Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 51 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 26 Sep 2017 · 1 min read वायदा-एक मजाक वायदा- एक मजाक (?मनीभाई रचित) क्यों गड़े मुर्दे उखाड़ते हो साहब ? वो तो हमने मजाक में कह दिया ताकि तसल्ली हो जाए कि क्यों चुन रहे हो आप हमें... Hindi · कविता 846 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 26 Sep 2017 · 1 min read राजनीति और भ्रष्टाचार राजनीति और भ्रष्टाचार पहिये हैं एक गाड़ी के । सेवा है राजनीति देशभक्तों का खेल है ये अनाड़ी के ।। सफेद लिबास में मत जाना, नजरें धोखा खा जायेगी ।... Hindi · कविता 619 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 26 Sep 2017 · 5 min read आक्रोश मनी भाई की पहली निबंध •••••••••••••••••••••••••••••••••• . "आक्रोश " ¤¤¤¤¤¤¤¤ • • • • • • • • • • • • • • • • • • • •... Hindi · लेख 918 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 25 Sep 2017 · 1 min read रोटी की तलाश रोटी की तलाश •••◆◆◆◆••••• (?मनीभाई रचित) °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° मुझे उस रोटी की तलाश है , जिसे अभी-अभी अमीर के कुत्ते ने खाना छोड़ दिया था। पर लगता है डर यह जानकर... Hindi · कविता 864 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 24 Sep 2017 · 1 min read सच की राहें यह किसने कह दिया कि सच की राहें मुश्किल है ? जबकि झूठ और फरेब से कुछ भी नहीं हासिल है । बहक जाते ,कुछ पल के लिए पाने को... Hindi · कविता 519 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 24 Sep 2017 · 1 min read तांका मनीभाई की तांका ●●●●●●●●●● नाचते देखा देव विसर्जन में लोगों को मैंने लिए फूहड़पन डीजे केे तरानों में। (कलयुगी भावभक्ति विशेष) Hindi · कविता 486 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 23 Sep 2017 · 1 min read जीवन क्षणभंगुर आया है तो , जाएगा जरूर । जीवन तो है यारा, क्षणभंगुर। कौन जाने मौत कहां, कितनी दूर ? जीवन तो है यारा , क्षणभंगुर । क्या है सपना ?क्या... Hindi · कविता 1k Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 20 Sep 2017 · 1 min read जाग रे मनुवा जाग रे मनुवा जाग रे , खोल दे नैनन पट को । अंतर्मन में बसे प्रतिक्षण, काहे ढूढें घट घट को ।। मान रे मनुवा जान रे , छोड़ तू... Hindi · कविता 786 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 20 Sep 2017 · 1 min read अनमोल हैं बेटियाँ चहकती हैं , महकती हैं, बनके मुनिया। तेरी खूबसूरती से ,खूबसूरत है दुनिया। रंगीन कर दे समां को , ये फुलझड़ियां। अनमोल है बेटियां x 2 ..... चाहे ये समाज... Hindi · गीत 1 579 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 19 Sep 2017 · 1 min read हे नारी! हे नारी!तू क्यों शर्मशार है। समाज से भला क्यों गुहार है? मत मांग, इससे कोई दया की भीख । वो सब बातें जिनमें पुरूष का वर्चस्व, उन सबको तू सीख।... Hindi · कविता 815 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 19 Sep 2017 · 1 min read ओजोन परत मनीभाई की कविता ओजोन परत ★★★★★ (16 सितंबर विश्व ओजोन दिन विशेष) ●●●●●●●●●●●●●●●●π सूरज है आग का गोला । जलता है ,बनकर शोला । किरणों में है ,पराबैंगनी । सबके... Hindi · कविता 2 1 2k Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 19 Sep 2017 · 1 min read गुम हो रही हिन्दी अंग्रेजी दिवस, फ्रेंच दिवस या फिर मनाते चीनी दिवस न देखा ,न सुना, न जाना सिवाय हिन्दी के हिंदुस्तान में । हिंदी बनी घर की दासी । क्या फिक्र है... Hindi · कविता 572 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 9 Jul 2017 · 1 min read गुरू पूर्णिमा हाइकु गुरू पुर्णिमा विशेष •••••••••••••• सर्वविदित गुरूओं की महत्ता पग वंदन। ••••••••••••••• मिटे दुविधा गुरू की संगत में निर्भय मन । ••••••••••••••• शिष्य की राह गुरू की दिशा ज्ञान बिछे... Hindi · हाइकु 949 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 26 Jun 2017 · 1 min read ड्रग्स रोक 26 जून मादक द्रव्यों के इस्तेमाल और अवैध व्यापार पर रोक दिवस पर मनी भाई की विशेष कविता :- •••••••••••••••••••••••••••••••• छुट चली अब वो हाथों की अंगुलियाँ । अब छुप... Hindi · कविता 505 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 7 Jun 2017 · 1 min read मानव और पर्यावरण कुदरत ने बनाकर भेजा, हम मानव को रक्षक। आज स्वार्थी बन करके, हम हो गये हैं भक्षक। प्रकृति का नियम यही, सुरक्षा और संतुलन। सर्व जीवों का वास रहे, शरीर... Hindi · कविता 1k Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 19 Apr 2017 · 1 min read ध्वनि प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण 〰〰〰〰〰〰〰〰 प्रार्थना मन से ,अजान दिल से की जाये तो सारी मन्नतें पूरी हो जाती है। तो फिर रब का घर दूर है क्या ? जो लाउडस्पीकर से... Hindi · कविता 1 1 3k Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 18 Apr 2017 · 1 min read स्वास्थ्य स्वास्थ्य जीवन है। स्वास्थ्य ही धन है। स्वास्थ्य से परे ना उन्नति,अमन है। स्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ समाज । स्वस्थ समाज से विकसित राज । विकसित देश बनाये चलो... Hindi · कविता 3 3 4k Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 18 Apr 2017 · 1 min read अन्न की कीमत कविता ??? अन्न की कीमत 〰〰〰〰 एक एक दाना बचा ले। जो खाया खाना पचा ले। क्यूँ बर्बादी करने को तुला है? स्वार्थी बन इंसानियत को भुला है। क्या हुआ... Hindi · कविता 1k Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 17 Apr 2017 · 1 min read खुद को है जिन्दगी के हरेक दंगल में......... .....................लड़ना खुद को है। .....................भिड़ना खुद को है। ......................टुटना खुद को है। ......................जुड़ना खुद को है। ये वक्त,बेवक्त माँगती हैं कुर्बानियाँ..... .......................बिखरना खुद को है।... Hindi · कविता 701 Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 17 Apr 2017 · 1 min read सीमेंट के जंगल कौन कहता है? हमने तोड़ा नाता जंगल से, क्या हमें पता नहीं कि जंगल में मंगल होता है । बेशक!हमारे स्वभाव से न झलके अपनी जंगलियत । पर कई बार... Hindi · कविता 1k Share Maneelal Patel मनीभाई नवरत्न 17 Apr 2017 · 1 min read हम तेरे हैं ऋणी तुम-सा वीर विद्वान पाके, भारत है धनी। हे भारत विधि विधाता! हम तेरे हैं ऋणी। घनघोर निरक्षरता की अंधेरा था काल बना समक्ष खड़ा। ज्ञान की मशाल लिए भीम तू,... Hindi · कविता 599 Share Previous Page 2