Mahender Singh 798 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahender Singh 11 Apr 2024 · 1 min read किरदार हो या किरदार हो या किराएदार, संभावनाएं और भी बहुत, जवाबदेह हो या जिम्मेदार, कद्दावर नेता हो या गद्दार. घर घर पहुंचा दो ये खबर, बन जाओ हमारे हमसफर, मगर अकेले तय... Hindi 38 Share Mahender Singh 5 Mar 2024 · 1 min read तंद्रा तोड़ दो सिमट जाया करो, खुद ही खुदी में, बहती धार मिले या शुष्क धरातल . कच्छप हो तुम, तैर जाओ जल में, शुष्क धरातल हो, समाधि हो जाओ. इंद्रियों सिमट जाओ,... Hindi 48 Share Mahender Singh 5 Mar 2024 · 1 min read एक झलक मिलती एक झलक मिलती भले चांदनी नहीं , अंधेरी होती, देखने को आंखें होती आंखें नहीं होती तब भी सुनने में आती, . हर जगह चर्चा यही होती .. एक झलक... Hindi 1 54 Share Mahender Singh 5 Feb 2024 · 1 min read यादों की किताब पर खिताब खिताब जीतने के लिए ही सही लिखा तो *स्टार के लिए ही सही, चाहे प्रोत्साहन सिक्कों के लिए ही सही, . देखा एक बिन्दु को, ही सही, दो बिंदुओं के... Hindi 107 Share Mahender Singh 28 Jan 2024 · 1 min read आंखन तिमिर बढ़ा, आंखन तिमिर बढ़ा, बाल हुए सफेद, चमडी पर छाई पड़ी, कहते फिरे वेद. . जाता है तो जा अजगर, घोर किये अपराध, थोथे गाल बहुत बजाए, कह गये समसाध, .... Hindi · Quote Writer 211 Share Mahender Singh 15 Jan 2024 · 1 min read ठिठुरन ये सिहरन ठिठुरन यह सिकुड़ते लोग अहं की दहलीज प्रेम प्यार से दूरी इंसानियत के लिए फंदे तो नहीं कहीं मंथन नहीं न ही मनन कौन कहे मनुष्य, शर्मसार मनुष्यता,... Hindi 362 Share Mahender Singh 15 Jan 2024 · 1 min read प्राण प्रतिष्ठा मन भेद विभिन्नताओं को दर्शाता है, मन विचारों का उद् भव स्त्रोत है, बुद्धि ज्ञान का संग्रह स्थल है, विचार मंथन सचेतन अवस्था है, अवचेतन मन वह संग्रहालय है, जिसमें... Hindi 1 307 Share Mahender Singh 13 Jan 2024 · 1 min read अनजान दीवार कोई दीवार अनजान कैसे हो सकती है ! प्रकृति कोई दीवार रेखा खिंचती। नहीं ! . जो है वे सब काल्पनिक, इस धरा पर पर्वत मालायें है, जीवन है जहां... Hindi 311 Share Mahender Singh 12 Jan 2024 · 1 min read न्याय तो वो होता न्याय तो , वो होता सब साथ मिलकर लड़े थे, अंग्रेजी हुकूमत से, हम बसे है, उनकी भी बसासत होती, उनके स्मारक, हम सबके है. गर हम हिंद के वासी,... Hindi 292 Share Mahender Singh 11 Jan 2024 · 1 min read बिन अनुभव कैसा विश्वास जैसे ही उसने, जेब में हाथ अपना डाला, तुरंत पकडते हुए .... मैं बोला ! मैंने पहचान लिया !! आगे पडताल पुलिस करेगी . वो बोला बाबू जी ! पुलिस... Hindi 125 Share Mahender Singh 9 Jan 2024 · 1 min read पढ़ने को आतुर है, पढ़ने को आतुर है, कोई सामने तो आकर देखे, हम तो स्वर भेदी तीर चला दिया करते हैं, कोई गुनगुना कर तो देखे .।। Quote Writer 323 Share Mahender Singh 7 Jan 2024 · 1 min read अर्जक रह लेता बिन राम, रहमान बिन, वे साकार हैं, मूर्त, तलाश मेरी, उस अमूर्त निराकार जो धड़कन है, स्व-सत्ता खुद ही पास, वह खिलता है, वह सृजन है, वह पालक,... Hindi 377 Share Mahender Singh 3 Jan 2024 · 1 min read बुदबुदा कर तो देखो बुदबुदा कर तो देखो, एक नई कहानी एक नई कहानी, न बन जाये तो कहना लाख लगा दो पहरे, ये दिल्लगी, "बारिश