वर की एक अद्भुत रचना, बिना जिसके जीवन बस एक सपना । विलक्षण स्वरूप, सुन्दरता अकाट्य, पर हारी अपनो से ही प्रेम से जिनके बाध्य। ममता का प्रेममयी रूप-अनूप, रहते... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 99 Share manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read रूप श्रंगार रूप श्रंगार मे उसके सब अलंकृत, कजरारे नैन जैसे श्यामलता घोर। केशविन्यास करे जब जब, लगे की कही बरसे घटा घनघोर। अक्षर खिले उत्पल रूपी, मन चंचल जैसे कोई चितचोर।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 89 Share manjula chauhan 22 Feb 2024 · 1 min read प्रण होते है प्रण होते है जब अटल तो, हर चुनौती विजयी किया करते है। सूरज की तपिश से क्या ही होता है? वे सूरज से आग उधार लिया करते है। स्वर्णिम रेख... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 57 Share manjula chauhan 17 Feb 2024 · 1 min read नदियां सदियों का प्रयास है नदियां, पहाड़ो को काटकर रास्ते बनाए; तो पत्थरो को चीरकर बहना सीखा। न जाने कितनी सभ्यताएं बनी, तो न जाने कितनी बिगड़ी। पर जो अनंत है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 128 Share manjula chauhan 14 Feb 2024 · 1 min read बसंत पतझड़ को करके विदा, बसंत ने दी दस्तक है। महकी-महकी फिजाएं, खुशनुमा बयार है। आकाश निर्मल है, पक्षियों के नव-गायन है; नए साल का आगमन है। खेतों मे फसलें तैयार... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 201 Share manjula chauhan 12 Feb 2024 · 1 min read फूलों ने कली फूलों ने कली से कहा इस गुल-ए-बहार का राज़ क्या है? तबस्सुम में फैली इस महक में नया अंदाज सा क्या है? कलियों ने फूलों से कहा…. शायद किसी महरूम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 98 Share manjula chauhan 10 Jul 2023 · 1 min read कावड़ियों की धूम है, कावड़ियों की धूम है, बादलों ने हर गली मौहल्ले; को धेरा है। सावन आया झूम के; शम्भू के जयकारों से; हर मन्दिर का कोना - कोना है। भीगता हर कोई,... Hindi · कविता 2 295 Share