Manisha Wandhare 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Manisha Wandhare 5 May 2024 · 1 min read दिये आँखो कें जलाये बैठी हूँ ... युँ टूटा है निंद का भरम, की फिर से आँख लग ना पाई, गुजरते रहे फिर वो दिलकी गलियों से , मै दिये आँखो के जलाये बैठी ... साँसो की... Poetry Writing Challenge-3 48 Share Manisha Wandhare 4 May 2024 · 1 min read पहला कदम... पहला कदम जब हमारा, कोख के बाहर आया , सांस लेना लगी गलती, और दर्द फुटकर रोया... रो रो के हुए हम लाल, माँ का दिल मुस्कुराया, उस दिन के... Poetry Writing Challenge-3 1 43 Share Previous Page 2