के बहाने, हो कर रहेगी, उठती है अक्सर,... Hindi 1 346 Share Mahender Singh 2 Jan 2024 · 1 min read अर्थव्यवस्था और देश की हालात वर्तमान में समसामयिक घटना-चक्र को समझने और समझाने के लिए :- बढ़िया संपादकीय,, फिलहाल देश में एक ऐसी भीड़ मौजूद है, जो सुनने / सुनाने के लिए तैयार नहीं है.... Hindi 221 Share Mahender Singh 2 Jan 2024 · 1 min read बहुत हुआ बहुत हुआ बात गई हद से पार अब जुमले छोड़ो बंद करो अत्याचार.। Quote Writer 1 189 Share Mahender Singh 1 Jan 2024 · 1 min read शुभ् कामना मंगलकामनाएं ऋतुओं की पुनरावृत्ति का नाम नव-वर्ष मन्नत मांगने की आदतें पालते नहीं, हठ करना क्यों, व्यवहार शुद्धि ही सही सहज कला स्वयं सृजन, पैदा करती है . व्यर्थ के संकल्प... Hindi 483 Share Mahender Singh 28 Dec 2023 · 1 min read रहस्य-दर्शन छुपे हुआ ओझल नहीं छंट गये बादल तमस न हटे संभव नहीं, बंद आंखें, धोखे तो नही, देखा है हिम्मत नहीं तथ्य रोचक भौचक्के क्यों ! बुद्धि है, प्रयोग नहीं,... Hindi 122 Share Mahender Singh 27 Dec 2023 · 1 min read मी ठू ( मैं हूँ ना ) भाजपा का काम हो जाओ कंगाल, मध्यवर्ग भले न बजाए थोथे गाल .. करती रहेगा ऐसे ही लाखों कमाल, विदेशी कर्ज बढ़ गया, न पूछे सवाल, अन्यथा खड़े हो जायेगा... Hindi 61 Share Mahender Singh 26 Dec 2023 · 1 min read जिम्मेदारी कौन तय करेगा सरकार के पास खुद के data है नहीं . वैश्विक स्तर के निरीक्षण को मंजूरी नहीं है, छप्पर फाड़ G.S.T संग्रह को काबिलियत समझते हैं, किसी केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी... Hindi 296 Share Mahender Singh 23 Dec 2023 · 1 min read एक तो धर्म की ओढनी एक तो धर्म की ओढनी ऊपर से राजनीतिक छोंक . दोहरी शक्ति का समावेश मिलते नहीं कहीं अवशेष, . तोड़ कर अपनी भाव भंगिमा, महावीर गौतम भंगनवान हुए. . बिछा... Hindi 167 Share Mahender Singh 22 Dec 2023 · 1 min read शाश्वत और सनातन आप रोजमर्रा की जिंदगी, जीते जीते, हालात ऐसे हैं, जैसे रोबोट बिल्कुल यांत्रिक (mechanical) . ऐसे में मन मस्तिष्क के क्रियान्वयन, क्रिया-शैली का अध्ययन आवश्यक है, उदाहरण के तौर पर,... Hindi 1 188 Share Mahender Singh 21 Dec 2023 · 1 min read मैंने अपनी, खिडकी से,बाहर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था. मैंने अपनी खिडकी से,झांक कर जो देखा वो खुदा था, उसकी इनायत है, सबसे मिलना, मैं ही खुद उससे जुदा था. Quote Writer 206 Share Mahender Singh 21 Dec 2023 · 1 min read अनसुलझे किस्से ज्ञान की पराकाष्ठा, विज्ञान पुष्टि करती है, मगर तथाकथित धर्म, मन की कल्पनाओं के सहारे, विज्ञान को मात देना चाहता है !! राजनीति भी गणित की संख्याओं का ही खेल... Hindi 307 Share Mahender Singh 21 Dec 2023 · 1 min read आपकी आहुति और देशहित जाति के जनप्रतिनिधियों को ये सोचना चाहिए, वे जाति की वजह से नहीं, सर्व धर्म संभाव की वजह से वहां हैं .।। वे भले कौम के ठेकेदार बन जायें, वे... Hindi 149 Share Mahender Singh 18 Dec 2023 · 1 min read विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था भारत विश्व की पांचवीं सबसे बडी अर्थ-व्यवस्था आप हंस क्यों रहे हैं, कम से कम रोना मत :- . एक अकेला सब पर भारी, हो भी क्यों ना, किसी की... Hindi 1 336 Share