गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 91 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read स्वार्थ चाहे किसी भी प्रकार का हो, हमेशा दुखदाई होता है। अतः स्वार्थ चाहे किसी भी प्रकार का हो, हमेशा दुखदाई होता है। अतः लालच में आकर, अपने मानवीय मूल्यों को हानि न पहुंचाएं! "मौज" Quote Writer 164 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read प्रकृति का अंग होने के कारण, सर्वदा प्रकृति के साथ चलें! प्रकृति का अंग होने के कारण, सर्वदा प्रकृति के साथ चलें! "मौज" Quote Writer 170 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read अवसरवादी होना द्विअर्थी है! सन्मार्ग पर चलते हुए अवसर का लाभ अवसरवादी होना द्विअर्थी है! सन्मार्ग पर चलते हुए अवसर का लाभ उठाएं परंतु किसी को कुचलकर अवसर का लाभ उठाना सरासर ग़लत है! "मौज" Quote Writer 173 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read परनिंदा या चुगलखोरी अथवा पीठ पीछे नकारात्मक टिप्पणी किसी भी परनिंदा या चुगलखोरी अथवा पीठ पीछे नकारात्मक टिप्पणी किसी भी स्थिति में नहीं करें क्योंकि आप दूसरों के विषय में कुछ नहीं जानते क्योंकि आप स्वयं को ही नहीं जानते!... Quote Writer 144 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read सबके लिए मददगार बनें परंतु मददगार बनकर किसी को भी नुकसान न प सबके लिए मददगार बनें परंतु मददगार बनकर किसी को भी नुकसान न पहुंचाएं अथवा मदद के नाम पर अपने स्वार्थ सिद्ध करने से परहेज़ करें! "मौज" Quote Writer 172 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read न्यायप्रिय होना अनिवार्य है क्योंकि जो न्यायप्रिय है,वही कुद न्यायप्रिय होना अनिवार्य है क्योंकि जो न्यायप्रिय है,वही कुदरती है! शेष सबकुछ बनावटी और व्यवहारिक आचरण मात्र है! "मौज" Quote Writer 271 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read वही व्यक्ति आपका मित्र है जो आपकी भावनाओं की कद्र करे और आपक वही व्यक्ति आपका मित्र है जो आपकी भावनाओं की कद्र करे और आपके मान सम्मान को सुरक्षित रखने में सहयोग करे! "मौज" Quote Writer 288 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read अपमानित होकर भी आप, मुस्कुराते हुए सम्मानित करते हैं;आप सचमु अपमानित होकर भी आप, मुस्कुराते हुए सम्मानित करते हैं;आप सचमुच महान हैं! "मौज" Quote Writer 166 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 25 Nov 2024 · 1 min read मूर्खों दुष्टों और दुश्मनों को तवज्जो देंगे तो अपना आत्मसम्म मूर्खों दुष्टों और दुश्मनों को तवज्जो देंगे तो अपना आत्मसम्मान खो देंगे इसलिए सबकुछ छोड़कर,आत्मसम्मान की रक्षा करें! *"मौज"* Quote Writer 206 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 15 Feb 2024 · 2 min read झील झील! सूखी नदियां ताल तलैया,जोहड़ कुएं बावड़ी। सूखे से तपती धरती पर बूंद एक भी नहीं पड़ी।। चिंतातुर मंगल वनवासी, पानी बिन घबरा रहे। बड़े बुजुर्ग बैठ कर सोचें, तनिक... Poetry Writing Challenge-2 · बाल कविता 2 473 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 Jan 2024 · 1 min read महाराणा प्रताप अणनमिया प्रताप ऊंचो थारो मान है,घणीं जबरकी स्यान। थारी कीरत ही बसै,हिवड़ै राजस्थान।। इक्यासी रो भालवो, कवच बहत्तर भार। पचपन स्यूं बेसी हुई, ढाल और तलवार।। चेतक रै असवार री,बातां... Rajasthani 3 466 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 1 Jan 2024 · 1 min read नया साल लो! आ गया नया साल! कर लो इस्तकबाल नूतनता का! रुको तनिक! सोचो! क्या खो दिया! क्या पाया है! किस हेतु, नया साल आया है! छोड़ कर ज़िद, करना है... 1 323 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 1 Jan 2024 · 1 min read स्वागत ! स्वागत, नववर्ष का! स्वागत है नववर्ष तुम्हारा! स्वागत है नव भोर का! नए सूर्य का स्वागत है! स्वागत है चहुं ओर का! स्वागत की इस मधुर घड़ी में, बादल अमृत... 310 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 1 Jan 2024 · 1 min read नए साल तुम ऐसे आओ! नए साल तुम ऐसे आओ! हर घर आँगन खुशियां लाओ! हाली हरखे,बरखा बरसे फसलें लहलहाती मन सरसे। धन धान्य से भरे भंडारे कोई न भूखा अन्न को तरसे।। खेतों में... 