मधुसूदन गौतम Tag: घनाक्षरी 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मधुसूदन गौतम 20 Oct 2019 · 1 min read एक आंख मार गई *मनहरन कवित्त* ******************** एक आंख मार गई ,दिल को उजाड़ गई। जीभ को निकाल कर ,नींदें मेरी छीन ली। कब दिन रात आये , कब दिन रात जाए , चैन... Hindi · घनाक्षरी 2 309 Share मधुसूदन गौतम 3 Oct 2019 · 2 min read दूजा पाकिस्तान है। मनहरण घनाक्षरी **************** पुण्य भूमि भारती की ,ख्याति है वसुंधरा की। जिस पर हुए खूब ,लोग भी महान है। बड़े छोटे लोग जन्मे,मोहनदास उनमें। आगे जाकर बना जो ,महान इंसान... Hindi · घनाक्षरी 1 244 Share मधुसूदन गौतम 2 Oct 2019 · 1 min read 2 अक्टूबर ,दो बन्ध अहिंसा का पुजारी ,सत्य व्रत का धारी। गांधी महामानव , का जन्म दिवस है। वेश जिसका धोती, न माला कोई मोती। साधारण सी लाठी , यही कुछ बस है। अचूक... Hindi · घनाक्षरी 1 363 Share मधुसूदन गौतम 21 Apr 2017 · 1 min read डमरू घनाक्षरी ***डमरू घनाक्षरी**** (*इसमें सभी वर्ण मात्रा रहित होते है*) सकल जगत तव नमन करत रब। भगवन न नजर कर इधर उधर।। मन नगर नगर चल डगर डगर, जब तक न... Hindi · घनाक्षरी 2 1 787 Share