Mahender Singh 17 Dec 2023 · 1 min read हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है, हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है, जवाब मांगेगी जनता, भाग न सकोगे, हुकूमत तुम्हारे अकेले की थोडे है ।.। Quote Writer 1 313 Share Mahender Singh 16 Dec 2023 · 1 min read वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं सपने हैं सपनों का क्या ! आंखें खुली सब टूट गये. भूखे चले थे, पटरी पटरी, हारे थके सो गये, कुचले गये. कच्चा मांस खाते वो बच्चा,, महामारी से नहीं,... Hindi 1 1 336 Share Mahender Singh 16 Dec 2023 · 1 min read छुपा सच रह जाओगे, खुद से बेखबर, चाहे जितना मर्जी हो सफर, पतंग को ऊंचाई छूते देखकर, एक हाथ डोर, रखें संभालकर, करिश्मा हाथ में,ऐसा सोचकर, भ्रमण करो, माहौल परख कर, धाम... Hindi 2 251 Share Mahender Singh 14 Dec 2023 · 1 min read First impression is personality, First impression is personality, .. but not last .. Quote Writer 119 Share Mahender Singh 9 Dec 2023 · 2 min read तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है सबकी अपनी सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, आर्थिक यानि अर्थव्यवस्था की समझ होनी चाहिए ।। ताकि आपका कोई प्रयोग यानि हथियार बना कर प्रयोग ना कर सके,, अगर आप थोड़े बहुत दूर-दृष्टि... Hindi 1 251 Share Mahender Singh 6 Dec 2023 · 1 min read बात शक्सियत की हैशियत दिखावे पर जिंदा है, साहेब ! बे-हिसाब खर्च करने के बाद, मालूम होता है ! जरूरतमंद तो छूट गये ! भर पेट खाना खाने वाले ! डकार ली, और... Hindi 245 Share Mahender Singh 6 Dec 2023 · 1 min read मीडिया पर व्यंग्य एक कुत्ता ऐसा चाहिए जो व्यर्थ तलवे चाटे, बांधने पर शांत रहे, खुला छोड़ दें खोज़ सूंघने की बजाय, मैं जिसे कहूँ :- काट ले !!! फिर अपने मालिक के... 440 Share Mahender Singh 5 Dec 2023 · 1 min read मन की आंखें आंखों की बातें मन के विचार और भावनाओं का आईना हैं, खुली आंखें दृश्य को देख, कल्पनाओं को जन्म देती है, इस ज्ञान-इंद्रिय से जो देख पाते है, उसे दर्शन... Hindi 1 321 Share Mahender Singh 5 Dec 2023 · 1 min read गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक अधिकतर लोग ! सुनी सुनाई, लिखे हुई, पढ़े पढ़ाई, बातों पर आधारित, कथन और तथ्य पेश करते हैं, जिरह करते है, पुख्ता जानकारी न होने के कारण, मनोबल टूट जाता... Hindi 275 Share Mahender Singh 3 Dec 2023 · 1 min read एक मुलाकात अजनबी से एक रात की बात है, ये दिन दहाड़े हो रही लूट की वारदात है, किसी की अस्मिता लूट गई, सबको मालूम है, मगर प्रशासन बेखबर है, लगता है, इसमें सरकार... Hindi 1 161 Share Mahender Singh 24 Nov 2023 · 1 min read अंधकार जो छंट गया अंधेरे है मगर इतना खौफनाक मंजर भयानक आवाज़, दृश्यमान कुछ है नहीं, मगर प्राण कंप उठे है, चेहरे पर पसीना, आंखें सूर्ख लाल, आंखों की पुतली जैसे भौंह के पीछे... Hindi 1 2 435 Share Mahender Singh 20 Nov 2023 · 1 min read कुछ पल मन ही मन को कह रहा देखो भाई बनी के सब साथी,बिगडे का न कोई कहती थी ऐसा मेरी कस्तूरी ताई, आज उनकी बात,बड़ी मन भाई. खेल भी देखा देखे... Hindi 2 1 472 Share Mahender Singh 19 Nov 2023 · 1 min read पद और गरिमा तेरी