Lalita Kashyap Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Lalita Kashyap 2 Mar 2022 · 1 min read हिमालय और नदी चित्राधारित रचना गीतिका छंद आ हिमालय की गोद से, स्वगति बहने दीजिए। स्वछंद कल-कल प्रवाह से, मधुर धारा दीजिए। सांझ बेला ढलता दिवस, रैन रुकने दीजिए। उड़ते पवन पे मेघ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 381 Share