प्रणव भास्कर तिवारी शिववीर 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रणव भास्कर तिवारी शिववीर 5 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ कविता आपके ही भीतर मेरी प्यारी माँ, धड़का पहला धड़कन मेरा। पहला मुख दिखा आपका जब, पहली बार खुला नयन मेरा।। मेरे संग तुतलाकर सिखाया बोलना बोल ये सुंदर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 1k Share