Mandar Gangal Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mandar Gangal 22 Mar 2024 · 1 min read क्रव्याद क्रव्याद --------- बैठा था शमशान में अकेला देख रहा था चिताओंकी ज्वाला रो रहे थे कोई, पर गमगीन मैं अकेला ज्वाला में भस्म हो रही लकड़ियों पे देखो वो जा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 100 Share Mandar Gangal 21 Mar 2024 · 1 min read ती सध्या काय करते ती सध्या काय करते ------------------------- आठवणीत तुझ्या कितीदा भिजावे कोपऱ्यात मनाच्या कितीदा रडावे।। सुगंधात आठवांच्या कितीदा फुलावे हाक देत अंतरात कितीदा झुरावे।। नको देत जाऊ आता, अशी हाक मला राहतो... Marathi · कविता 1 128 Share