Mamta Rawat 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Rawat 18 Nov 2023 · 1 min read कि इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं , कि इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं , मन की बात भी मन को ही कहती हूं, क्यूंकि खुदा ने कहा खुद ही खुद की सहेली हूं। जो... Quote Writer 3 427 Share Mamta Rawat 20 Mar 2022 · 1 min read सवालो के जवाब समझ नही आता कभी कभी मुझे कि आख़िर क्यों कुछ सवाल पुराने जो थे कल के आज वर्तमान में फिर उठ खडे होते हैं जबकि आप जी चुके हो उन्हें... Hindi · लेख 1 370 Share Mamta Rawat 15 Jul 2021 · 2 min read चयन प्रकृति जीवन में कभी-कभी ऊर्जा के दो रूपो को हमारे जीवन रूपी थाली में एक साथ परोस देती हैं, अपितु वह यह जानती है कि आपके पास रखने के लिए... Hindi · लेख 3 428 Share