मधुसूदन गौतम Tag: ग़ज़ल 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मधुसूदन गौतम 30 Oct 2024 · 1 min read दीपावली पर बेबहर गज़ल दीपों की रौशनी में उम्मीद जल उठी, अंधेरों की हर गली में शमा ( दीप )जल उठी। खुशियों के रंग भर दें हर एक मोड़ पर, दीपावली की लौ से... Hindi · ग़ज़ल 1 35 Share मधुसूदन गौतम 6 Oct 2024 · 1 min read जाने जां निगाहों में ***गज़ल***** बह्र 221 1222 221 1222 ******************************* बादल भी उठे हो शायद आज फिजाओ में। क्यों एक नमी लगती फिर आज हवाओं में।*0* उठती हे कसक गहरे जाने जां निगाहो... Hindi · ग़ज़ल 29 Share मधुसूदन गौतम 2 Oct 2024 · 1 min read 222. प्रेम करना भी इबादत है। गिले शिकवे भुला कर के प्रेम करना इबादत है। बड़े लोगो की भी अक्सर यही होती रवायत है। गिला शिकवा कभी होना,मुनासिब गैर हो सकता। हमेशा माफ करना पर ,... Hindi · ग़ज़ल 131 Share