गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 91 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read मित्र मित्र! मित्र सदा माँ शारदे, देती विद्या दान। तम हर ज्योति भर रही,सतत पूरती मान।। मित्र पिता साथी शिवा,निसदिन रहते साथ। सुखमय जीवन कर दिया,पकड़े रहते हाथ।। मित्र कलम मेरी... Poetry Writing Challenge · कविता 366 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read जीवन अनमोल है जीवन अनमोल है जीवन है अनमोल जिंदगी छोटी है। छोटे हैं दिन-रात बड़ी कसौटी है। पल-पल छिन-छिन वक्त गुजरता है एक तरफ अरमान दूसरे रोटी है।। समय प्रबंधन मूल काम... Poetry Writing Challenge · कविता 373 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read मन काशी मन द्वारिका,मन मथुरा मन कुंभ। मन काशी मन द्वारिका,मन मथुरा मन कुंभ। मन काबा मन कर्बला,मन ही "मौज" कुटुंब।। "मौज" Quote Writer 1 691 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर् पति-पत्नी, परिवार का शरीर होते हैं; आत्मा तो बच्चे और बुजुर्ग होते हैं। "मौज" Quote Writer 824 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,, कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,, बेवफा खुद होते हैं और इल्जाम किसी और को देते हैं!! "मौज" Quote Writer 1k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read मन मन मन पर्वत मन खाईयां,मन नदिया की धार। ऊबड़-खाबड़ मन हुआ,मन धोरा मन थार।। हिम मंडित मन ये हुआ, बना हिमालय आप। पिघल-पिघल मन बह चला, उड़ा बना मन भाप।।... Poetry Writing Challenge · कविता 271 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन। पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन। कोलाहल में दब गया,दिव्य सृष्टि का मौन।। जीव जगत बेबस हुआ,नियम हो गए गौन। कुदरत अश्कों में ढली, मौज विचारे कौन!! "मौज" Quote Writer 1 541 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 2 min read अमृतम् जलम् अमृतम् जलम्! जल से भरी गगरिया हो,जन जीवन खुशहाल रहे! शीतल जल की स्वच्छ छलकती, नदिया यहां बहे!! यही भावना लेकर निकला मानवता का कारवां। जल जीवन का सार है,जल... Poetry Writing Challenge · कविता 273 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read मोदी मानवता का मित्र, चरित्र हिमालय जैसा भारत माँ का लाल,लाडला मन देवालय जैसा! हीरे जैसा खरा, दमकता कुंदन जैसा गंगाजल सा पावन,महके चंदन जैसा। दसों दिशा में मंगलकारी आशाओं का... Poetry Writing Challenge · कविता 319 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read अगर कोई आपको मोहरा बना कर,अपना उल्लू सीधा कर रहा है तो समझ ल अगर कोई आपको मोहरा बना कर,अपना उल्लू सीधा कर रहा है तो समझ लीजिए कि वह मनुष्य शातिर तो है ही, स्तरहीन भी है! "मौज" Quote Writer 1k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read भारत माँ का भाल भारत माँ का भाल मातृभूमि माँ भारती, तुम्हें पुकारे लाल! शोभित उन्नत नित रहे, भारत माँ का भाल।। लिए तिरंगा हाथ में, शौर्य शांति की ढाल। समृद्ध सौम्य सुमेर सा,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 301 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read माँ! माँ! माँ जैसा कोई नहीं, जीवन में अनमोल। उलझन विपद विकार की,देती गिरहें खोल।। "मौज" Quote Writer 1 901 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप। सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप। सांचा मोती नीपजैं,मौज सांच मन दीप।। अर्थात्- सत्य बात कहने से सुख प्राप्त होता है, सुनने वाले को भी और कहने वाले को... Quote Writer 1 706 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन। पेड़ काट निर्मित किए, घुटन भरे बहु भौन। कोलाहल में दब गया,दिव्य सृष्टि का मौन।। जीव जगत बेबस हुआ,नियम हो गए गौन। कुदरत अश्कों में ढली, मौज विचारे कौन!! "मौज" Quote Writer 2 565 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read मैं खुश हूँ! गौरवान्वित हूँ कि मुझे सच्चाई,अच्छाई और प्रकृति मैं खुश हूँ! गौरवान्वित हूँ कि मुझे सच्चाई,अच्छाई और प्रकृति से असीम प्रेम है! मुझे जीवनी शक्ति यहीं से मिलती है! "मौज" Quote Writer 1 945 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read हिम्मत है तो मेरे साथ चलो! हिम्मत है तो मेरे साथ चलो! वरना................ जलो और हाथ मलो!! "मौज" Quote Writer 1 473 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read चुगलखोरी एक मानसिक संक्रामक रोग है। चुगलखोरी एक मानसिक संक्रामक रोग है। "मौज " Quote Writer 1 770 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और आत्मिक पुष्टता का लगभग परिचय मिल जाता है।जिस मनुष्य के आचार- विचार जैसे होंगे,वह वैसे ही स्टेटस स्वयं लिखेगा, चुराएगा... Quote Writer 1 1k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई कर आवश्यकता पड़ने पर आपका सहयोग और समर्थन लेकर,आपकी ही बुराई करने वाले लोग वास्तव में दया के पात्र होते हैं, क्योंकि ये अविश्वसनीय रूप से कुंठित और खंडित होते हैं।... Quote Writer 1 1k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होत किसी गैर के पल्लू से बंधी चवन्नी को सिक्का समझना मूर्खता होती है! "मौज" Quote Writer 1 703 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण करना, सर्वथा अनुचित है क्योंकि सुख और समृद्धि में वृद्धि तभी संभव है जब कर्म में कल्याण का भाव... Quote Writer 2 1k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read शब्द गले में रहे अटकते, लब हिलते रहे। शब्द गले में रहे अटकते, लब हिलते रहे। क्रोध और नफरत, जब-जब मिलते रहे।। "मौज" Quote Writer 1 557 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read जैसी नीयत, वैसी बरकत! ये सिर्फ एक लोकोक्ति ही नहीं है, ब्रह् जैसी नीयत, वैसी बरकत! ये सिर्फ एक लोकोक्ति ही नहीं है, ब्रह्म वाक्य है; जो प्रत्येक मनुष्य के जीवन में सिद्ध हो जाता है! "मौज" Quote Writer 1 2k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read खुद ही खुद से इश्क कर, खुद ही खुद को जान। खुद ही खुद से इश्क कर, खुद ही खुद को जान। मौज जगत में मिल सके, खुद से ही पहचान।। "मौज" Quote Writer 1 404 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच्छा होता है एक सैद्धांतिक और ईमानदार शत्रु! परंतु कलयुग में बेहतरीन मित्र और सैद्धांतिक शत्रु दोनों ही असंभव हैं! "मौज" Quote Writer 1 2k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read छीना झपटी के इस युग में,अपना स्तर स्वयं निर्धारित करें और आत छीना झपटी के इस युग में,अपना स्तर स्वयं निर्धारित करें और आत्मावलोकन करते रहें कि आप मानवता के मार्ग पर हैं! "मौज" Quote Writer 1 403 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से श आचार, विचार, व्यवहार और विधि एक समान हैं तो रिश्ते जीवन से शुरू होकर,जीवन के बाद भी कायम रहते हैं परन्तु समानता यदि दिखावटी है तो सबकुछ अस्थाई है! (मतलबपरस्त... Quote Writer 1 1k Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read अगर आपमें मानवता नहीं है,तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क अगर आपमें मानवता नहीं है,तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं! "मौज" Quote Writer 1 259 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read प्रेम प्रेम महज अनुभूति है, दिखावा नहीं! "मौज" Quote Writer 1 310 Share गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read रोजगार रोटी मिले,मिले स्नेह सम्मान। रोजगार रोटी मिले,मिले स्नेह सम्मान। मौज लिखे मजदूर की,मेहनत का गुणगान।। "मौज" Quote Writer 1 332 Share Previous Page 2 Next