लालबहादुर चौरसिया लाल 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लालबहादुर चौरसिया लाल 15 Jun 2024 · 1 min read खुली आँख से तुम ना दिखती, सपनों में ही आती हो। खुली आँख से तुम ना दिखती, सपनों में ही आती हो। प्रेम सुधा रस धार रूपसी, ख्वाबों में बिखराती हो। राम करें मैं रहूँ उनींदा, जब तक तृप्त हृदय ना... Quote Writer 2 77 Share लालबहादुर चौरसिया लाल 15 Jun 2024 · 12 min read (कहानी) "सेवाराम" लेखक -लालबहादुर चौरसिया लाल (कहानी ) *"सेवाराम"* लेखक- लालबहादुर चौरसिया 'लाल' मई माह की झुलसा देने वाली गर्मी चरम पर थी। सेवाराम की लाडली पौत्री स्नेहा की शादी बिल्कुल करीब थी। सेवाराम के माथे... Hindi 1 73 Share