Shreedhar Tag: Quote Writer 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shreedhar 20 Oct 2024 · 1 min read यू-टर्न यू-टर्न ***** अच्छा सुनो, अपनी चिट्ठी की जो दसवीं पंक्ति है, उसका सार बता दो, शब्दार्थ मैं समझता हूंँ। — अच्छा याद करो, वो घना सा बरगद, ठंडी सुहानी बयारें... Quote Writer 41 Share Shreedhar 23 Sep 2024 · 1 min read फिर तुम्हारी आरिज़ों पे जुल्फ़ याद आई, फिर तुम्हारी आरिज़ों पे जुल्फ़ याद आई, सुबह-सबेरे, वो शाम-ए-लुत्फ़ याद आई। मैं भूल चुका था तुम्हें, हमेशा के लिए, यक-ब-यक, तुम्हारी फ़िक्र याद आई। तुम जो मेरे बाजू में... Quote Writer 1 3 44 Share Shreedhar 29 Jul 2024 · 1 min read तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं, तुम हो तो काव्य है, रचनाएं हैं, तुम हो तो उम्मीद है, आशाएं हैं तुम प्रेरणा हो निरंतर गीत की, तुम लय हो मधुर संगीत की। तुम हो तो शामें... Quote Writer 84 Share Shreedhar 29 Jul 2024 · 1 min read तुम मिले भी तो, ऐसे मक़ाम पे मिले, तुम मिले भी तो, ऐसे मक़ाम पे मिले, जब रास्ते तय हो चुके थे, अपने-अपने। सिर्फ़ हक़ीक़त पे ज़िंदगी चलती कहाँ है, दिलो-दिमाग को चाहिए, बेक़रार सपने। जब रास्ते बंद... Quote Writer 80 Share Shreedhar 29 Jul 2024 · 1 min read वो ख़ुद हीे शराब-ए-अंगूर सी महक रही है , वो ख़ुद हीे शराब-ए-अंगूर सी महक रही है , एक तो मस्त सावन, दूजे बागों में टहल रही है। यों नशीला हुआ है उनकी हाज़िरी से गुलशन, गेंदा गुलाब मधुमालती... Quote Writer 88 Share Shreedhar 29 Jul 2024 · 1 min read तक़दीर साथ दे देती मगर, तदबीर ज़्यादा हो गया, तक़दीर साथ दे देती मगर, तदबीर शायद ज़्यादा हो गया, ख़ुदा भी उसी का है आजकल, जो अमीर ज़्यादा हो गया। बेईमानी, हेरा-फेरी, चोरी-डकैती का बोलबाला देखिए, जो कायदे-कानून का... Quote Writer 71 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा, अच्छा ख़ासा तवील तआरुफ़ है, उनका मेरा, फिर क्यों जाने हाल मेरा,रिंदों से पूछा करते हैं। वो ख़ुद ही उठकर गये थे, मिरी महफ़िल से, जाने क्यों तन्हाई में मेरी... Hindi · Quote Writer 106 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार— वो लुका-छिपी वो दहकता प्यार— ****** अब कहांँ कभी पेड़ों की छांव में कभी गेंदा गुलाब की झुरमुटों में कभी नदी किनारे कभी खेतों कुछ मेंढ़ों की आड़ में वो... Quote Writer 130 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read क़त्ल कर गया तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है- हो गया तो हो गया, क्या हुआ, इश्क़ ही तो है, कर गया बीमारे-जिगर तो क्या हुआ, इश्क़ ही तो है। आशिक़ भी दौर-ए-ग़ुरबत, क्या से क्या हो गया, न... Quote Writer 83 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी- मय को मेरे पास ही रहने पीने दे साकी, तू दूर रह, सिर्फ़ मुझे निहारने दे साकी। ज़ुर्रत रही नहीं, जफ़ाएं और झेलने की, अपने जिगर के साथ, वफ़ा करने... Quote Writer 132 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म- कभी अपनेे दर्दो-ग़म ने परेशां किया, कभी उनके दर्दो-ग़म ने हैरां किया। अपनी तो जैसे कटी,कट गई जवानी, उन्हें भी ताउम्र मेरे ख़यालों में जीना पड़ा। मुकर्रर न हुआ फिर,... Quote Writer 115 