हर खता में, एक खाता होता है, तेरे हर कृत्य, जन विरोधी होते है. ~ विवादित व्यक्ति ~ @ पद गरिमापूर्ण @ Hindi 264 Share Mahender Singh 18 Nov 2023 · 1 min read स्तंभ बिन संविधान बिन स्तंभ सम्विधान, चल कैसे रहा है ! . एक नहीं चारों स्तंभ अपनी जिम्मेदारी अपनी जवाबदेही अपनी मर्यादा भूल चुके है,, फिर भी लोकतंत्र अपने बलबूते पर खड़ा है.... Hindi 1 248 Share Mahender Singh 17 Nov 2023 · 1 min read तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध अजीब कारवां है, ग्यारह खिलाड़ियों की टीम में कोई अंधा, कोई लंगडा, कोई बहरा हो गया !! सभी खिलाड़ियों का गठजोड़ भारतीय क्रिकेट टीम हुआ करती है ।।। . मैंने... Hindi 2 2 494 Share Mahender Singh 16 Nov 2023 · 1 min read खेल और भावना जैसा की सभी क्रिकेट प्रेमी जानते हैं, भारत की क्रिकेट टीम एकजुट होकर अच्छी खेल भावना का परिचय देते हुए और अपनी झोली में जीत दर्ज की, न खिलाडियों को,... Hindi 1 1 331 Share Mahender Singh 12 Nov 2023 · 1 min read कर्म कांड से बचते बचाते. कर्म कांड से बचते बचाते. अप्प दीपो भव अत्त दीपो भव ✌️एक दीपक = बड़ी दीपावली ✌️✌️✌️✌️✌️ = छोटी दीपावली, पंच ज्ञान-इंद्रिय जागरण, पंच पच्चीसी = दीपोत्सव चहुंओर जागरण और... Quote Writer 1 395 Share Mahender Singh 10 Nov 2023 · 1 min read तू जाग जा तू जाग जा, तू जाग जा तू जाग जा हो सके तो तू भाग ले भाग भागकर तू भाग ले, तू जाग जा तू जाग जा, मिल जायेगा मिल जायेगा... Hindi 161 Share Mahender Singh 9 Nov 2023 · 2 min read हमें खुद से बैर क्यों हैं(आत्मघात) नितीश कुमार मुख्यमंत्री बिहार पर जो लोग भ्रम में हैं । क्या इस देश में परिवार-नियोजन के विषय में महज एक तरीका बताने से विवादित बयान हो जाते हैं !... Hindi 271 Share Mahender Singh 5 Nov 2023 · 1 min read वो ख्वाब हर वो ख्वाब जो पूरे हुए भला निहित रहा होगा सबका साकार हो वही अच्छा है । . टूट जाये भले, हर वो ख्वाब, जो सीमित हो, सिर्फ़ अपने भले... Hindi 2 479 Share Mahender Singh 3 Nov 2023 · 1 min read वादे खिलाफी भी कर, भले कर वादे खिलाफी , रख हुजूम को खुश, (जनप्रतिनिधि) . दरकिनार कर न उन्हें जो मील के पत्थर हैं, (महापुरुष) मौन रह कर भी जो पथप्रदर्शक हैं. Hindi · Quote Writer 1 372 Share Mahender Singh 31 Oct 2023 · 1 min read अल्फ़ाजी मर मिटने की , बात लफ़्ज़ों की, वो करती नहीं , करने देती नहीं, नज़रें मिलाती नहीं, ये आखें वो, होता है जो उसकी हमसफर नहीं. मित न सके वो... Hindi 325 Share Mahender Singh 30 Oct 2023 · 1 min read मिट न सके, अल्फ़ाज़, मिट न सके, अल्फ़ाज़, अल्फ़ाज़ अल्फ़ाज़ों से, अमलीजामा पहनाने वाले, भले लोग थे या शातिर. Quote Writer 1 247 Share Mahender Singh 26 Oct 2023 · 1 min read चार लाइनर विधा मुक्तक कोई बोले और बोलते ही रहे गड्ढे मुरदे उखाड़ते रहा वा रहे, रसोई के बर्तन एकदम रिक्त हे वह कैसे इसे विकास को सहे. . गर्व से जिसे हम सुनते... Hindi 2 668 Share Mahender Singh 25 Oct 2023 · 1 min read असोक विजयदसमी आज दिनांक अक्टूबर 24, 2023 को मैंने विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया, उत्सव का नाम :- दशहरा क्यों मनाया जाता है । आजकल जिस तरह से लोग, अकेले रावण के... Hindi 2 2 415 Share Page 1 Next