Tag: मुक्तक
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सूखी डाली है
भूरचन्द जयपाल
तुम मुझे याद करती हो
भूरचन्द जयपाल
तोड़ता अपनों को वो भला हो सकता है ?
भूरचन्द जयपाल
आपको हमनें दिल में टैग कर रखा है
भूरचन्द जयपाल
ये बेचारी ग़म दुनियाँ
भूरचन्द जयपाल
दुनियाँ को जाने दो अब यारों
भूरचन्द जयपाल
वो भूलकर भी फिर भूल करते हैं
भूरचन्द जयपाल
क़त्लकर देर ना कर
भूरचन्द जयपाल
लोग जले तो जले
भूरचन्द जयपाल
अन्तस् पीड़ा
भूरचन्द जयपाल
मुहब्बत
भूरचन्द जयपाल
ये दिल अज़ब- गज़ब
भूरचन्द जयपाल
तीर चल गया
भूरचन्द जयपाल
जिंदगी क्या है
भूरचन्द जयपाल
सुबह आनेवाली रोशनी की घड़ी है
भूरचन्द जयपाल
शायद इंसानियत फिर से कहीं खो गयी है
भूरचन्द जयपाल
मैंने कहा-नी
भूरचन्द जयपाल
आँखों में आञ्जलों
भूरचन्द जयपाल
आँखों में खुमार
भूरचन्द जयपाल
अरे आईने हमसे नफ़रत कर
भूरचन्द जयपाल
जबसे हम तुम्हारे दिल के फ्रेम में कैद हुए
भूरचन्द जयपाल
वरना चिड़िया चुग जायेगी खेत
भूरचन्द जयपाल
क्षर-क्षरणशील-मरणशील मानव-जीवन
भूरचन्द जयपाल
सूरज की छवि
भूरचन्द जयपाल
राष्ट्रहित को आज कौन समझता है
भूरचन्द जयपाल
हारना हमनें कभी नहीं है सीखा
भूरचन्द जयपाल
यादों के समंदर भी
भूरचन्द जयपाल
प्रथम चुम्बन
भूरचन्द जयपाल
मान-पत्र सम्मान-पत्र
भूरचन्द जयपाल
जिंदगी व्यापार बनती जा रही है
भूरचन्द जयपाल
मुहब्बत है ये कोई साज़ नही
भूरचन्द जयपाल
हम ख़ंजर नहीं रखते
भूरचन्द जयपाल
अपने साथ छलावा कैसे करोगी
भूरचन्द जयपाल
मोहब्बत-दीदे-दीदार
भूरचन्द जयपाल
तेरा मुस्कुराना महज़ एक धोखा- सा था
भूरचन्द जयपाल
जिंदादिली-ताउम्र नहीं होती
भूरचन्द जयपाल
करूं तो विश्वास अब किस पर कैसे करूं
भूरचन्द जयपाल
मोहब्बत--इबादत मजबूरी तो नहीं है
भूरचन्द जयपाल
वक्त के साथ चेहरे बदल जाते हैं
भूरचन्द जयपाल
जो दूसरों से नहीं हारता
भूरचन्द जयपाल
** दोस्ती का बीज **
भूरचन्द जयपाल
** एक फूल ने डाल से गिरते फूल को देखा **
भूरचन्द जयपाल
* सफल जीवन मंगल **
भूरचन्द जयपाल
** मौत का अटल नियम है **
भूरचन्द जयपाल
*देखो भईया ये आज़ादी कैसी लूट मची है*
भूरचन्द जयपाल
उम्र क्या मायने रखती
भूरचन्द जयपाल
*ऐ बेअदबों ये कैसी खुशीहै*
भूरचन्द जयपाल
** तक़दीर अपनी बनाओगे ***
भूरचन्द जयपाल
लोगों की नुमाईश तुम
भूरचन्द जयपाल
** एतबार **
भूरचन्द जयपाल