Laxman Dawani 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Laxman Dawani 5 Dec 2018 · 1 min read गज़ल दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है दर्दे दिल की बता दवा क्या है इश्क के सौदे तौल जिस्मों में कहते हैं हुस्न की खता क्या है तोड़ शीशा-ए-दिल मुहब्बत में पूछते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 581 Share Laxman Dawani 13 Nov 2018 · 1 min read गज़ल बरसती निगाहों का तो गम नहीं है दिले दर्द भी यार पर कम नहीं है सिवा प्यार के तेरे कुछ ओ न चाहा नजर में तेरे यार बस हम नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 5 495 Share Laxman Dawani 18 Nov 2018 · 1 min read गज़ल कभी ज़ुल्फो के इन सायों में मेरी शाम हो जाये मिरा भी आशिको की दुनियाँ में नाम हो जाये गिला तो ये है तुम आते नहीं छत पे कभी मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 346 Share Laxman Dawani 30 Nov 2018 · 1 min read गज़ल अगर तुम मिल गये होते मुहब्बत से हमें शिक्वा न होता अपने किस्मत से बिता देता में अपनी जीस्त सजदों में अगर हाथो में होता हाथ उल्फत से करो ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 305 Share Laxman Dawani 16 Nov 2018 · 1 min read गज़ल क्या करूँ में दिल दुखातीआशिकी का हल नही कोई मेरी लाचारगी का घेर रख्खा है हमे इन अंधेरो ने कोई तो हल तू बता दे तीरगी का थी खबर हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share Laxman Dawani 26 Nov 2018 · 1 min read गज़ल बन्द तालों से मेरे दिल को छुड़ाकर ले गया चन्द लम्हो में मुझे , मुझ से चुराकर ले गया जिस्ममें दिल बनके मेरे अब धड़कने था लगा चैन दिल का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 5 287 Share Laxman Dawani 14 Nov 2018 · 1 min read गज़ल है ज़िन्दगी मेरी , मेरा जाँनिसार है वो यादों में है मेरी दिल मे बरकरार है वो हरेक अदा निराली है मोहब्बत में उनकी हर दिल अजीज है मेरा राजदार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 261 Share Laxman Dawani 27 Dec 2018 · 1 min read गज़ल तेरे लबो की ही दुआ हूँ मै गुल बनके आँचल में खिला हूँ मै क्यो कररहे शिक्वे शिकायत तुम तेरी हि नफरत का सिला हूँ मै इक रोज तो बुझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 260 Share Laxman Dawani 10 Jan 2019 · 1 min read गज़ल झूठी सही खता मेरी कोई बता तो दे बहने दे आँसु मेरे तू कोई सजा तो दे जीना मुहाल हो गया तेरे बिना मेरा हक़ में तू मेरे फैसला कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 274 Share Laxman Dawani 9 Dec 2018 · 1 min read गज़ल हुआ हूँ दूर खुद से में तुमसे खफा नही बेबस किया है वक्त ने में बेवफा नहीं सीने में जख्म इतने लगे है मुझे यहाँ ये जख्म सीने का मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share