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read ये इश्क़-विश्क़ के फेरे- मज़ाज़ी इश्क़ नहीं, हक़ीक़ी शायरी से मोहब्बत है, हमें हक़ीक़त के सिवा, दुनियादारी से नफ़रत है। इश्क़-विश्क़ के फेरे में, न हम पड़े न पड़ने वाले, शायरी तो हमारे दिल-ओ-जां-ख़ूं... Quote Writer 225 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read न वो बेवफ़ा, न हम बेवफ़ा- अच्छा ख़ासा तआरुफ़ है, उनका मेरा, जाने क्यों मेरा हाल, रिंदों से पूछा करते हैं। वो ख़ुद ही उठकर गये थे मिरी महफ़िल से, जाने क्यों तन्हाई में मेरी ग़ज़ल... Quote Writer 157 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़-- मेलमिलाप ईद होली दिवाली, जेब से डायरेक्ट लिंक देखिए पैसों के हिसाब से रंग बदलने वाली, प्यार की इंक देखिए। बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब... Quote Writer 98 Share Shreedhar 24 Apr 2024 · 1 min read बर्फ़ के भीतर, अंगार-सा दहक रहा हूँ आजकल- बडा शर्मसार हो रहा हूँ मैं, ख़ुद से आजकल, फिर उन्हीं की याद में खो जाता हूँ आजकल। बड़ी नख़वत से पी लिए थे हम जहर-ए-ज़फ़ा, वक़्त-बे-वक़्त बीमार पड़ने लगा... Quote Writer 132 Share Shreedhar 4 Sep 2023 · 1 min read अब उनकी आँखों में वो बात कहाँ, अब उनकी आँखों में वो बात कहाँ, मुलाकातों में धड़कते हालात कहाँ। तबस्सुम उनका गुलशन सा होता था, अब उनकी बातों में वो जज़्बात कहाँ। गुफ़्तगू हो जाती है उनसे... Quote Writer 2 387 Share Shreedhar 4 Sep 2023 · 1 min read कम आ रहे हो ख़़्वाबों में आजकल, कम आ रहे हो ख़़्वाबों में आजकल, शायद, पौष की लंबी रातों में आओगे। रूठे रहो यों ही, दो-चार महीने और, ख़ुद ही एक रोज़ बातों-बातों में आओगे। आने दो... Quote Writer 2 165 Share Shreedhar 4 Sep 2023 · 1 min read तुम्हें पाना-खोना एकसार सा है-- तुम्हें पाना-खोना एकसार सा है-- Quote Writer 300 Share Shreedhar 4 Sep 2023 · 1 min read सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात ही क्या है, सारी तल्ख़ियां गर हम ही से हों तो, बात ही क्या है, बस रोज़ हमें आदाब लिखो और भूल जाया करो। देखो बरसात जा रही है, मौसम सूखे-सूखे आएंगे, गुजरती... Quote Writer 601 Share Shreedhar 4 Sep 2023 · 1 min read मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग, मेरी पेशानी पे तुम्हारा अक्स देखकर लोग, मुझे तुम्हारे नाम से पुकारने लगे हैं। ख़ुदा जाने ये कैसा हसीन माजरा है, लोग मेरा नाम तुमसे जोड़ने लगे हैं। यों तो... Quote Writer 382 Share Shreedhar 21 Apr 2023 · 1 min read महबूब से कहीं ज़्यादा शराब ने साथ दिया, महबूब से कहीं ज़्यादा, शराब ने साथ दिया, दिलवर रंग बदलता रहा, ज़ाम कभी नहीं। ***** जब भी तलाशने लगता हूँ, हसीं पन्ने डायरी के, जाने क्यों बारहा तुम्हारी तस्वीर... Quote Writer 106 Share Shreedhar 27 Mar 2023 · 1 min read फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में, फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में, फिर भी मेरे रफ़ीक़ बने रहना चाहते हो तुम। Quote Writer 396 Share Shreedhar 27 Mar 2023 · 1 min read फ़ेहरिस्त रक़ीबों की... फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में, फिर भी मेरे रफ़ीक़ बने रहना चाहते हो तुम। Hindi · Quote Writer · कविता 167 Share