manan singh Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid manan singh 8 Jan 2017 · 1 min read दिन बदलते...... दिन बदलते देर लगती कब बता? भेड़ बनकर घूमता है भेड़िया।1 लूटकर सब ले गया हर बार ही माँगता है जो बचा फिर से मुआ।2 मुंतजिर हम रह गये होती... Hindi · कविता 265 Share