371 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 3 Jul 2023 · 1 min read अनुभूत सत्य ..... अनुभूत सत्य ..... जिस इंसान को मनुष्य की परख नहीं,धोखा खाना ही उसकी नियति है! "मौज" Quote Writer 1 668 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 29 Jun 2023 · 1 min read देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण किए हैं,जो समाज को सदैव दिग्भ्रमित करते रहते हैं। अपना उल्लू सीधा करने के लिए विभिन्न आडम्बर अपना लिए... Quote Writer 750 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 24 Jun 2023 · 1 min read उगते विचार......... उगते विचार......... जो इंसान जितना सरल और सहज है,वह उतना ही सुखी है। "मौज" तेजी से बदलते सामाजिक परिवेश में मानवीय मूल्यों की मौत सबसे पहले हुई है। "मौज" अरबों... Quote Writer 2 2 549 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 8 Jun 2023 · 2 min read कुछ उत्तम विचार............. कुछ उत्तम विचार .................. जब आप खुद को ठगा हुआ पाएं सबसे पहले अपना आत्मबल जगाएं! झूठ को पहचान कर, सच को आधार बनाएं! मित्र को हृदय से लगाएं, शत्रु... Hindi · कोटेशन 3 616 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 23 May 2023 · 1 min read अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो म अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं! "मौज" Quote Writer 780 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 21 May 2023 · 1 min read प्रकृति को त्यागकर, खंडहरों में खो गए! प्रकृति को त्यागकर, खंडहरों में खो गए! सीप की पीड़ा के मोती,दूसरों के हो गए!! "मौज" Quote Writer 1 2 429 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read कुछ नहीं.......! कुछ नहीं.......! कुछ नहीं हूं मैं यहां, वहां मेरे सा कौन! वहां मौज सच ही बड़ा,झूठ यहां का गौन।। यहां धरा सी माँ मेरी, वहां पिता आकाश। यहां अंधेरा मौत... Hindi · दोहा 2 1 523 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल एक ग़ज़ल बहुत मुश्किल हुआ जीना मोहब्बत की बहारों में घुला है ज़हर-ओ-जबर आशिकी के नज़ारों में।। यकीं का दौर अब नहीं, बदी-बेईमानियां कितनी फ़रिश्ते चंद मिल पाते आसी मिलते... Hindi · ग़ज़ल 1 484 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read होचपोच संसार होचपोच संसार दुखियारा मन टीसता,रिसता दर्द अपार। मौज कौन किसकी सुने, दुखियारा संसार।। दुख के बादल घिर गए,बची न कोई आस। बैरी अपने सब हुए, टूट गया विस्वास।। दुख के... Poetry Writing Challenge · कविता 2 274 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read उम्मीद सुनिए! आपने कहा था एक दिन! कि आदमी को उम्मीद का दामन यों ही नहीं छोड़ देना चाहिए! क्योंकि...... पतझड़ में झड़ जाते हैं पुराने पत्ते! सुबह खिले फूल,शाम को... Poetry Writing Challenge · कविता 1 254 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read मिले मित्र मिले मित्र मित्र आज मिलते नहीं, मिलें मतलबी यार। मौज कभी भाए नहीं,मतलब का व्यवहार।। मित्र मिले तो कर्ण सा,अर्जुन कृष्ण समान। बुरे मित्र से रामजी, रहे मौज अनजान।। मित्र... Poetry Writing Challenge · कविता 377 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read युग बोध करो युग बोध करो! सुनो! हक़ीक़त को समझो! युगबोध करो! अतीत की बादशाहत कायम नहीं है वर्तमान में! कल, आज भी अतीत हो जाएगा! अतीत भी इतिहास में दफन है ये... Poetry Writing Challenge · कविता 253 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read होली मुबारक हो होली मुबारक हो! रंगों से सतरंगी जीवन जीवन रंग मुबारक हो! जीवन राग से ताल मिलाते ढप ढोलक चंग मुबारक हो! मस्ती में सब मतवालों को हद हुड़दंग मुबारक हो!... Poetry Writing Challenge · कविता 369 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read सांस सांस सांस सांस सुमिरन करे,रटे राम का नाम। सांस सुखद संताप हर, मौज लगे ना दाम।। सांस सखी हर जीव की,सांस सांच का नाम। सांस बिना जड़ जिंदगी, सांस सहित... Poetry Writing Challenge · कविता 350 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 5 min read मत बांटो इंसान को मत बांटो इंसान को! मंदिर मस्जिद गिरजाघर ने, बांट लिया भगवान को! धरती बांटी सागर बांटा,मत बांटो इंसान को!! विनय महाजन रचित गीत की इन गूढ़ पंक्तियों को समझना अनिवार्य... Hindi · लेख 1k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read तारनहारा आए उदित सूर्य निकले प्राची से भव उजियारा छाए। अटक गई जब नाव भंवर में तारणहारा आए।। नवल परिभाषा भारत की लिखने उतरा व्यास कोई। हारे को हिम्मत दे देता हारन... Poetry Writing Challenge · कविता 268 Share Page 1 Next